कैबिनेट सचिव श्री अजीत सेठ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक आज फिर से हुई और इस दौरान भीषण चक्रवाती तूफान ‘हुदहुद’ के कारण आंध्र प्रदेश और ओडिशा में हुई तबाही का जायजा लिया गया। समिति ने राज्य सरकारों द्वारा किए जा रहे राहत एवं पुनर्वास कार्यों के साथ-साथ इन राज्यों में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए केंद्र सरकार की एजेंसियों द्वारा मुहैया कराई जा रही सहायता की भी समीक्षा की।
‘हुदहुद’ तूफान के चलते 17 लोगों की जानें जा चुकी हैं। आंध्र प्रदेश में 14 लोगों और ओडिशा में तीन व्यक्तियों की मौत हुई है।
भारतीय वायु सेना ने रजामुंद्री और विजयवाड़ा से खाद्य पदार्थों के पैकेट लेकर उन्हें विशाखापतनम के तूफान प्रभावित क्षेत्रों में संकटग्रस्त लोगों के बीच गिराने के लिए अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी है।
राष्ट्रीय आपदा बचाव दल (एनडीआरएफ) ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए 42 दलों को तैनात कर दिया है। अब तक आंध्र प्रदेश में 11,853 लोगों को और ओडिशा में 1403 लोगों को तूफान प्रभावित क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राहत कार्य जारी है।