प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में पुलिस महानिदेशक पुलिस महानिरीक्षक के सम्मेलन को संबोधित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने याद दिलाया कि 26 नवंबर को आज के ही दिन मुंबई में भयावह आतंकी हमले को अंजाम दिया गया था और पुलिस ने आतंकवादियों से बहादुरी के साथ निपटा। उन्होंने शहीद हुए 33,000 पुलिस कार्मिकों को भी याद किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वार्षिक सम्मेलन के आयोजन में अब गुणात्मक रूपान्तरण आया है। उन्होंने कहा कि अब यह पारस्परिक अनुभवों को साझा करने का एक मंच बन गया है, जो नीति योजना के लिए अच्छे आयामों की ओर अग्रसर करता है।
प्रधानमंत्री ने कार्यवाही योग्य बिन्दुओं पर ठोस परिणामों पर जोर दिया, जिन्हें अंतिम रूप दिया गया है।
प्रशिक्षण के परिप्रेक्ष्य में प्रधानमंत्री ने कहा कि दक्षता का विकास अब अनिवार्य हो गया है और ये प्रशिक्षण प्रक्रिया का एक अंग होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मानव मनोविज्ञान और व्यावहारिक मनोविज्ञान प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण अंग होने चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नेतृत्व क्षमता महत्वपूर्ण है और इसका दायित्व वरिष्ठ अधिकारियों पर है कि वे पुलिस कार्मिकों में इन दक्षताओं को आत्मसात करायें।
कानून और व्यवस्था के विषय पर प्रधानमंत्री ने पथ-संचलन एवं सैन्य आसूचना के महत्व पर जोर डाला। श्री नरेंद्र मोदी ने सामूहिक प्रशिक्षण प्रयासों के जरिए पुलिस बल में गुणात्मक सुधार का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया तंत्र के लिए उतरोत्तर अग्रसर रहने के लिए प्रौद्योगिकी एवं मानवीय संवेदना दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।
प्रधानमंत्री ने मोबाईल एप- ‘इंडियन पुलिस एट योर काल’ का भी शुभारंभ भी किया। उन्होंने आसूचना ब्यूरो के अधिकारियों को उनकी उल्लेखनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस मैडल भी प्रदान किए।
दिन की शुरूआत में प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पुलिस अकादमी स्थित शहीद स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित किए ।
उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिभा पर पुष्पांजलि अर्पित की और एक पौधा भी रोंपा।