प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी चौथे चरण के भारत-जर्मनी अंतर सरकारी वार्ता के लिए सोमवार को बर्लिन पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी की यह जर्मनी की दूसरी द्विपक्षीय यात्रा है।
चांसलर एंजेला मार्केल ने बर्लिन के बाहरी इलाके में स्थित श्लॉस मेसेबर्ग में प्रधानमंत्री मोदी के लिए अनौपचारिक रात्रिभोज का आयोजन किया था। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच करीब तीन घंटे तक विचार-विमर्श हुआ और समान हित वाले विभिन्न मुद्दों जैसे स्मार्ट शहर, कौशल विकास, स्वच्छ ऊर्जा आदि पर चर्चा हुई। जीएसटी सहित भारत के विभिन्न आर्थिक सुधार एजेंडों को लेकर प्रशंसा मिली।
इन नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने यूरोपीय संघ में एकजुटता के महत्व को दोहराया और दुनिया में स्थिरता के बल के रूप में इसके महत्व को रेखांकित किया।
अफगानिस्तान के मसले पर दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान के नेतृत्व वाली अफगान स्वामित्व वाली सुलह प्रक्रिया के महत्व को दोहराया। चर्चाओं में उथल-पुथल और आतंकवाद जैसे मुद्दे सामने भी आए। विचार-विमर्श के दायरे में चीन के वन बेल्ट, वन रोड और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे भी सामने आए।
इससे पहले, श्लॉस मेस्ज़बर्ग में आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी ने आगंतुक की पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। दोनों नेताओं ने बाद में शासकीय निवास के लॉन में चहलकदमी की ।
In Deutschland angekommen. pic.twitter.com/kcudTH3IGj
— Narendra Modi (@narendramodi) May 29, 2017
Ich bin sicher, dieser Besuch wird zu vorteilhaften Ergebnissen führen und die deutsch-indische Freundschaft vertiefen. pic.twitter.com/jgbL3UOjVe
— Narendra Modi (@narendramodi) May 29, 2017
Reached Germany. I am sure this visit will lead to beneficial outcomes & deepen India-Germany friendship. pic.twitter.com/RdYLWUYeMn
— Narendra Modi (@narendramodi) May 29, 2017
Had a very good interaction with Chancellor Merkel. pic.twitter.com/5SQb5l205M
— Narendra Modi (@narendramodi) May 29, 2017