प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 17वीं लोकसभा का प्रथम सत्र आरंभ होने से पूर्व आज सभी नए सांसदों का स्वागत किया। सत्र प्रारंभ होने से पहले मीडिया के लिए जारी अपने वक्तव्य में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘2019 लोकसभा चुनाव के बाद आज प्रथम सत्र का आरंभ हो रहा है। मैं सभी नए सांसदों का स्वागत करता हूं। उनके साथ नई आशाएं, नई महत्वाकांक्षाएं और सेवा का नया संकल्प भी आया है’।
प्रधानमंत्री ने 17वीं लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या में वृद्धि होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि संसद जब सुचारू रूप से काम करती है तो वह सामान्य जनता की महत्वाकांक्षाओं को पूरा कर पाने में समर्थ होती है।
प्रधानमंत्री ने संसदीय लोकतंत्र में विपक्ष के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विपक्ष सक्रिय भूमिका निभाएगा और सदन की कार्यवाहियों में भाग लेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष को लोकसभा में अपनी संख्या की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब संसद की बात हो तो हमें पक्ष और विपक्ष भूल जाना चाहिए। हमें निष्पक्ष भावना के साथ मामलों पर विचार करना चाहिए और राष्ट्र के व्यापक हित में कार्य करना चाहिए’।
Today marks the start of the first session after the 2019 Lok Sabha polls. I welcome all new MPs. With them comes new hopes, new aspirations and new determination to serve: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 17, 2019
I am happy that this new house has a high number of women MPs.
— PMO India (@PMOIndia) June 17, 2019
My experience also suggests that when the Parliament functions smoothly, we are able to fulfil numerous aspirations of the people of India: PM @narendramodi
The role of an Opposition and an active Opposition is important in a Parliamentary democracy.
— PMO India (@PMOIndia) June 17, 2019
The Opposition need not bother about their numbers. I hope they speak actively and participate in house proceedings: PM @narendramodi
When we come to Parliament, we should forget Paksh and Vipaksh. We should think about issues with a ‘Nishpaksh spirit’ and work in the larger interest of the nation: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 17, 2019