13 अप्रैल की दोपहर को श्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक के चिक्कबल्लपुर, चिकमंगलूर और हावेरी में रैलियों को संबोधित किया, और भाजपा के तहत एक मजबूत और स्थिर सरकार में लाने का आश्वासन दिया। पिछले एक दशक में कांग्रेस के तहत चले कुशासन के बारे में बताते हुए श्री मोदी ने इस बात पर बल देते हुए कि कैसे उनके अहंकार और भ्रष्टाचार ने राष्ट्र को बर्बाद कर दिया है, और उन्होंने 'भारत एक गरीब देश है' के अपने अपमानकारी बयान से भारत की वैश्विक छवि को तोड़ कर रख दिया है।
प्रधानमंत्री के बराक ओबामा को दिए गए बयान कि 'भारत गरीब देश है और एक मंत्री के बयान कि 'भारत 5000 सालों से गरीब है' को याद करते हुए श्री मोदी ने उन उदाहरणों को सामने रखा जब कांग्रेस के मंत्रियों ने भारत एक गरीब और निर्भर देश के रूप में चित्रित किया है। उन्होंने इस तरह के रोते रहने की प्रवृत्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत, अपनी समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों और उत्पादक मानव कौशल के साथ, कभी एक गरीब राष्ट्र नहीं था, यह तो कांग्रेस की सोच ही गरीब है।
केंद्र सरकार के कामकाज के तरीके को सामने रखते हुए श्री मोदी ने कहा कि कैसे जल्द ही जारी होने वाली एक पुस्तक 'एक्सीडेंटल प्राइम-मिनिस्टर’ प्रधानमंत्री कार्यालय में अलोकतांत्रिक पदानुक्रम को उजागर करता है जहाँ हर फाइल और हर अनुमोदन माननीय प्रधानमंत्री की बजाय कांग्रेस अध्यक्ष से अनुमोदित होता है। उन्होंने कांग्रेस के एक मंत्री द्वारा दिए गए बयान का हवाला देते हुए कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल जारी रखने के लिए बहुत उत्सुक नहीं थे पर श्रीमती सोनिया गांधी के उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय का प्रभार लेने के लिए मजबूर कर दिया था। श्री मोदी ने कहा कि कैसे इस अनधिकृत प्रणाली ने राष्ट्र को बर्बाद कर दिया है, इसका फायदा केवल कांग्रेस पार्टी को मिला है।
महंगाई, भ्रष्टाचार , बेरोजगारी और कई अन्य समस्याओं के समाधान में केंद्र की विफलता की और उनके, इन चिंताओं के समाधान में उनकी असफलता को स्वीकार नहीं करने के, अहंकार की श्री मोदी ने निंदा की। उन्होंने बताया कि कैसे कांग्रेस ने धर्मनिरपेक्षता की आड़ में अपनी नाकामी को छुपाने का एक रास्ता तैयार किया है। कांग्रेस के अल्पसंख्यकों को लाभान्वित करने के 15 सूत्री कार्यक्रम पर वास्तविकता में कितना काम हुआ है इस पर सवाल उठाते हुए श्री मोदी ने कहा कांग्रेस की कई योजनाएं केवल कागजी कार्रवाई तक ही सीमित हैं, जिन पर कोई कार्यान्वयन कभी हुआ ही नहीं।
कॉफी की खेती में चिकमंगलूर की विशेषज्ञता के बारे में बताते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुणवत्ता वर्धन के अलावा, प्रभावी पैकेजिंग और प्रौद्योगिकी उन्नयन के साथ इस क्षेत्र को बेहद विकसित किया जा सकता है लेकिन दुर्भाग्य से केंद्र ने इस दिशा में कोई भी ध्यान नहीं दिया है।
श्री मोदी ने भी कांग्रेस की सरकार के तहत देश की सीमाओं पर होने वाली सैनिकों की हत्याओं और गाँवों में होने वाली किसानों की आत्महत्याओं के बारे में बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के तहत श्री लाल बहादुर शास्त्रीजी का 'जय जवान, जय किसान' का के मंत्र बदलकर 'मर जवान, मर किसान‘ का नया मंत्र गढ़ा गया है। "कांग्रेस की राजनीति लोगों को समस्याओं के बने रहने को सुनिश्चित करने के इर्द-गिर्द ही केंद्रित है," श्री मोदी ने कहा।
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस को डर है वे 16 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद कहाँ जाएंगें, और इसलिए मोदी को किसी भी तरह से रोकने के लिए पूरी ताकत से लगी है और सारे भ्रष्ट तरीकों का सहारा ले रही है। भ्रामक दावे और विघटनकारी रणनीतियों के साथ, उनके विभिन्न गुटों के माध्यम से चाहे वो कांग्रेस की ‘ए’ टीम या ‘बी’ टीम हो , कांग्रेस का सारा ध्यान श्री मोदी को बदनाम करने और उन्हें प्रधानमंत्री बनने से रोकने पर है।
श्री देवेगौड़ा के, श्री मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर कर्नाटक छोड़ने के योजना वाले बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री मोदी ने कहा कि अगर उन्होंने कर्नाटक छोड़ने का मन बना ही लिया है, तो उन्हें गुजरात जाना चाहिए जो उनका पूरे दिल से खुली बाहों के साथ उनका स्वागत करेगा। श्री मोदी ने कहा कि वह अत्यंत सम्मान और देखभाल के साथ श्री देवेगौड़ा की सेवा करेंगे।
श्री मोदी ने 2014 के चुनाव राजनीतिक विश्लेषकों के अंकगणितीय गणना के बारे में नहीं है बल्कि 125 करोड़ भारतीयों के विचारों की समानता की ‘कैमिस्ट्री’ के बारे में है। उन्होंने लोगों से 2014 के चुनाव में कमल चुनाव चिन्ह का समर्थन करने और केंद्र में एक मजबूत और स्थिर सरकार बनाने के लिए भाजपा को सक्षम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की पहली प्राथमिकता सुशासन और विकास सुनिश्चित करने पर होगी, और भारतवासियों को केंद्र में रखकर बनाए गए भाजपा घोषणा पत्र के बारे में बताते हुए कहा कि ऐसी कई जनकेंद्रित योजनाओं के बीच किसानों के लिए बनी हितकारी नीति पर प्रकाश डाला जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करते समय उपज पर लगी इनपुट लागत के 50 फीसदी जोड़ने की बात की गई है, जिससे उन्हें एक बेहतर जीवन सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। श्री मोदी आगे आश्वासन देते हुए कहा कि भाजपा के तहत युवाओं के पास रोजगार होगा, गरीब का सशक्तिकरण होगा, किसानों और महिलाएँ एक सुरक्षित जीवन व्यतीत करेंगे और हर व्यक्ति को विकास करने का एक समान अवसर दिया जाएगा।
श्री मोदी ने कर्नाटक में रह रहे तमिलों को नए साल की बधाई दी जो 14 अप्रैल को नए साल के रूप में मनाते हैं।
Watch : Shri Narendra Modi addressing a massive gathering in Haveri, Karnataka