प्रत्येक अस्पताल को हेल्थ इंश्योरेंस से रक्षित किया जाए
प्रिवेंटिव हेल्थ केयर की जागृति जरूरी
भारत अपने हेल्थ केयर सेक्टर का ब्रांडनेम स्थापित करे: मुख्यमंत्री
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकन संस्था AAPI द्वारा आयोजित ग्लोबल हेल्थ केयर समिट का आज अहमदाबाद में शुभारम्भ करते हुए सुझाव दिया कि प्रत्येक हॉस्पिटल, बेड को हेल्थ इंश्योरेंस सिस्टम में समाहित कर दिया जाना चाहिए।
देश में प्रिवेंटिव हेल्थ केयर का जनजागरण अभियान चलाने की जरूरत पर उन्होंने बल दिया।
अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ऑरिजन AAPI की वैश्विक स्वास्थ्य सम्भाल की यह परिषद तीन दिन के लिए आयोजित हो रही है।
स्वास्थ्य सेवा के समग्र क्षेत्र में जो बदलाव आ रहे हैं उसकी भूमिका के साथ श्री मोदी ने कहा कि रोगियों के नजरिये के मुताबिक स्वास्थ्य सुव्यवस्थित होना चाहिए। परम्परागत चिकित्सा से समाज स्वस्थ रहेगा। आज सुपर स्पेशियालिटी ट्रीटमेंट और मेडिकल उपचार टेक्नोलॉजी आधारित हो गया है। टेक्नोलॉजी से रोगी को दर्द में राहत और मुक्ति का भरोसा हासिल होता है।
मेडिकल प्रोफेशनल में रोगियों के रोगों के प्रति संवेदना होनी चाहिए परंतु अब तो राजनीति पर भी इसका असर पड़ता है। अमेरिका में यही स्थिति है। जन्म लेना खर्चीला नहीं है मगर बीमारी अति खर्चीली हो गई है। देश में हर चार वर्ष में चार करोड़ गरीब लोग बीमारी की वजह से कर्ज में डूब जाते हैं। सरकारों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का बजट बढ़ाना अनिवार्य हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में हेल्थ इंश्योरेंस महत्वपूर्ण है या हेल्थ इंश्योरेंस, इसकी समीक्षा करने का समय आ गया है। उसी के मुताबिक रोगों के बाद की स्वास्थ्य सुरक्षा के बजाए रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा महत्वपूर्ण बन जाती है। प्रिवेंटिव हेल्थ केयर के लिए सर्वग्राही जागृति होनी चाहिए।
भारत के पास हॉलिस्टिक हेल्थ केयर की महान विरासत है और हर्बल मेडिसिन में भारत अपनी ब्रांड इमेज खड़ी कर सकता है। श्री मोदी ने यह सुझाव देते हुए कहा कि उसी अनुसार मानव शरीर के आसपास ओरा चक्र होता है, जिसके माध्यम से रोगों के निदान के बारे में पूर्व जानकारी का विज्ञान विकसित हुआ।
गुजरात सरकार ने हेल्थ केयर में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप का शिप मॉडल अपनाया है। इसकी रूपरेखा पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने हेल्थ सेक्टर में मानव संसाधन शक्ति के आयोजन तथा मेडिकल एज्युकेशन की जरूरत पर बल दिया।
इस अवसर पर नामी चिकित्सक, स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ भारी तादाद में उपस्थित थे।