समाज की रक्षा के लिए हैं शस्त्रः श्री मोदी
मुख्यमंत्री निवास में सुरक्षा सेवा के साथी परिवारों के साथ सहभागी बन की शस्त्रपूजा
सार्वजनिक समारोहों में जनता से मिले तलवार इत्यादि शस्त्रों की पूजा करने की गरिमामय परंपरा संपन्न
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज विजयादशमी की सुबह अपने निवास संकुल में सुरक्षा सेवा के साथी परिवारों के साथ सहभागी बनकर भेंट में मिले शस्त्रों का शास्त्रोक्त विधि से पूजन किया। इस मौके पर श्री मोदी ने समाज एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध सुरक्षा सेवा के सभी कर्मचारियों को शस्त्र-भक्ति की महिमा को आत्मसात करने का प्रेरक आह्वान किया।
विजयादशमी पर्व के अवसर पर हर वर्ष की परंपरानुसार सुरक्षा सेवा के सभी साथी-सहयोगियों का परिवार मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित शस्त्र पूजा में उपस्थित था। श्री मोदी को सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान भेंट में मिली तलवार, तीर-कमान जैसे शस्त्रों की पूजा की गई।
श्री मोदी ने कहा कि शक्ति आराधना के पर्व नवरात्री के पश्चात आने वाला विजयादशमी का पर्व विजयोत्सव के साथ जुड़ा हुआ है। शस्त्र-भक्ति की महिमा आसुरी ताकतों के खिलाफ दैवी शक्ति के विजय का महात्म्य दर्शाती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा सेवा के सहयोगियों का जीवन शस्त्र के साथ जुड़ा हुआ है। शस्त्र की भक्ति हमें उसके दुरुपयोग की वृत्ति से दूर रखती है।
मुख्यमंत्री ने रामायण काल की संस्कृति की मिसाल पेश करते हुए कहा कि संस्कार और विवेक से ही शस्त्र या सत्ता के अहंकार से हम दूर रह सकते हैं, यह बात रामचंद्र जी के आदर्श जीवन और अहंकारी रावण के पतन की स्थिति ठीक समझाती है।
इस मौके पर श्री मोदी ने कठोर सेवा और परिश्रम में रत सुरक्षा सेवा के कर्मयोगियों की तनाव मुक्त जिन्दगी के लिए तथा उनके परिवार की सुख-शांति के लिए तन-मन को स्वस्थ रखने का प्रेरक मार्गदर्शन भी दिया। सुरक्षा कर्मियों के परिजनों को विजयादशमी पर्व की शुभकामना देते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में प्रगति के लिए बुराइयों पर विजय पाने हेतु और शस्त्र हो, शास्त्र हो या फिर शरीर हो विवेक और व्यवहार सभी में हम पवित्रता के भाव से संकल्परत रहें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी प्रेमवीर सिंह सहित उपस्थित सुरक्षा सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।