Watch : Shri Narendra Modi addressing a massive rally in Srinagar, Uttarakhand
श्री नरेन्द्र मोदी ने 3 मई की दोपहर को उत्तराखंड के श्रीनगर, अल्मोड़ा, रुद्रपुर और रुड़की में विशाल जनसभाएं संबोधित कीं और हिमालयी राज्यों के विकास के लिए रणनीति के विकास पर भाजपा के फोकस का जिक्र किया जिससे इस क्षेत्र की क्षमताओं को आगे रखकर कमजोरियों को दूर किया जा सकेगा। श्री मोदी ने कांग्रेस की विभाजनकारी नीतियों को उजागर किया और लोगों से उसे वोट के जरिये सत्ता से बाहर उखाड़ने तथा भाजपा को केंद्र में विकासोन्मुसखी सरकार बनाने के लिए समक्ष बनाने का आह्वान किया।
श्री मोदी ने बताया कि किस तरह गठबंधन या लठबंधन के जरिये कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों का पूरा फोकस सिर्फ मोदी को रोकने पर है। श्री मोदी ने कहा कि यह उनके भय की वजह से है क्योंकि उन्हें मालूम है कि 16 मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद उनकी जगह कहां होगी। उन्होंने दिल्लीप में मां-बेटे की सरकार और उत्तोराखंड में पति-पनीन की सरकार (मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनकी पत्नी रेणुका की ओर इशारा करते हुए) के कुशासन पर हमला बोलते हुए श्री मोदी ने कहा, “कांग्रेस में एक अकेला नेता या कार्यकर्ता या महिला नेता क्यों नहीं है? दिल्लीे में मां-बेटे और यहां पति-पत्नी की सरकार क्यों है?” उन्होंने यह यह भी कहा कि श्री रावत कुछ समय पहले केंद्र सरकार में जल संसाधन मंत्री थे लेकिन जब राज्ये में प्राकृतिक आपदा आयी तो उन्होंने बाढ़ प्रबंधन के लिए कुछ भी नहीं किया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयान कि श्री मोदी गुस्से की राजनीति कर रहे हैं का कड़ा जवाब देते हुए श्री मोदी ने सवाल किया कि देश लूटने वालों पर गुस्सा करना क्या गलत है। उन्होंने कई उदाहरण देकर बताया कि किस तरह कांग्रेस लोगों का असम्मान करती है। उन्होंने बताया कि श्री राजीव गांधी ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यामंत्री तंगुतूरी अंजिआह की बेइज्जती की। इसी तरह श्रीमती सोनिया गांधी के गार्ड्स ने श्री सीताराम केसरी को धक्के मारकर कांग्रेस कार्यालय से बाहर निकाल दिया और कांग्रेस ने अपने नेता श्री नरसिंह राव को दिल्ली में अंतिम सरकार के लिए दो गज जमीन भी नहीं दी। श्री मोदी ने कहा, “राहुल जी हम आपके परिवार पर उंगली नहीं उठाते लेकिन आप मुझे बुरा कहते रहते हो। लोग बटन के जरिये आपको जवाब देंगे।” श्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार के भ्रष्टाेचार ने देश को उजाड़ दिया है। श्री मोदी ने विदेशी बैंकों में जमा काले धन को केंद्र सरकार द्वारा वापस लाने के लिए भाजपा के फोकस पर भी बल दिया।
श्रीनगर में श्री मोदी ने बड़ी तादाद में महिलाओं के उपस्थित होने के लिए धन्यवाद किया और उनका ध्यान इस ओर खींचा कि किस तरह कांग्रेस के शासन में महिलाओं की हिफाजत खतरे में है। उन्होंने महिलाओं की गरिमा शीर्षक से जारी एक रिपोर्ट का हवाला दिया जिसके मुताबिक महिलाओं पर सर्वाधिक अत्याचार करने वाले 10 में से सात राज्य कांग्रेस शासित हैं।
Watch : Shri Narendra Modi addressing "Bharat Vijay" rally in Rudrapur, Uttarakhand
तराई क्षेत्र में किसानों के कल्याण के लिए भाजपा के फोकस को दोहराते हुए श्री मोदी ने बताया कि भाजपा के घोषणापत्र में कृषि उत्पाादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए एक मानक विधि का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि इससे जय जवान, जय किसान मंत्र फिर से साकार होगा। उन्होंने देश में व्याप्त पर्यटन के विशाल भंडार की चर्चा भी की। उन्होंने बताया कि किस तरह उत्तराखंड भी भारी तादाद में पर्यटकों को आकर्षित कर सकता है। उन्होंने प्रत्येक क्षेत्र को उसकी क्षमता और कमजोरियों के आधार पर विकसित करने की भाजपा की प्रतिबद्धता की चर्चा की। उन्होंने कहा कि हिमालयी राज्यों के लिए विकास की अलग नीति अपनायी जायेगी।
श्री मोदी ने एक संगठन कार्यकर्ता के रूप में उत्तराखंड में बिताये हुए अपने शुरुआती दिनों को याद किया। उन्होंने बताया कि पिछले साल जून में प्राकृतिक आपदा के दौरान भी उन्होंने इस क्षेत्र का दौरा किया था। वह यहां लोगों की सेवा के इरादे से आये थे लेकिन अवांछित राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते उन्हें जल्दी वापस लौटना पड़ा।
श्री मोदी ने कांग्रेस का कुशासन खत्मा करने का लोगों से आग्रह करते हुए श्री मोदी ने उन्हें बड़ी संख्या में भाजपा को वोट देने और दिल्ली में एक मजबूत और स्थिर सरकार सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होने कहा कि वह सेवक के रूप में लोगों की सेवा करेंगे और एक चौकीदार के तौर पर देश के खजाने की रक्षा करेंगे।
उत्तेराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (रिटायर) भुवन चंद्र खंडूरी श्रीनगर रैली में उपस्थित रहे। उन्हों ने बताया कि श्री मोदी ने पिछले साल राज्य में आयी प्राकृतिक आपदा के दौरान किस तरह लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया। उन्होंने कहा कि लोगों की इच्छा श्री मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर देखने की है।
श्री भगत सिंह कोश्याारी अल्मोड़ा में रैली के दौरान उपस्थित थे। श्री सतपाल महाराज और रमेश पोखरियाल निशंक रुड़की में रैली के दौरान मौजूद रहे।