21 अप्रैल की शाम को महाराष्ट्र के कल्याण और मुंबई में बड़े पैमाने पर रैलियों को संबोधित करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को इस चुनाव में उखाङ फेंकने की, और इन पार्टियों के कुशासन से स्वयं दूर करने की लोगों से अपील की। श्री मोदी ने कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति के कारण होने वाली देश की बर्बादी की निंदा की और कहा कि देश को तथा उसके अपने लोगों समृद्ध करने के लिए भाजपा की सत्ता में आने की आवश्यकता है।
श्री मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र ने राज्य सरकार के अधीन केवल बर्बादी ही देखी है और राज्य और केंद्र सरकार के अदम्य अहंकार पर क्षोभ व्यक्त किया है, जो उनके झूठे वादों में न केवल परिलक्षित होता है बल्कि उनके कार्यों और अकार्यों में भी परिलक्षित होता है। उन्होंने कहा कि कैसे गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसी गंभीर चिंताएं केंद्र सरकार द्वारा कभी संबोधित नहीं की गईं। "वे भारत को झुग्गी-मुक्त बनाने का वादा कर रहे थे, लेकिन पिछले 5 वर्षों में उसके लिए कुछ भी नहीं किया। इसके बारे में कोई बात भी नहीं की, और ऊपर से लोगों को गुमराह किया। बेरोजगारी के साथ विकास इस सरकार की पहचान बन गई है। हम चीजों को ऐसे ही चलने नहीं दे सकते। हमें और अधिक अवसर पैदा करने की आवश्यकता है, " श्री मोदी ने कहा। किसानों की चिंतनीय हालत और भयावह बेरोजगारी परिदृश्य से लेकर , जबर्दस्त महंगाई और विनाशकारी भ्रष्टाचार तक, कांग्रेस आज तक ऐसी किसी भी चीज के बारे में परेशान नहीं रही है, श्री मोदी ने कहा।
श्री मोदी द्वारा भ्रामक दावे के साथ लोगों के धोखा देने में कांग्रेस की झूठेपन पर भी प्रकाश डाला, जब उन्होंने बताया कि कैसे कांग्रेस के घोषणापत्र में पिछले चुनावों के दौरान किए गए अधूरे वादों को ही दोहराया गया है। "कई बार मुझे समझ में नहीं आता है कि वे भारत के लोगों को समझते क्या हैं। इतना अहंकार! उन्हें लोगों की आकांक्षाओं के साथ कुछ लेना-देना नहीं है," श्री मोदी ने कहा । उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की केवल एक ही चिंता है कि कैसे श्री मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोका जाए, और इसके लिए वे झूठे से झूठे आरोपों का सहारा लेने के लिए भी तैयार हैं। वे राष्ट्रीय महत्व के अन्य मुद्दों से निपटने में अपनी अयोग्यता को छुपाने के लिए 'धर्मनिरपेक्षता' की शरण ले लेते हैं। "जब उनके पास कोई जवाब नहीं होता है, तब वे धर्मनिरपेक्षता के बंकर में वापस घुस जाते हैं। लोग हर बार वही पुराने राग को सुनने के लिए तैयार नहीं हैं ," श्री मोदी ने कहा।
श्री मोदी ने के कांग्रेस उपाध्यक्ष के उस बयान की निंदा की कि ‘कांग्रेस एक सोच (विचार) है ' और कहा कि कांग्रेस के उपाध्यक्ष, पार्टी और उसके सहयोगी दलों के लिए, भारत, वास्तव में उनकी 'माता' की भूमि है, जबकि भाजपा के भारत उनकी ‘मातृभूमि'
श्री मोदी ने साफ तौर पर घोषणा की कि चुनाव परिणाम घोषित होते ही कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों का सफाया हो जाएगा, और कहा “कांग्रेस का होने वाली हार ऐतिहासिक होगी और इस चुनाव में होने वाली हार अभूतपूर्व होगी। मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि कई राज्यों में तो कांग्रेस और उसके सहयोगी दल खाता ही नहीं खोल पाएंगे। किसी भी राज्य में वे दोहरे अंक को नहीं छू पाएंगे। "
श्री मोदी ने शिवाजी महाराज और डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय श्री बालासाहेब ठाकरे को याद किया, और कहा कि अब उनकी अनुपस्थिति में, और अधिक ध्यान से काम करने की आवश्यकता है जिससे उनकी आत्मा को खुशी मिल सके।
श्री मोदी ने लोगों से महाराष्ट्र में महायुती समर्थन आग्रह किया और उन्हें आश्वासन दिया कि भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में एक मजबूत और स्थिर सरकार सुनिश्चित करके उनका विश्वास वापस लौटाएगी।
शिव सेना के अध्यक्ष श्री उद्धव ठाकरे ने वर्तमान सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार की बात की और कहा कि इसने राष्ट्र की विकास की संभावनाओं को बर्बाद कर दिया है और औद्योगिक दिग्गज देश को छोङकर जा रहे हैं। श्री ठाकरे ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री श्री अजीत पवार की आलोचना की, और कहा वे केवल धमकाने की राजनीति करते हैं जिसमें वोट की धमकियों के आधार पर माँगे जाते हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री गोपीनाथ मुण्डे और आरपीआई नेता श्री रामदास अठावले भी रैली के दौरान उपस्थित थे।