Quote"Shri Narendra Modi addresses rally at Kasargod in Kerala"
Quote"I have come here with a message to serve you. We have seen their friendly fights now we want you to place your trust in us: Shri Modi"
Quote"Reason of Kerala decline is the friendly match between UDF and LDF: Shri Modi"
Quote"Congress is like a watermelon. It is green from outside and red from inside and Left carries red flag: Shri Modi"
Quote"There is lots Kerala can give to the world- things like herbal medicines. But sadly, it is exporting its skilled and intelligent youth: Shri Modi"
Quote"Same Kerala known for tourism is now heading towards being nursery of terrorism: Shri Modi"
Quote"Do PM, Kerala CM, Defence Minister have the courage to answer my questions on the killing of fishermen: Shri Modi"
Quote"What did Mr. AK Antony say in Parliament when our soldiers were killed? What you said made people in Pakistan happy: Shri Modi"
Quote"Delhi is more interested in Defence Deals and not Defence Power of the nation that explains the problems we are facing: Shri Modi"
Quote"This is God's Own Country but youth from Kerala are leaving the state. What is forcing them to do so: Shri Modi"

 

केरल, जिसे भगवान का अपना देश भी कहा जाता है, के लोगों के प्रति गहरी चिंता व्यक्त करते हुए और कई वर्षों से राज्य में चल रहे कुशासन के प्रति रोष जाहिर करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने 8 अप्रैल की दोपहर में केरल के कासरगौड़ में एक विशाल रैली को संबोधित किया. अथाह विकास क्षमता वाले इस राज्य की दुर्गति के पीछे एलडीएफ और यूडीएफ के बीच चल रहे ‘फ्रैंडली मैच’ का हवाला देते हुए श्री मोदी ने बीजेपी को वोट देने और केरल का खोया हुआ गौरव फिर लौटाने की अपील की.

‘भगवान के अपने देश’ की अपार संभावनाओं का उपयोग करने में विफल रही वर्तमान सरकार की अदूरदर्शिता पर चिंता जताते हुए श्री मोदी ने कहा कि प्राकृतिक और सांस्कृतिक रूप से इतना समृद्ध होने के बावजूद केरल के पिछड़ने का कारण यह है कि यहां यूडीएफ और एलडीएफ के बीच फ्रेंडली मैच चल रहा है. उन्होंने बताया कि किस तरह इस राज्य पर शासन करने के लिए इन पार्टियों ने पैंतरे बदले हैं, अपनी नीतियां बनाई हैं और दूसरे राज्य जो कर रहे हैं, उसकी पूरी अनदेखी की है. श्री मोदी ने कहा कि इससे पता चलता है कि ये लोगों को मूर्ख बना-बनाकर राज्य में फिर से सत्ता हथियाने की कोशिश है. “केरल की दुर्गति का कारण यूडीएफ और एलडीएफ के बीच चल रहा फ्रेंडली मैच है. उन दोनों के बीच में एक अलिखित समझौता है- यूडीएफ फिर एलडीएफ, फिर यूडीएफ, फिर एलडीएफ. दोनों एकदूसरे के बारे में कुछ नहीं बोलते हैं और उनका खेल चलता रहता है,” श्री मोदी ने कहा.

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तटवर्ती क्षेत्रों की पूरे देश को नमक की आपूर्ति करने की क्षमता और यहाँ से कृषि उपज व आयुर्वेदिक औषधियां निर्यात करने की संभावनाओं का समुचित उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि उन्हें निर्यात करके समृद्धि लाने के बजाय यह राज्य ‘बुद्धिमान लोगों को निर्यात’ (दूसरे राज्यों में रोज़गार की तलाश में जाने वाले युवाओं के संदर्भ में) कर रहा है. उन्होंने विदेशों में काम करने के लिए जाने वाले युवाओं की स्थिति पर भी चिंता जताई और पूछा कि केरल से जो केंद्रीय मंत्री हैं (श्री शशि थरुर जो केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री हैं, का हवाला देते हुए), वे बताएं कि विदेशों में केरल के युवाओं का जो शोषण हो रहा है, क्या उन समस्याओं का समाधान किया गया?

किसानों, विशेषकर सुपारी का उत्पादन करने वाले किसानों की समस्याओं के प्रति केंद्र की संवेदनहीनता को समुचित ढंग से उठाते हुए श्री मोदी ने कहा कि किस तरह गुजरात ने किसानों के सशक्तिकरण के लिए कदम उठाए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि गुजरात ने मछुआरा समुदाय के विकास के लिए एक समावेशी नीति अपनाई है, और केरल में भी मछुआरा समुदाय के विकास के लिए वे नीतियां लागू की जा सकती हैं.

श्री मोदी की मछुआरों के प्रति चिंता को केरल के मुख्यमंत्री श्री ओमेन चंडी द्वारा ‘सस्ती लोकप्रियता की कोशिश’ कहे जाने की श्री मोदी ने निंदा की और दृढ़ता के साथ कहा कि चाहे जो भी हो, वे मछुआरा समुदाय का साथ देते रहेंगे. राज्य और केंद्र सरकार के मछुआरा समुदाय के प्रति संवेदनहीन रवैये की आलोचना करते हुए श्री मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री और केंद्र से पूछा कि जिन इतालवी सिपाहियों ने केरल के मछुआरों को मारा था, उन्हें किस जेल में बंद किया गया.

श्री मोदी ने केरल में बढ़ रही आतंकवादी गतिविधियों की भी निंदा की और कहा कि पर्यटन और सकल स्वास्थ्य की संभावनाओं के ज़रिए ‘भगवान के अपने देश’ की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के बजाय यह राज्य अब ‘आतंकवाद की नर्सरी’ बनता जा रहा है. श्री ए के एंटनी के वक्तव्य जिसमें उन्होंने आतंकवादियों के पाकिस्तानी यूनिफॉर्म पहन कर भारतीय जवानों को मारने की बात कही थी, को खारिज करते हुए पूछा कि उन्हें पाकिस्तान का बचाव करना है या अपनी मातृभूमि भारत का, और उनसे कहा कि देश की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाएं.

कांग्रेस द्वारा लोगों को गुमराह करने की नीतियों पर हमला करते हुए श्री मोदी ने बताया कि 2004 और 2009 के उनके मैनिफेस्टो में भी कितने वादे किए गए थे, आतंकवाद से लड़ने की बात कही गई थी, उन्हें फिर से दोहराया गया है. इससे स्पष्ट है कि हमारे देश की गहन समस्याओं की उन्हें परवाह ही नहीं है. कांग्रेस के घोषणा पत्र को ‘धोखा पत्र’ की संज्ञा देते हुए श्री मोदी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए कि उन्होंने हमारी आर्मी को ज़रूरी हथियारों से लैस करने के उपाय क्यों नहीं किए, जबकि सेना प्रमुख ने कहा था कि हमारे पास हथियारों की कमी है. “कांग्रेस तरबूजे के जैसी है. यह बाहर से हरी है और अंदर से लाल है और लेफ्ट वाले लाल रंग का झंडा लेकर चलते हैं,” श्री मोदी ने कहा.

श्री मोदी ने देश की सुरक्षा से जुड़े नौसेना और वायुसेना के मुद्दे भी उठाए और श्री ए के एंटनी से पूछा कि हरेक भारतीय की सुरक्षा को लेकर केंद्र इतना सुस्त क्यों है. “दिल्ली की दिलचस्पी रक्षा सौदों में है, देश की सुरक्षा बढ़ाने में नहीं और इसी वजह से हम इन समस्याओं का सामना कर रहे हैं,” श्री मोदी ने कहा.

केरल की चिंताओं पर पूरा ध्यान देने के बीजेपी के ध्येय को व्यक्त करते हुए श्री मोदी ने लोगों से बीजेपी को वोट देने और एलडीएफ व यूडीएफ के कुशासन को समाप्त करने की अपील की.

रैली में लोगों के बड़ी संख्या में आने के प्रति श्री मोदी ने आभार जताया और उन्हें विशु की शुभकामनाएं दीं.

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May 12, 2025
QuoteToday, every terrorist knows the consequences of wiping Sindoor from the foreheads of our sisters and daughters: PM
QuoteOperation Sindoor is an unwavering pledge for justice: PM
QuoteTerrorists dared to wipe the Sindoor from the foreheads of our sisters; that's why India destroyed the very headquarters of terror: PM
QuotePakistan had prepared to strike at our borders,but India hit them right at their core: PM
QuoteOperation Sindoor has redefined the fight against terror, setting a new benchmark, a new normal: PM
QuoteThis is not an era of war, but it is not an era of terrorism either: PM
QuoteZero tolerance against terrorism is the guarantee of a better world: PM
QuoteAny talks with Pakistan will focus on terrorism and PoK: PM

प्रिय देशवासियों,

नमस्कार!

हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा है। मैं सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं को, सशस्त्र बलों को, हमारी खुफिया एजेंसियों को, हमारे वैज्ञानिकों को, हर भारतवासी की तरफ से सैल्यूट करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया। मैं उनकी वीरता को, उनके साहस को, उनके पराक्रम को, आज समर्पित करता हूं- हमारे देश की हर माता को, देश की हर बहन को, और देश की हर बेटी को, ये पराक्रम समर्पित करता हूं।

साथियों,

22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष-मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर, उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने, बेरहमी से मार डालना, ये आतंक का बहुत विभत्स चेहरा था, क्रूरता थी। ये देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से ये पीड़ा बहुत बड़ी थी। इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल, एक स्वर में, आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी। और आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है।

साथियों,

‘ऑपरेशन सिंदूर’ ये सिर्फ नाम नहीं है, ये देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह, पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर्स पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। लेकिन जब देश एकजुट होता है, Nation First की भावना से भरा होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है, तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं, परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं।

जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला बोला, भारत के ड्रोन्स ने हमला बोला, तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, बल्कि उनका हौसला भी थर्रा गया। बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने, एक प्रकार से ग्लोबल टैररिज्म की यूनिवर्सटीज रही हैं। दुनिया में कहीं पर भी जो बड़े आतंकी हमले हुए हैं, चाहे नाइन इलेवन हो, चाहे लंदन ट्यूब बॉम्बिंग्स हो, या फिर भारत में दशकों में जो बड़े-बड़े आतंकी हमले हुए हैं, उनके तार कहीं ना कहीं आतंक के इन्हीं ठिकानों से जुड़ते रहे हैं। आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्ट्स उजाड़ दिए। भारत के इन हमलों में 100 से अधिक खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया है। आतंक के बहुत सारे आका, बीते ढाई-तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे, जो भारत के खिलाफ साजिशें करते थे, उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया।

साथियों,

भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था, हताशा में घिर गया था, बौखला गया था, और इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया। आतंक पर भारत की कार्रवाई का साथ देने के बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों-कॉलेजों को, गुरुद्वारों को, मंदिरों को, सामान्य नागरिकों के घरों को निशाना बनाया, पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन इसमें भी पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया।

दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन्स और पाकिस्तान की मिसाइलें, भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। भारत के सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम ने, उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया। भारत के ड्रोन्स, भारत की मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया। पाकिस्तानी वायुसेना के उन एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिस पर पाकिस्तान को बहुत घमंड था। भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था।

इसलिए, भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा। पाकिस्तान, दुनिया भर में तनाव कम करने की गुहार लगा रहा था। और बुरी तरह पिटने के बाद इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे DGMO को संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे, आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था, पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था, इसलिए, जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई, पाकिस्तान की तरफ से जब ये कहा गया, कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा। तो भारत ने भी उस पर विचार किया। और मैं फिर दोहरा रहा हूं, हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर अपनी जवाबी कार्रवाई को अभी सिर्फ स्थगित किया है। आने वाले दिनों में, हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे, कि वो क्या रवैया अपनाता है।

साथियों,

भारत की तीनों सेनाएं, हमारी एयरफोर्स, हमारी आर्मी, और हमारी नेवी, हमारी बॉर्डर सेक्योरिटी फोर्स- BSF, भारत के अर्धसैनिक बल, लगातार अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद, अब ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ भारत की नीति है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है, एक नया पैमाना, न्यू नॉर्मल तय कर दिया है।

पहला- भारत पर आतंकी हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर जवाब देकर रहेंगे। हर उस जगह जाकर कठोर कार्यवाही करेंगे, जहां से आतंक की जड़ें निकलती हैं। दूसरा- कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक और निर्णायक प्रहार करेगा।

तीसरा- हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, दुनिया ने, पाकिस्तान का वो घिनौना सच फिर देखा है, जब मारे गए आतंकियों को विदाई देने, पाकिस्तानी सेना के बड़े-बड़े अफसर उमड़ पड़े। स्टेट स्पॉन्सरड टेरेरिज्म का ये बहुत बड़ा सबूत है। हम भारत और अपने नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए लगातार निर्णायक कदम उठाते रहेंगे।

साथियों,

युद्ध के मैदान पर हमने हर बार पाकिस्तान को धूल चटाई है। और इस बार ऑपरेशन सिंदूर ने नया आयाम जोड़ा है। हमने रेगिस्तानों और पहाड़ों में अपनी क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया, और साथ ही, न्यू एज वॉरफेयर में भी अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की। इस ऑपरेशन के दौरान, हमारे मेड इन इंडिया हथियारों की प्रमाणिकता सिद्ध हुई। आज दुनिया देख रही है, 21वीं सदी के वॉरफेयर में मेड इन इंडिया डिफेंस इक्विपमेंट्स, इसका समय आ चुका है।

साथियों,

हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ हम सभी का एकजुट रहना, हमारी एकता, हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। निश्चित तौर पर ये युग युद्ध का नहीं है, लेकिन ये युग आतंकवाद का भी नहीं है। टैररिज्म के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, ये एक बेहतर दुनिया की गारंटी है।

साथियों,

पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार, जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे है, वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने टैरर इंफ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा। इसके अलावा शांति का कोई रास्ता नहीं है। भारत का मत एकदम स्पष्ट है, टैरर और टॉक, एक साथ नहीं हो सकते, टैरर और ट्रेड, एक साथ नहीं चल सकते। और, पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकता।

मैं आज विश्व समुदाय को भी कहूंगा, हमारी घोषित नीति रही है, अगर पाकिस्तान से बात होगी, तो टेरेरिज्म पर ही होगी, अगर पाकिस्तान से बात होगी, तो पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर, PoK उस पर ही होगी।

प्रिय देशवासियों,

आज बुद्ध पूर्णिमा है। भगवान बुद्ध ने हमें शांति का रास्ता दिखाया है। शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है। मानवता, शांति और समृद्धि की तरफ बढ़े, हर भारतीय शांति से जी सके, विकसित भारत के सपने को पूरा कर सके, इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना बहुत जरूरी है, और आवश्यकता पड़ने पर इस शक्ति का इस्तेमाल भी जरूरी है। और पिछले कुछ दिनों में, भारत ने यही किया है।

मैं एक बार फिर भारत की सेना और सशस्त्र बलों को सैल्यूट करता हूं। हम भारतवासी के हौसले, हर भारतवासी की एकजुटता का शपथ, संकल्प, मैं उसे नमन करता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

भारत माता की जय !!!

भारत माता की जय !!!

भारत माता की जय !!!