केरल, जिसे भगवान का अपना देश भी कहा जाता है, के लोगों के प्रति गहरी चिंता व्यक्त करते हुए और कई वर्षों से राज्य में चल रहे कुशासन के प्रति रोष जाहिर करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने 8 अप्रैल की दोपहर में केरल के कासरगौड़ में एक विशाल रैली को संबोधित किया. अथाह विकास क्षमता वाले इस राज्य की दुर्गति के पीछे एलडीएफ और यूडीएफ के बीच चल रहे ‘फ्रैंडली मैच’ का हवाला देते हुए श्री मोदी ने बीजेपी को वोट देने और केरल का खोया हुआ गौरव फिर लौटाने की अपील की.
‘भगवान के अपने देश’ की अपार संभावनाओं का उपयोग करने में विफल रही वर्तमान सरकार की अदूरदर्शिता पर चिंता जताते हुए श्री मोदी ने कहा कि प्राकृतिक और सांस्कृतिक रूप से इतना समृद्ध होने के बावजूद केरल के पिछड़ने का कारण यह है कि यहां यूडीएफ और एलडीएफ के बीच फ्रेंडली मैच चल रहा है. उन्होंने बताया कि किस तरह इस राज्य पर शासन करने के लिए इन पार्टियों ने पैंतरे बदले हैं, अपनी नीतियां बनाई हैं और दूसरे राज्य जो कर रहे हैं, उसकी पूरी अनदेखी की है. श्री मोदी ने कहा कि इससे पता चलता है कि ये लोगों को मूर्ख बना-बनाकर राज्य में फिर से सत्ता हथियाने की कोशिश है. “केरल की दुर्गति का कारण यूडीएफ और एलडीएफ के बीच चल रहा फ्रेंडली मैच है. उन दोनों के बीच में एक अलिखित समझौता है- यूडीएफ फिर एलडीएफ, फिर यूडीएफ, फिर एलडीएफ. दोनों एकदूसरे के बारे में कुछ नहीं बोलते हैं और उनका खेल चलता रहता है,” श्री मोदी ने कहा.
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तटवर्ती क्षेत्रों की पूरे देश को नमक की आपूर्ति करने की क्षमता और यहाँ से कृषि उपज व आयुर्वेदिक औषधियां निर्यात करने की संभावनाओं का समुचित उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि उन्हें निर्यात करके समृद्धि लाने के बजाय यह राज्य ‘बुद्धिमान लोगों को निर्यात’ (दूसरे राज्यों में रोज़गार की तलाश में जाने वाले युवाओं के संदर्भ में) कर रहा है. उन्होंने विदेशों में काम करने के लिए जाने वाले युवाओं की स्थिति पर भी चिंता जताई और पूछा कि केरल से जो केंद्रीय मंत्री हैं (श्री शशि थरुर जो केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री हैं, का हवाला देते हुए), वे बताएं कि विदेशों में केरल के युवाओं का जो शोषण हो रहा है, क्या उन समस्याओं का समाधान किया गया?
किसानों, विशेषकर सुपारी का उत्पादन करने वाले किसानों की समस्याओं के प्रति केंद्र की संवेदनहीनता को समुचित ढंग से उठाते हुए श्री मोदी ने कहा कि किस तरह गुजरात ने किसानों के सशक्तिकरण के लिए कदम उठाए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि गुजरात ने मछुआरा समुदाय के विकास के लिए एक समावेशी नीति अपनाई है, और केरल में भी मछुआरा समुदाय के विकास के लिए वे नीतियां लागू की जा सकती हैं.
श्री मोदी की मछुआरों के प्रति चिंता को केरल के मुख्यमंत्री श्री ओमेन चंडी द्वारा ‘सस्ती लोकप्रियता की कोशिश’ कहे जाने की श्री मोदी ने निंदा की और दृढ़ता के साथ कहा कि चाहे जो भी हो, वे मछुआरा समुदाय का साथ देते रहेंगे. राज्य और केंद्र सरकार के मछुआरा समुदाय के प्रति संवेदनहीन रवैये की आलोचना करते हुए श्री मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री और केंद्र से पूछा कि जिन इतालवी सिपाहियों ने केरल के मछुआरों को मारा था, उन्हें किस जेल में बंद किया गया.
श्री मोदी ने केरल में बढ़ रही आतंकवादी गतिविधियों की भी निंदा की और कहा कि पर्यटन और सकल स्वास्थ्य की संभावनाओं के ज़रिए ‘भगवान के अपने देश’ की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के बजाय यह राज्य अब ‘आतंकवाद की नर्सरी’ बनता जा रहा है. श्री ए के एंटनी के वक्तव्य जिसमें उन्होंने आतंकवादियों के पाकिस्तानी यूनिफॉर्म पहन कर भारतीय जवानों को मारने की बात कही थी, को खारिज करते हुए पूछा कि उन्हें पाकिस्तान का बचाव करना है या अपनी मातृभूमि भारत का, और उनसे कहा कि देश की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाएं.
कांग्रेस द्वारा लोगों को गुमराह करने की नीतियों पर हमला करते हुए श्री मोदी ने बताया कि 2004 और 2009 के उनके मैनिफेस्टो में भी कितने वादे किए गए थे, आतंकवाद से लड़ने की बात कही गई थी, उन्हें फिर से दोहराया गया है. इससे स्पष्ट है कि हमारे देश की गहन समस्याओं की उन्हें परवाह ही नहीं है. कांग्रेस के घोषणा पत्र को ‘धोखा पत्र’ की संज्ञा देते हुए श्री मोदी ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए कि उन्होंने हमारी आर्मी को ज़रूरी हथियारों से लैस करने के उपाय क्यों नहीं किए, जबकि सेना प्रमुख ने कहा था कि हमारे पास हथियारों की कमी है. “कांग्रेस तरबूजे के जैसी है. यह बाहर से हरी है और अंदर से लाल है और लेफ्ट वाले लाल रंग का झंडा लेकर चलते हैं,” श्री मोदी ने कहा.
श्री मोदी ने देश की सुरक्षा से जुड़े नौसेना और वायुसेना के मुद्दे भी उठाए और श्री ए के एंटनी से पूछा कि हरेक भारतीय की सुरक्षा को लेकर केंद्र इतना सुस्त क्यों है. “दिल्ली की दिलचस्पी रक्षा सौदों में है, देश की सुरक्षा बढ़ाने में नहीं और इसी वजह से हम इन समस्याओं का सामना कर रहे हैं,” श्री मोदी ने कहा.
केरल की चिंताओं पर पूरा ध्यान देने के बीजेपी के ध्येय को व्यक्त करते हुए श्री मोदी ने लोगों से बीजेपी को वोट देने और एलडीएफ व यूडीएफ के कुशासन को समाप्त करने की अपील की.
रैली में लोगों के बड़ी संख्या में आने के प्रति श्री मोदी ने आभार जताया और उन्हें विशु की शुभकामनाएं दीं.