"Shri Narendra Modi addressed the ‘Vijay Sankalp Samabesh’ at Sambalpur in Odisha"
"It is not that the people want a BJP government or Modi as PM. Nation wants to teach a lesson to those who have ruined the nation: Shri Modi"
"Recalling his visit to Sambalpur during 2009, Shri Modi spoke of how the Congress had made the promise of reducing inflation in 100 days then, but had miserably failed to do so"
"Their name ‘INC’ must be changed to ‘Institutions Neglecting Congress’. Their habit is to misuse, abuse and reduce institutions: Shri Modi"
भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार श्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ओडिशा के संभलपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। यहां पर उन्होंने केंद्र सरकार को जमकर कोसते हुए कहा कि कांग्रेस के रहते सिर्फ देश में महंगाई बढ़ी है। देश के गरीबों की हालत आज आजादी के इतने वर्षो के बाद भी सुधरी नहीं है।
श्री मोदी ने कहा कि केंद्र हर क्षेत्र में नाकाम रहा है। गरीबों के घर में चूल्हा नहीं जल रहा है। इसके बाद भी कांग्रेस को इन भूखे लोगों के लिए कानून बनाने में साठ वर्ष लग गए।
श्री मोदी ने रैली के दौरान कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि कांग्रेस लगातार कई सालों से जनता को धोखा दे रही है. और जनता धोखा देने वालों को कभी माफ नहीं करती है. बीजेपी का मकसद सिर्फ सत्ता में आना नहीं बल्कि देश का विकास करना है. मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस झूठे वायदे करने में माहिर है. 60 साल से हर चुनाव में एक नया झूठ बोलती है.
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने वादा किया था कि हम सौ दिन में महंगाई कम करेंगे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. इसके उलट महंगाई बढ़ गई. गरीब के घर में आजकल चूल्हा नहीं जल रहा है. बच्चे भूखे सोते हैं, मां रात रात भर रोती है. गरीबों के प्रति यदि कांग्रेस का यही रवैया रहा तो ये कभी भी इनका भला नहीं कर सकती.
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस को यदि आदिवासियों की चिंता होती तो वो बहुत पहले से इनके लिए काम शुरू कर देती. आदिवासियों को जमीन का हक चाहिए और यदि किसी ने भी इन्हें देश में जमीन का हक दिया है तो वो सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही है. 1857 स्वराज की लड़ाई थी और 2014 सुराज की लड़ाई है.
श्री मोदी ने ओडिशा की जनता से आर्शीवाद मांगा और कहा कि मैं जनता के आंसू पोछने के लिए आना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि मौजूदा हालत में बदलाव नहीं किया गया तो हमारा देश काफी पीछे रह जाएगा. पूर्व अटल बिहारी वाजपेयी के शासन में गरीबों और आदिवासियों के लिए काफी काम किए गए. बीजेपी ने ही आदिवासियों को हक दिलाया.
श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्वं वाली यूपीए सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है। सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की सरकार में राजनीतिक इच्छाशिक्ता का अभाव है और यह सरकार किसानों और गरीबों के हितों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में राज्यो कृषि विकास और सरकारी मदद से गरीबी से निकल कर विकास के मार्ग पर आगे बढ रहे हैं।
श्री मोदीजी के भाषण के मुख्यब विन्दुी:
इस बार लोक सभा और विधानसभा चुनाव साथ-साथ हैं, मैं यहां उपिस्थित सभी उम्मीदवारों का स्वागत करता हूं।
यहां गर्मी होने के बावजूद काफी संख्या में लोग उपिस्थित हुए हैं। इससे पता चलता है कि चुनाव का नतीजा क्या रहने वाला है।
हवा तेज है, चुनाव आते ही आंधी नजर आने लगी है और मतदान के समय यह सुनामी में बदल जायेगी।
ऐसा नहीं है कि लोग सिर्फ भाजपा की सरकार या मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं, हकीकत तो यह है कि जनता उन लोगों को सजा देना चाहती है जिन्होंने देश को बरबाद किया है।
अगर कोई व्यक्ति गलती करता है तो लोग उसे क्षमा कर देते हैं। अगर कोई कमी है तो भी लोग कहते हैं कि ठीक है, लेकिन धोखेबाजों को जनता कभी माफ नहीं करती है।
कांग्रेस को झूठे वादे करने में विशेषज्ञता हासिल है।
चुनाव आते ही कांग्रेस नये झूठ के साथ सामने आती है।
पिछली बार मैं यहां 2009 में आया था। उस समय रैली छोटी थी। उस समय कांग्रेस ने कहा था कि वह 100 दिन में महंगाई कम कर देगी।
कांग्रेस पार्टी जैसी है उस हिसाब से वह कभी भी गरीबों का हित नहीं कर सकती। उन्हें समस्यांए समझने में ही 60 साल लग गये।
साठ साल के बाद कांग्रेस को याद आया कि उन्हें गरीबों को भोजन देने के लिए कानून बनाना है। क्या उन्हें इतने साल तक इसकी याद नहीं आयी।
जितनी साल हम उन्हें बर्दाश्त करेंगे,उतना ही लोगों के साथ अन्याय होगा।
मैं आपका आर्शीवाद लेने आया हूं ताकि मैं आपकी सेवा कर सकूं और आपके आंसू पोंछ सकूं।
दुनिया काफी तेजी से आगे बढ रही है, हम इस तरह रुक नहीं सकते, अन्यथा हम पीछे छूट जायेंगे।
कांग्रेस भारत के आदिवासी और गरीबों के बारे में चिंता नहीं कर सकती।
जब अटलजी की सरकार थी तब आदिवासियों के लिए एक नया मंत्रालय और बजट आवंटित किया था।
अगर किसी सरकार ने आदिवासियों को जमीन अधिकार देने का काम किया है तो वह भाजपा सरकार थी।
कुछ समय पहले यहां एक हादसा हुआ था, कई लोगों की जानें गयीं। उन लोगों को मेरी श्रृद्धांजिल है।
हमें वीर सुरेंद्र साई याद है जिन्हों ने 1857 से पहले ही अंग्रेजों को चुनौती दी थी।
किसान कड़ी मेहनत करने को तैयार हैं। उन्हेंं सही दिशा देने की जरूरत है। वे अपनी ताकत दिखा सकते हैं।
संभलपुर को हस्ति शल्प और कला के लिए जाना जाता है। भारत में और विश्व में इसका बाजार क्यों नहीं बनाया जा सकता।
छत्तीसगढ़ आपके निकट ही है, आप छत्ती्सगढ़ और मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार द्वारा किये गये उल्ले खनीय कार्य को देखिये।
अभी मध्य प्रदेश में भयंकर ओलावृष्टि हुई। मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को केंद्र की सोयी हुई सरकार को जगाने के लिए धरने पर बैठना पड़ा। अन्यथा केंद्र सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
मध्य प्रदेश के किसान हमारे भाई हैं। हम उन्हें पीड़ा में नहीं देख सकते। मैने शिवराज को इतना चिंतित कभी नहीं देखा, लेकिन केंद्र पर अभी तक कोई फर्क नहीं पड़ा है।
कांग्रेस सरकार मध्य प्रदेश के किसानों को अपना नहीं मानती क्यों कि उन्हों ने एक भाजपा सरकार को चुना है।
हम सभी एक हैं। सभी को न्याय मिलना चाहिए। हर चीज को राजनीतिक आइने में नहीं देखा जा सकता।
हम सभी देश की समस्या ओं का हल ढूंढने में लगे हैं लेकिन वे सिर्फ मोदी का हल निकालने में जुटे हैं।
कांग्रेस को सिर्फ एक ही चिंता है कि अगर मोदी आया तो क्या होगा।
हमारे विदेश मंत्री लंदन में थे। उन्होंने वहां जो भाषण दिया है उसने मुझे झकझोर दिया है।
हमें अपने लोकतंत्र पर गर्व है। हमारे यहां इतना शानदार चुनाव तंत्र है। हमारी चुनाव प्रक्रिया बहुत जल्दी और अच्छी तरह संपन्न होती है और चुनाव आयोग इसे संपन्ने कराता है।
हमें अपने चुनाव आयोग पर गर्व करना चाहिए लेकिन विदेश मंत्री लंदन में जाकर चुनाव आयोग की आलोचना कर रहे हैं।
उन्हें हार का डर है इसिलए चुनाव आयोग की आलोचना कर रहे हैं।
हमारे विदेश मंत्री ने लंदन में बयान जारी कर सुप्रीम कोर्ट को भी भला-बुरा कहा है। वह इस तरह की शीषर् संस्था्ओं की आलोचना कैसे कर सकते हैं।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का नाम बदलकर संस्थाओं की अनदेखी करने वाली कांग्रेस रखना चािहए।
उनकी आदत दुरुपयोग करने, अपमानित करने और संस्थाओं का मान सम्मान घटाने की है।
दिल्ली में नाममात्र की सरकार नहीं बिल्क काम करने वाली सरकार होनी चाहिए। इसिलए हमें आपके वोट की जरूरत है।
क्याे आपको अपने मुख्य्मंत्री से उम्मीद है, क्या उनके पास आपके लिए वक्तह है। मैं उन लोगों की चर्चा क्यों करुं जिनके पास आपके लिए वक्त ही नहीं है।
क्या वे महंगाई घटाने की बात करते हैं। हम कहते हैं कि महंगाई घटाओ, वे कहते हैं कि मोदी को रोको। इसके अलावा उनके पास कोई एजेंडा नहीं है।
दुनिया और देश के दुश्मनों ने देख लिया कि जब सिंदूर...बारूद बन जाता है तो क्या होता है: बीकानेर, राजस्थान में पीएम मोदी
May 22, 2025
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In the last 11 years work has been done at an unprecedented pace for building modern infrastructure: PM
The country has named the railway stations being modernised as Amrit Bharat stations, Today, more than 100 of these Amrit Bharat stations are ready: PM
We are completing irrigation projects and linking rivers at the same time: PM
Our Government gave a free hand to the three Armed Forces, together the three Forces created such a ‘Chakravyuh’ that Pakistan was forced to kneel down: PM
The world and the enemies of the country have seen what happens when ‘Sindoor’ turns into ‘Barood’: PM
Operation Sindoor has determined three principles to deal with terrorism: PM
Now India has made it clear, Pakistan will have to pay a heavy price for every terrorist attack, And this price will be paid by Pakistan's army, Pakistan's economy : PM
Pakistan will now have to pay a heavy price for playing with the lives of Indians: PM
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
थाने सगलां ने राम-राम!
राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े जी, यहां के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्रीमान भजन लाल जी, पूर्व मुख्यमंत्री बहन वसुंधरा राजे जी, केंद्रीय कैबिनेट के मेरे साथी अश्विनी वैष्णव जी, अर्जुन राम मेघवाल जी, राजस्थान की उप-मुख्यमंत्री दीया कुमारी जी, प्रेम चंद जी, राजस्थान सरकार के अन्य मंत्रीगण, संसद में मेरे साथी मदन राठौर जी, अन्य सांसद और विधायकगण, और मेरे प्यारे भाइयों और बहनों।
आप सभी यहां इतनी विशाल संख्या में आए हैं, और इतनी भयंकर गर्मी के बीच। और आज इस कार्यक्रम से, देश के 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से भी लाखों लोग ऑनलाइन आज यहां हमारे साथ जुड़े हैं। अनेक राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, लेफ्टिनेंट गवर्नर, अन्य जनप्रतिनिधि आज हमारे साथ हैं। मैं देशभर से जुड़े सभी महानुभावों का, जनता-जनार्दन का, अभिनंदन करता हूं।
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भाइयों और बहनों,
मैं यहां पर करणी माता का आशीर्वाद लेकर आपके बीच आया हूं। करणी माता के आशीर्वाद से विकसित भारत बनाने का हमारा संकल्प और मज़बूत हो रहा है। थोड़ी देर पहले, विकास से जुड़ी 26 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का यहां शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। मैं इन परियोजनाओं के लिए देशवासियों को, राजस्थान के मेरे भाई-बहनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
साथियों,
विकसित भारत बनाने के लिए आज देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का बहुत बड़ा महायज्ञ चल रहा है। हमारे देश की सड़कें आधुनिक हों, हमारे देश के एयरपोर्ट आधुनिक हों, हमारे यहां रेल और रेलवे स्टेशन आधुनिक हों, इसके लिए पिछले 11 साल में अभूतपूर्व गति से काम किया गया है। आप कल्पना कर सकते हैं, इंफ्रास्ट्रक्चर के इन कामों पर देश पहले जितना पैसा खर्च करता था, आज उससे 6 गुना ज्यादा पैसा खर्च कर रहा है, 6 गुना ज्यादा। आज भारत में हो रहे इन विकास कार्यों को देखकर दुनिया भी हैरान है। आप उत्तर में जाएंगे, तो चिनाब ब्रिज जैसा निर्माण देखकर लोग हैरान हैं। पूर्व की तरफ जाएंगे, तो अरुणाचल की सेला टनल, असम का बोगीबिल ब्रिज आपका स्वागत करते हैं। पश्चिम भारत में आएंगे, तो मुंबई में समंदर पर बना अटल सेतु नज़र आएगा। सुदूर दक्षिण में देखेंगे, तो पंबन ब्रिज मिलेगा, जो अपनी तरह का, देश का पहला ब्रिज है।
साथियों,
आज भारत अपनी ट्रेनों के नेटवर्क को भी आधुनिक कर रहा है। ये वंदे भारत ट्रेनें, अमृत भारत ट्रेनें, नमो भारत ट्रेनें, ये देश की नई गति और नई प्रगति को दर्शाती है। अभी देश में करीब 70 रूट्स पर वंदेभारत ट्रेनें चल रही हैं। इससे दूर-सुदूर के इलाकों में भी आधुनिक रेल पहुंची है। बीते 11 साल में, सैकड़ों रोड ओवर ब्रिज और रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है। चौंतीस हज़ार किलोमीटर से ज्यादा के नए रेल ट्रैक बिछाए गए हैं। अब ब्रॉड गेज लाइनों पर मानव रहित क्रॉसिंग्स, वो बात इतिहास बन चुकी है, खत्म हो चुकी है। हम मालगाड़ियों के लिए अलग से स्पेशल पटरियां, Dedicated freight corridor का काम भी तेजी से पूरा कर रहे हैं। देश के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। और इन सबके साथ ही, हम एक साथ देश के करीब 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को भी आधुनिक बना रहे हैं।
साथियों,
आधुनिक हो रहे इन रेलवे स्टेशनों को देश ने अमृत भारत स्टेशन का नाम दिया है। आज इनमें से 100 से अधिक अमृत भारत स्टेशन बनकर के तैयार हो गए हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग देख रहे हैं कि इन रेलवे स्टेशनों का पहले क्या हाल था, और अब कैसे इनकी तस्वीर बदल गई है।
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साथियों,
विकास भी, विरासत भी, इस मंत्र का इन अमृत भारत रेलवे स्टेशनों पर, उसका नज़ारा साफ-साफ दिखाई देता है। ये स्थानीय कला और संस्कृति के भी नए प्रतीक हैं। जैसे राजस्थान के मांडलगढ़ रेलवे स्टेशन पर महान राजस्थानी कला-संस्कृति के दर्शन होंगे, बिहार के थावे स्टेशन पर मां थावेवाली के पावन मंदिर और मधुबनी चित्रकला को दर्शाया गया है। मध्य प्रदेश के ओरछा रेलवे स्टेशन पर आपको भगवान राम की आभा का एहसास होगा। श्रीरंगम स्टेशन का डिजाइन, भगवान श्रीरंगनाथ स्वामी जी के मंदिर से प्रेरित है। गुजरात का डाकोर स्टेशन, रणछोड़राय जी से प्रेरित है। तिरुवण्णामलै स्टेशन, द्राविड़ वास्तुकला के अनुसार डिजाइन किया गया है। बेगमपेट स्टेशन पर आपको काकतीय साम्राज्य के समय का आर्किटेक्चर देखने को मिलेगा। यानि हर अमृत स्टेशन पर आपको भारत की हज़ारों साल पुरानी विरासत के दर्शन भी होंगे। ये स्टेशन, हर राज्य में टूरिज्म को भी बढ़ावा देने के माध्यम बनेंगे, नौजवानों को रोजगार के नए मौके देंगे। और मैं उन-उन शहर के नागरिकों को, रेलवे में यात्रा करने वाले पैसेंजर से प्रार्थना करूंगा, ये सारी संपत्ति के मालिक आप हैं, कभी भी वहां गंदगी ना हो, इस संपत्ति का नुकसान ना हो, क्योंकि आप उसके मालिक हैं।
साथियों,
इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए जो पैसा सरकार खर्च करती है, वो रोजगार भी बनाता है, व्यापार-कारोबार भी बढ़ाता है। जो हज़ारों करोड़ रुपए सरकार लगा रही है, ये पैसा मज़दूर की जेब में जा रहा है। ये दुकानदार को मिल रहा है, दुकान और फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों को मिल रहा है। रेत-बजरी-सीमेंट, ये सारी चीजें ढोने वाले ट्रक-टैंपो चलाने वालों को भी इससे फायदा होता है। और जब ये इंफ्रास्ट्रक्चर बनकर तैयार हो जाता है, तो फिर अनेक गुना और फायदे होते हैं। किसान की उपज कम कीमत में बाज़ार तक पहुंचती है, वेस्टेज कम होती है। जहां सड़कें अच्छी होती हैं, नई ट्रेनें पहुंचती हैं, वहां नए उद्योग लगते हैं, पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलता है, यानि इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगने वाले पैसे से हर परिवार का, खासतौर पर हमारे नौजवानों का सबसे अधिक फायदा होता है।
साथियों,
इंफ्रास्ट्रक्चर पर जो काम हो रहा है, उसका हमारे राजस्थान को भी बड़ा लाभ मिल रहा है। आज राजस्थान के गांव-गांव में अच्छी सड़कें बन रही हैं। बॉर्डर के इलाकों में भी शानदार सड़कें बन रही हैं। इसके लिए बीते 11 साल में अकेले राजस्थान में करीब-करीब 70 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। राजस्थान में रेलवे के विकास के लिए भी केंद्र सरकार इस साल करीब 10 हज़ार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। ये 2014 से पहले की तुलना में 15 गुना अधिक है। अभी थोड़ी देर पहले ही, यहां से मुंबई के लिए एक नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई है। आज ही कई इलाकों में स्वास्थ्य, जल और बिजली से जुड़ी योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इन सारे प्रयासों का लक्ष्य है, हमारे राजस्थान के शहर हो या गांव, तेजी से उन्नति की ओर बढ़ सकें। राजस्थान के युवाओं को उनके शहर में ही अच्छे अवसर मिल सकें।
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साथियों,
राजस्थान के औद्योगिक विकास के लिए भी डबल इंजन सरकार तेजी से काम कर रही है। अलग-अलग सेक्टर्स के लिए यहां भजनलाल जी की सरकार ने नई औद्योगिक नीतियां जारी की हैं। बीकानेर को भी इन नई नीतियों का लाभ मिलेगा, और आप तो जानते हैं, जब बीकानेर की बात आती है, तो बीकानेरी भुजिया का स्वाद, और बीकानेरी रसगुल्लों की मिठास, विश्वभर में अपनी पहचान बनाएगी भी और बढ़ाएगी भी। राजस्थान की रिफाइनरी का काम भी अंतिम चरण में है। इससे राजस्थान पेट्रोलियम आधारित उद्योगों का प्रमुख हब बनेगा। अमृतसर से जामनगर तक जो 6-लेन का इकोनॉमिक कॉरिडोर बन रहा है, वो राजस्थान में श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालौर से गुजर रहा है। दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेसवे का काम भी राजस्थान में लगभग पूरा हो गया है। कनेक्टिविटी का ये अभियान, राजस्थान में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।
साथियों,
राजस्थान में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना भी तेजी से आगे बढ़ रही है। इस योजना से राजस्थान के 40 हजार से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं। इससे लोगों का बिजली बिल जीरो हुआ है, और लोगों को सोलर बिजली पैदा करके कमाई का नया रास्ता भी मिला है। आज यहां बिजली से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इनसे भी राजस्थान को और ज्यादा बिजली मिलेगी। बिजली का बढ़ता उत्पादन भी राजस्थान में औद्योगिक विकास को नई गति दे रहा है।
साथियों,
राजस्थान की ये भूमि, रेत के मैदान में हरियाली लाने वाले महाराजा गंगा सिंह जी की भूमि है। हमारे लिए पानी का क्या महत्व है, ये इस क्षेत्र से बेहतर भला कौन जानता है। हमारे बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, पश्चिम राजस्थान के ऐसे अनेक क्षेत्रों के विकास में पानी का बहुत बड़ा महत्व है। इसलिए, एक तरफ हम सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कर रहे हैं और साथ ही, नदियों को जोड़ रहे हैं। पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना से राजस्थान के अनेक जिलों को लाभ होगा, यहां की धरती, यहां के किसानों को फायदा होगा।
साथियों,
राजस्थान की ये वीर धरा हमें सिखाती है, कि देश और देशवासियों से बड़ा और कुछ नहीं। 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने, धर्म पूछकर हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया था। वो गोलियां पहलगाम में चली थीं, लेकिन उन गोलियों से 140 करोड़ देशवासियों का सीना छलनी हुआ था। इसके बाद हर देशवासी ने एकजुट होकर संकल्प लिया था, कि आतंकवादियों को मिट्टी में मिला देंगे, उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे। आज आपके आशीर्वाद से, देश की सेना के शौर्य से, हम सब उस प्रण पर खरे उतरे हैं, हमारी सरकार ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी थी, और तीनों सेनाओं ने मिलकर ऐसा चक्रव्यूह रचा कि पाकिस्तान को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया।
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साथियों,
22 तारीख के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में आतंकियों के 9 सबसे बड़े ठिकाने तबाह कर दिए। दुनिया ने, और देश के दुश्मनों ने भी देख लिया कि जब सिंदूर, जब सिंदूर बारूद बन जाता है, तो नतीजा क्या होता है।
वैसे साथियों,
ये संयोग ही है, 5 साल पहले जब बालाकोट में देश ने एयर स्ट्राइक की थी, उसके बाद, मेरी पहली जनसभा राजस्थान में ही सीमा पर हुई थी। वीरभूमि का, वीरभूमि का ही ये तप है कि ऐसा संयोग बन जाता है, अब इस बार जब ऑपरेशन सिंदूर हुआ, तो उसके बाद मेरी पहली जनसभा फिर यहां वीरभूमि, राजस्थान की सीमा पर, बीकानेर में आप सभी के बीच हो रही है।
साथियों,
चुरू में मैंने कहा था, एयर स्ट्राइक के बाद मैं आया था, तब मैंने कहा था - 'सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा’। आज मैं राजस्थान की धरती से देशवासियों से बड़ी नम्रता के साथ कहना चाहता हूं, मैं देश के कोने-कोने में जो तिरंगा यात्राओं का हूजूम चल रहा है, मैं देशवासियों से कहता हूं – जो, जो सिंदूर मिटाने निकले थे, जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया है। जो हिंदुस्तान का लहू बहाते थे, जो हिंदुस्तान का लहू बहाते थे, आज कतरे-कतरे का हिसाब चुकाया है। जो सोचते थे, जो सोचते थे, भारत चुप रहेगा, आज वो घरों में दुबके पड़े हैं, जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे, जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे, आज वो मलबे के ढेर में दबे हुए हैं।
मेरे प्यारे देशवासियों,
ये शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं, ये शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं, ये न्याय का नया स्वरूप है, ये न्याय का नया स्वरूप है, ये ऑपरेशन सिंदूर है। ये सिर्फ आक्रोश नहीं है, ये सिर्फ आक्रोश नहीं है, ये समर्थ भारत का रौद्र रूप है। ये भारत का नया स्वरूप है। पहले, पहले घर में घुसकर किया था वार, पहले घर में घुसकर किया था वार, अब सीधा सीने पर किया प्रहार है। आतंक का फन कुचलने की, आतंक का फन कुचलने की, यही नीति है, यही रीति है, यही भारत है, नया भारत है। बोलो-
भारत माता की जय।
भारत माता की जय।
भारत माता की जय।
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साथियों,
ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद से निपटने के तीन सूत्र तय कर दिए हैं। पहला- भारत पर आतंकी हमला हुआ, तो करारा जवाब मिलेगा। समय हमारी सेनाएं तय करेंगी, तरीका भी हमारी सेनाएं तय करेंगी, और शर्तें भी हमारी होंगी। दूसरा- एटम बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है। और तीसरा- हम आतंक के आकाओं और आतंक की सरपरस्त सरकार को अलग-अलग नहीं देखेंगे, उन्हें अलग-अलग नहीं देखेंगे, उन्हें एक ही मानेंगे। पाकिस्तान का ये स्टेट और नॉन-स्टेट एक्टर वाला खेल अब नहीं चलेगा। आपने देखा होगा, पूरी दुनिया में पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए हमारे देश के सात अलग-अलग प्रतिनिधि मंडल पूरे विश्वभर में पहुंच रहे हैं। और इसमें देश के सभी राजनीतिक दलों के लोग हैं, विदेश नीति के जानकार हैं, गणमान्य नागरिक हैं, अब पाकिस्तान का असली चेहरा पूरी दुनिया को दिखाया जाएगा।
साथियों,
पाकिस्तान, भारत से कभी सीधी लड़ाई जीत ही नहीं सकता। जब भी सीधी लड़ाई होती है, तो बार-बार पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ती है। इसलिए, पाकिस्तान ने आतंकवाद को भारत के खिलाफ लड़ाई का हथियार बनाया है। आजादी के बाद, पिछले कई दशकों से यही चला आ रहा था। पाकिस्तान आतंक फैलाता था, निर्दोष लोगों की हत्याएं करता था, भारत में डर का माहौल बनाता था, लेकिन पाकिस्तान एक बात भूल गया, अब मां भारती का सेवक मोदी यहां सीना तानकर खड़ा है। मोदी का दिमाग ठंडा है, ठंडा रहता है, लेकिन मोदी का लहू गर्म होता है, और अब तो मोदी की नसों में लहू नहीं, गर्म सिंदूर बह रहा है। अब भारत ने दो टूक साफ कर दिया है, हर आतंकी हमले की पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। और ये कीमत, पाकिस्तान की सेना चुकाएगी, पाकिस्तान की अर्थव्य़वस्था चुकाएगी।
साथियों,
जब मैं दिल्ली से यहां आया तो बीकानेर के नाल एयरपोर्ट पर उतरा। पाकिस्तान ने इस एयरबेस को भी निशाना बनाने की कोशिश की थी। लेकिन वो इस एयरबेस को रत्तीभर भी नुकसान नहीं पहुंचा पाया। और वहीं यहां से कुछ ही दूर सीमापार पाकिस्तान का रहीमयार खान एयरबेस है, पता नहीं आगे कब खुलेगा, ICU में पड़ा है। भारत की सेना के अचूक प्रहार ने, इस एयरबेस को तहस-नहस कर दिया है।
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साथियों,
पाकिस्तान के साथ ना ट्रेड होगा, ना टॉक, अगर बात होगी तो सिर्फ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की, PoK की, और अगर पाकिस्तान ने आतंकियों को एक्सपोर्ट करना जारी रखा, तो उसको पाई-पाई के लिए मोहताज होना होगा। पाकिस्तान को भारत के हक का पानी नहीं मिलेगा, भारतीयों के खून से खेलना, पाकिस्तान को अब महंगा पड़ेगा। ये भारत का संकल्प है, और दुनिया की कोई ताकत हमें इस संकल्प से डिगा नहीं सकती है।
भाइयों और बहनों,
विकसित भारत के निर्माण के लिए सुरक्षा और समृद्धि, दोनों ज़रूरी है। ये तभी संभव है, जब भारत का कोना-कोना मजबूत होगा। आज का ये कार्यक्रम, भारत के संतुलित विकास का, भारत के तेज विकास का उत्तम उदाहरण है। मैं एक बार फिर इस वीर धरा से सभी देशवासियों को बधाई देता हूं। मेरे साथ बोलिए, दोनों मुट्ठी बंद करके, पूरी ताकत से बोलिए-