कांग्रेस और राजनीतिक विश्लेषकों का यह कहना कि भाजपा संस्थानों को खत्म करने में जुटी है। इस प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस को यह बोलने का कोई हक नहीं है। प्रधानमंत्री या पीएमओ के खिलाफ सीबीआई का इन्होंने क्या किया, देश जानता है। कैबिनेट मीटिंग के कागज के टुकड़े किए जाएं, यह कौन सी बात है।
न्यायपालिका के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने खुले तौर पर कहा कि वे विचारधारा के आधार पर न्यायपालिका का फैसला करेंगे और उन्होंने वरिष्ठ न्यायाधीशों को दरकिनार कर कनिष्ठ न्यायाधीशों को पदोन्नत किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा, आरबीआई में ही कई बार गवर्नरों को उनके कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही अपना पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था।"
योजना आयोग के बारे में आगे बताते हुए इस प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें संस्थांओं का सम्माकन करना चाहिए. हमारे एक पूर्व प्रधानमंत्री ने योजना आयोग को जोकरों का दल कह दिया था। आपको पता है उस समय योजना आयोग के डिप्टीव चेयरमैन कौन हैं। पीएम मोदी ने इस बयान के जरिए राजीव गांधी के बयान की ओर इशारा किया। उस समय मनमोहन सिंह योजना आयोग के डिप्टीक चेयरमैन थे।
सीबीआई विवाद पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सीबीआई का आंतरिक मामला सामने आया, तो उन दोनों को कानूनी रूप से छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया। संस्था हमारे लिए सर्वोपरि है।
उर्जित पटेल के इस्तीफे पर सवाल उठाए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आरबीआई गवर्नर ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देने का अनुरोध किया था। स्वयं गवर्नर साहब (उर्जित पटेल) ने कहा कि वे निजी कारणों से इस्तीफा देना चाहते थे। वे 6 महीने से मुझसे यह कह रहे थे। मैं कहता हूं कि उर्जित पटेल ने अच्छा काम किया।”