मूडीज ने आज भारत के क्रेडिट रेटिंग को “स्थिर” से सुधारकर “सकारात्मक”श्रेणी में कर दिया। एजेंसी के अनुसार देश के नीति नियामकों के सुधारवादी कदमों से आने वाले समय में देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है।
मूडीज ने यह भी कहा कि उसे उम्मीद है कि विश्व स्तर पर वस्तुओं की अपेक्षाकृत सही कीमतों और नकदी स्थिति और संरचनात्मक लाभों के फलस्वरूप भारत का विकास वर्तमान रेटिंग से और ऊपर बढ़ता रहेगा।
गुरूवार को भारतीय बाजारों के खुलने से पहले इसकी घोषणा की गई थी विश्लेषकों का कहना है कि उन्हें बैंक के शेयरों में उछाल और रुपये की स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है।
निवेश को बढ़ावा देने वाली नरेंद्र मोदी सरकार, जो पिछले मई सत्ता में आयी, तेज विकास, अधिक रोजगार और त्वरित मंजूरी के लिए कार्यरत है और सरकार ने निवेश परियोजनाओं के लिए फ़ास्ट-ट्रैक क्लीयरेंस, बुनियादी ढांचे में निवेश को बढ़ावा देने और खनन व कोयला क्षेत्रों में नीति संबंधी अनिश्चितता को दूर करने के लिए कदम उठाए हैं।
सरकार ने रक्षा, बीमा, ई-कॉमर्स, रेलवे आदि क्षेत्रों में विदेशी निवेश में ढील दी है और कारोबार करने और कारखाने स्थापित करने के लिए भूमि अधिग्रहण के नियमों को आसन बनाया है।
मूडीज ने अपने बयान में कहा, “भारत के नीति निर्माता ऐसी रूपरेखा तैयार कर रहे हैं जिसमें भारत को पहले की तुलना में और अधिक विकास करने और वृहद आर्थिक, बुनियादी ढांचे और संस्थागत सुधार करने में मदद मिलेगी।
मूडीज ने भारत की ‘बीएए-3’ रेटिंग बरकरार रखी है।
सकल घरेलू उत्पाद को मापने की कार्यप्रणाली में हाल ही में किये गए संशोधन के बाद, जिसपर सरकार और केंद्रीय बैंक के अधिकारियों सहित नीति निर्माताओं ने संदेह जताया था, भारत ने दिसंबर तिमाही में 7.5 प्रतिशत की वृद्धिदर्ज की जो चीन की तुलना में ज्यादा है।
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Courtesy: REUTERS