Quote"Shri Narendra Modi addresses special assembly session, before resigning from the post of Gujarat Chief Minister"
Quote"I learnt a lot in this house. I got the honour of becoming the CM 4 times: Shri Modi"
Quote"I may not have spoken much in the House but I made it a point to hear each and every member also on the opposition: Shri Modi"
Quote"Modi's success does not lie in development today but that the development journey will continue after today: Shri Modi"
Quote"Key is in institutionalising ideas: Shri Modi"
Quote"Shankersinh Bhai can proudly say the PM of India was riding on his motorcycle. We travelled to every district on his motorcycle: Shri Modi recalling his association with Shankersinh Vaghela"

श्री नरेन्‍द्र मोदी ने गुजरात के मुख्‍यमंत्री पद से इस्‍तीफा देने से पहले 21 मई की सुबह गुजरात राज्‍य विधान सभा के विशेष सत्र को संबोधित किया। एक दिन पहले ही भारत के प्रधानमंत्री नियुक्‍त हुए श्री मोदी गुजरात विधान सभा की सदस्‍यता से भी इस्‍तीफा देंगे।

 विधान सभा सदस्‍यों ने श्री मोदी के सम्‍मान में एक विदाई समारोह भी आयोजित किया। इस मौके पर श्री मोदी ने कहा कि उनके लिए विधायक सबसे अहम रहे हैं क्‍योंकि वे लोगों की आवाज को प्रदर्शित करते हैं। अपने विधायकों के दल को शानदार प्रदर्शन के लिए प्रोत्‍साहित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात का तीव्र और निरंतर विकास उनकी गैर-मौजूदगी में जारी रहेगा और यही उनकी वास्‍तविक सफलता तथा राज्‍य की सफलता की कहानी की निशानी होगी। उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें अपनी टीम में पूरा भरोसा है।

 विचारों को संस्‍थागत फ्रेमवर्क में ढालने की जरूरत पर बल देते हुए श्री मोदी ने कहा कि इससे देश का तीव्र विकास सुनिश्चित होगा।

 

Shri Narendra Modi addresses special assembly session

श्री मोदी ने विधान सभा सदस्‍यों को उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्‍यवाद दिया और कहा कि देश के लिए काम करने को ये उनकी ताकत तथा प्रोत्‍साहन के स्रोत थे। उन्‍होंने कहा कि विधान सभा के पिछले सत्र में वह अधिक नहीं बोल पाये उसके बावजूद उन्‍हें इस बात की प्रसन्‍नता है कि उन्‍होंने प्रत्‍येक सदस्‍य की बात सुनी और उनकी चिंताएं दूर कीं।  श्री मोदी ने कहा, मैंने भले ही सदन में अधिक नहीं बोला हो लेकिन मैंने सदन के प्रत्‍येक सदस्‍य खासकर विपक्षी सदस्‍यों को जरूर सुना।

इस अवसर पर गुजरात विधान सभा के अध्‍यक्ष श्री वाजुभार्इ वाला ने गुजरात मॉडल को देश भर में लागू करने की इच्‍छा व्‍यक्‍त की और इसके लिए गुजरात से पूरे सहयोग का वादा किया। उन्‍होंने श्री मोदी और श्री शंकरसिंह वाघेला के साथ की चर्चा भी की, उस समय दोनों स्‍वयंसेवक थे और उनकी जड़ें भी एक थीं।

Shri Narendra Modi addresses special assembly session

 शुरुआती दिनों के राजनीतिक घटनाक्रम को याद करते हुए नेता प्रतिपक्ष शंकर सिंह वाघेला ने श्री मोदी के देश के लिए जीने और एकाग्रचित होकर देश की तरक्‍की के लिए काम करने के संकल्‍प की सराहना की। उन्‍होंने बताया कि किस तरह 1984 में मात्र 2 सीटें जीतने वाली भाजपा ने 2014 में श्री मोदी के देश और लोगों के लिए प्रयासों की बदौलत 282 सीटें जीतीं।

वित्‍त मंत्री श्री नितिन पटेल ने श्री मोदी द्वारा राज्‍य के विकास और लोगों के कल्‍याण के लिए की गयीं क्रांतिकारी पहल का जिक्र किया और बताया कि किस तरह देश श्री मोदी के नवोन्‍मेशी और प्रभावी उपायों का इंतजार कर रहा है।

Shri Narendra Modi addresses special assembly session

राजस्‍व मंत्री आनंदी पटेल ने श्री मोदी की निर्णय लेने की योग्‍यता और दूरदर्शिता की सराहना की और बताया कि किस तरह जर्जर अवस्‍था में पड़े क्षेत्र जैसे वस्‍त्र उद्योग को श्री मोदी के योग्‍य नेतृत्‍व में पुनर्जीवन मिला।

 श्री अमित शाह ने कहा कि भाजपा के शासन के अधीन और श्री मोदी के नेतृत्‍व में विकास समाज के सभी वर्गों तक पहुंचा है। विशेष जोर गांवों, कृषि, शिक्षा और स्‍वास्‍थ्‍य पर रहा है और आदिवासी समुदाय तथा दलितों के विकास को भी उचित महत्‍व दिया गया है। इससे राज्‍य एक मॉडल राज्‍य बनकर उभरा है। साथ ही यहां कानून व्‍यवस्‍था की स्थिति अच्‍छी होने से प्रत्‍येक नागरिक के लिए सुरक्षा भी सुनिश्चित हुई है। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में श्री मोदी के शासनकाल में देश के संघीय ढांचे को उनकी टीम इंडिया की अवधारणा के रूप में नया आयाम मिलेगा और देश विश्‍वगुरू की उपाधि हासिल करेगा।

मंत्री श्री भूपेंद्रसिंह चूडासमा ने शुरुआती दिनों में एक कार्यकर्ता के तौर पर समाज की सेवा करने के लिए श्री मोदी के निश्‍चय को याद किया और अपनी शुभकामनाएं दीं ताकि वह गुजरात की सफलता की कहानी को भारत में भी दोहरा सकें।

गुजरात के विधायक श्री बलवंतसिंह राजपूत ने अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि उन्‍हें उम्‍मीद है कि श्री मोदी के नेतृत्‍व में जिस तरह गुजरात ने विकास किया वैसे भारत भी तरक्‍की करेगा।

राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक श्री जयंत पटेल ने भी इस मौके पर अपनी बात रखी।

Shri Narendra Modi addresses special assembly session

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प्रधानमंत्री ने मत्स्य पालन क्षेत्र को और मजबूत बनाने के उपायों पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता की
May 15, 2025
Quoteचर्चा का मुख्य विषय ईईजेड और क्षेत्रीय जल से बाहर के समुद्र में मत्स्य पालन रहा
Quoteप्रधानमंत्री ने मत्स्य पालन और मछुआरों की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए उपग्रह प्रौद्योगिकी के उपयोग का आह्वान किया
Quoteप्रधानमंत्री ने स्मार्ट बंदरगाहों, ड्रोन परिवहन और मूल्यवर्धित आपूर्ति श्रृंखलाओं के साथ मत्स्य पालन के आधुनिकीकरण पर जोर दिया
Quoteकृषि क्षेत्र में कृषि तकनीक की तर्ज पर, प्रधानमंत्री ने उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन की कार्य प्रणाली में सुधार के लिए मत्स्य पालन क्षेत्र में मछली तकनीक को अपनाने का सुझाव दिया
Quoteप्रधानमंत्री ने अमृत सरोवरों में मत्स्य पालन और आजीविका में प्रोत्साहन के लिए सजावटी मत्स्य पालन को बढ़ावा देने पर चर्चा की
Quoteप्रधानमंत्री ने ईंधन के प्रयोजनों, पोषण संबंधी इनपुट के रूप में, फार्मास्यूटिकल्स और अन्य क्षेत्रों में समुद्री शैवाल के विविध उपयोग की खोज का सुझाव दिया
Quoteप्रधानमंत्री ने जमीन से घिरे क्षेत्रों में मछली आपूर्ति बढ़ाने के लिए रणनीति बनाने का आह्वान किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर मत्स्य पालन क्षेत्र की प्रगति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) और क्षेत्रीय जल से बाहर के समुद्र में मत्स्य पालन पर ध्यान केन्द्रित किया गया।

प्रधानमंत्री ने मछली संसाधनों के बेहतर उपयोग और मछुआरों को सुरक्षा निर्देश देने के लिए उपग्रह प्रौद्योगिकी के व्यापक उपयोग पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री ने स्मार्ट बंदरगाहों और बाजारों के माध्यम से इस क्षेत्र के आधुनिकीकरण, पकड़ी गई मछलियों के परिवहन और उसके विपणन में ड्रोन के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला में मूल्य जोड़ने के लिए कामकाज की एक स्वस्थ प्रणाली की ओर बढ़ने की आवश्यकता है।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने नागरिक उड्डयन के परामर्श से उत्पादन केन्द्रों से शहरों/कस्बों में बड़े नजदीकी बाजारों तक ताजी मछली ले जाने के लिए तकनीकी प्रोटोकॉल के अनुसार ड्रोन के उपयोग की खोज करने का सुझाव दिया।

प्रधानमंत्री ने उत्पादन के प्रसंस्करण और पैकेजिंग में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। निजी क्षेत्र से निवेश को सुविधाजनक बनाने पर भी चर्चा की गई।

प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में एग्रो टेक की तरह ही मत्स्य पालन क्षेत्र में भी मछली प्रौद्योगिकी को अपनाया जाना चाहिए ताकि उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन की कार्य प्रणालियों में सुधार हो सके।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृत सरोवरों में मत्स्य उत्पादन से न केवल इन जल निकायों की जीविका में सुधार होगा, बल्कि मछुआरों की आजीविका में भी सुधार होगा। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि आय सृजन के एक अवसर के रूप में सजावटी मत्स्य पालन को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भूमि से घिरे क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक रणनीति तैयार की जानी चाहिए, जहां मछली की मांग अधिक है, लेकिन आपूर्ति पर्याप्त नहीं है।

प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि समुद्री शैवाल का उपयोग ईंधन के लिए, पोषण संबंधी इनपुट के रूप में, फार्मास्यूटिकल्स और अन्य क्षेत्रों में किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभागों को मिलकर काम करना चाहिए और समुद्री शैवाल क्षेत्र में आवश्यक आउटपुट और परिणाम बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करना चाहिए, जिससे पूर्ण स्वामित्व सुनिश्चित हो सके।

प्रधानमंत्री ने मछुआरों को मछली पकड़ने की आधुनिक पद्धतियों में सक्षम बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास में बाधा डालने वाली वस्तुओं की एक नकारात्मक सूची बनाए रखने का भी सुझाव दिया, ताकि इनसे निपटने के लिए कार्ययोजना बनाई जा सके और मछुआरों के लिए व्यापार करने में आसानी और जीवनयापन में आसानी को बढ़ाया जा सके।

बैठक के दौरान, महत्वपूर्ण पहलों में हुई प्रगति, पिछली समीक्षा के दौरान दिए गए सुझावों के अनुपालन तथा भारतीय विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) और क्षेत्रीय जल से बाहर के समुद्रों से निरंतर मत्स्य पालन के लिए प्रस्तावित सक्षम ढांचे पर एक प्रस्तुति भी दी गई।

सरकार ने 2015 से विभिन्न सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों जैसे कि नीली क्रांति योजना, मत्स्य पालन और जलीय कृषि अवसंरचना विकास निधि (एफआईडीएफ), प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई), प्रधानमंत्री मत्स्य समृद्धि योजना (पीएम-एमकेएसएसवाई) और किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के माध्यम से निवेश को बढ़ाकर 38,572 करोड़ रुपये कर दिया है। भारत ने 2024-25 में 9 प्रतिशत से अधिक की क्षेत्रीय वृद्धि दर के साथ 195 लाख टन का वार्षिक मछली उत्पादन दर्ज किया है।

बैठक में केन्द्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी.के. मिश्रा, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव-2 श्री शक्तिकांत दास, प्रधानमंत्री के सलाहकार श्री अमित खरे, मत्स्यपालन विभाग के सचिव और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।