आईटीईआर ऑर्गनाइजेशन आज 28 जुलाई, 2020 को फ्रांस के सैंट-पॉल-लेज-ड्यूरैंस में एक समारोह के साथ आईटीईआर टोकोमक की स्टार्ट ऑफ असेंबली मना रहा है। इसमें आईटीईआर के सभी सदस्य देशों के आमंत्रित प्रमुख व्यक्तिगत रूप से, या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भाग ले रहे हैं, या अपना संदेश दे रहे हैं। राष्ट्रपति मैक्रों वर्चुअल माध्यम से इस समारोह की मेजबानी कर रहे हैं।
अपने संदेश में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कड़ी मेहनत और अभी तक हासिल की गई सफलता के लिए आईटीईआर ऑर्गनाइजेशन को बधाई दी। वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की वैश्विक भागीदारी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आईटीईआर वास्तव में भारत की सदियों पुरानी मान्यता ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का बेहतरीन उदाहरण है, जिसका मतलब है कि मानवता की बेहतरी के लिए पूरा विश्व मिलकर काम करे और भारत आईटीईआर के लक्ष्य को हासिल करने और काम करने में सहायता के लिए क्रायोस्टेट, इन वीजल शील्ड्स, कूलिंग वाटर में महत्वपूर्ण योगदान, क्रायोजेनिक और क्रायो वितरण प्रणालियों, आरएफ और बीम प्रौद्योगिकी के उपयोग से सहायक तापीय उपकरण (ऑक्जिलरी हीटिंग डिवाइस), मल्टी मेगा वाट बिजली आपूर्ति और विभिन्न डायग्नोस्टिक्स जैसे अंशदानों के माध्यम से योगदान कर रहा है।
इस अवसर पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से फ्रांस और मोनाको में भारत के राजदूत श्री जावेद अशरफ द्वारा संदेश दिया गया।
पूरा भाषण पढ़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए