श्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार, 17 मई, 2014 को वाराणसी जाकर बाबा विश्वनाथ और मां गंगा का आशीर्वाद लिया। उन्होंने उन्हें चुनने के लिए काशी के लोगों का धन्यवाद किया और कहा कि उन्हें सिर्फ लोगों के वोट नहीं चाहिए बल्कि काशी को बेहतर बनाने के लिए उनका सहयोग भी चाहिए। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष श्री लक्ष्मीकांत बाजपेयी और भाजपा के महासचिव श्री अमित शाह उपस्थित थे।
श्री मोदी ने वाराणसी के शानदार इतिहास और संस्कृति की व्यापक चर्चा करते हुए कहा कि वाराणसी जब तक राष्ट्र गुरु नहीं बन जाता तब तक भारत जगत गुरु नहीं बनेगा। उन्होंने स्वच्छता के लिए आह्वान करते हुए कहा कि राष्ट्र जब 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनायेगा तब हमें स्वच्छ भारत सुनिश्चित करना होगा। महात्मा गांधी को यह सच्ची श्रृद्धांजलि होगी।गंगा नदी के तट पर अपने भाषण के दौरान श्री मोदी ने गंगा की सफाई के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की। उन्होंने कहा, “गंगा मां ने ही मुझे आपका बनाया है। हर व्यक्ति को ऐसा अवसर नहीं मिलता जैसा आज मुझे मिला है इसलिए मैं कहता हूं कि मां गंगा ने तय कर दिया है कि मैं कुछ काम करुं।” उन्होंने गंगा को निर्मल बनाने और नदी की भव्यता को वापस लाने की जरूरत पर बल दिया।
वाराणसी की जनता को उन्हें निर्वाचित करने के लिए धन्यवाद देते हुए श्री मोदी ने कहा कि वह उनके समक्ष अपनी बात भी नहीं रख पाये फिर भी वाराणसी की जनता ने उनके मौन पर मुहर लगा दिया और उन्हें शानदार बहुमत से जीत दिलायी। उन्होंने कहा, “जो बिना मांगे परोसे उसे मां कहते हैं, मुझे बनारस की जनता से मांगने का भी सौभाग्य नहीं मिला।”