क्रम स..समझौता ज्ञापन/समझौताभारतीय पक्षफ्रांसीसी पक्षउद्देश्य

1

नशीली दवाओं, मनोवैज्ञानिक पदार्थों और रासायनिक प्रणेताओं अवैध सेवन तथा संबंधित अपराधों और अवैध आवागमन की रोकथाम पर भारत और फ्रांस के बीच समझौता

श्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री

श्री जीन-यवेस ले ड्रियन,

यूरोप और विदेश मामलों के मंत्री

 

यह समझौता दोनों देशों में अवैध आवागमन और नशीली दवाओं के इस्तेमाल का सामना करने में सहायता करेगा और आतंकवाद के वित्तपोषण पर भी प्रभावी होगा।

2

भारत-फ्रांस प्रवासन और गतिशीलता भागीदारी समझौता

 

श्रीमती सुषमा स्वराज, विदेश मंत्री

श्री जीन-यवेस ले ड्रियन,

यूरोप और विदेश मामलों के मंत्री

 

 

इस समझौते से गतिशीलता के आधार पर अस्थायी परिपत्र प्रवासन और गृह देश में कौशल की वापसी के प्रोत्साहन को सुविधा मिलेगी।

3

अकादमिक योग्यता के परस्पर मान्यता की सुविधा के लिए भारत और फ्रांस के बीच समझौता

श्री प्रकाश जावडेकर, मानव संसाधन विकास मंत्री

श्रीमती फ्रेडरिक विडाल,

उच्च शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार मंत्री

 

इस व्यवस्था का उद्देश्य शैक्षिक योग्यता की पारस्परिक मान्यता की सुविधा प्रदान करना है।

4

रेलवे के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग पर रेलवे और एसएनसीएफ दक्षता मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन

 

श्री पीयूष गोयल, रेल मंत्री

श्री जीन-यवेस ले ड्रियन,

यूरोप और विदेश मामलों के मंत्री

 

इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य पारस्परिक सहयोग को और गहन बनाना तथा उच्च गति और अर्द्ध-उच्च गति रेल; वर्तमान परिचालनों और अवसंरचना के आधुनिकीकरण, स्टेशन नवीकरण और उपनगरीय ट्रेनों के प्राथमिक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना है।

 

5

एक स्थायी भारत-फ्रांसीसी रेलवे फोरम के निर्माण के लिए भारत और फ्रांस के बीच आशय पत्र।

 

श्री पीयूष गोयल, रेल मंत्री

श्री जीन-यवेस ले ड्रियन, यूरोप और विदेश मामलों के मंत्री

 

 

इस आशय पत्र का उद्देश्य एक भारत-फ्रांसीसी स्थायी रेलवे फोरम बनाकर पहले से मौजूदा सहयोग को आगे बढ़ाना है।

6

भारत और फ्रांस के बीच अपने सशस्त्र बलों में पारस्परिक लॉजिस्टिक्स समर्थन के प्रावधान के संबंध में समझौता

 

सुश्री निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री

 

श्रीमती फ्लोरेंस पार्ली, सशस्त्र बलों की मंत्री

 

यह समझौता अधिकृत बंदरगाह यात्राओं, संयुक्त अभ्यास, संयुक्त प्रशिक्षण, मानवीय सहायता और आपदा राहत प्रयास आदि के दौरान दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच लॉजिस्टिक्स समर्थन, आपूर्ति और सेवाओं के पारस्परिक प्रावधान की सुविधा प्रदान करेगा।

7

भारत और फ्रांस के बीच पर्यावरण के क्षेत्र में सहयोग के संबंध में समझौता ज्ञापन (एमओयू)

 

डॉ. महेश शर्मा

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री

श्रीमती ब्रुन पोयरसन,

पारिस्थितिक और समावेशी संक्रमण से संबद्ध राज्य मंत्री

 

 

इस समझौता ज्ञापन का लक्ष्य पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में दोनों देशों की सरकारों और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक आधार स्थापित करना है।

8

भारत और फ्रांस के बीच सशक्त शहरी विकास के क्षेत्र में सहयोग के बारे में समझौता

 

श्री हरदीप सिंह पुरी, राज्य मंत्री (आईसी) आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय

 

 

श्रीमती ब्रुन पोयरसन,

पारिस्थितिक और समावेशी संक्रमण से संबद्ध राज्य मंत्री

 

यह समझौता स्मार्ट शहरों के विकास, शहरी जन परिवहन व्यवस्था के विकास, शहरी बस्तियों और उपयोगिताओं आदि पर सूचना के आदान-प्रदान की अनुमति देगा।

9

भारत और फ्रांस के बीच वर्गीकृत या संरक्षित जानकारी के विनिमय और पारस्परिक संरक्षण के संबंध में समझौता

 

श्री अजीत डोवल,एनएसए

 

श्री फिलिप एटिएन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार

 

 

 

यह अनुबंध वर्गीकृत और संरक्षित जानकारी के किसी भी आदान-प्रदान पर लागू सामान्य सुरक्षा नियमों को परिभाषित करता है।

10

समुद्री जागरूकता मिशन के पूर्व-निर्माण अध्ययन के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और केंद्रीय राष्ट्रीय डी'एत्युदेसस्पातिलेस (सीएनईएस) के बीच व्यवस्था को कार्यान्वित करना

श्री के सिवन, सचिव, अंतरिक्ष विभाग और अध्यक्ष इसरो

 

श्री जीन यवेस ले गाल, अध्यक्ष सीएनईएस

 

यह समझौता फ़्रांस और भारत के हित के क्षेत्रों में जहाजों की पहचान और निगरानी के लिए शुरु से अंत तक समाधान प्रदान करेगा।

11

भारत के परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड और ईडीएफ, फ्रांस के बीच आगे के औद्योगिक मार्ग पर समझौता

 

श्री शेखर बसु, सचिव, परमाणु ऊर्जा विभाग के

श्री जीन बर्नार्ड लेवी, सीईओ, ईडीएफ

 

यह समझौता जैतपुर परमाणु ऊर्जा परियोजना के कार्यान्वयन के लिए आगे का एक रास्ता तय करता है।

 

12

जलविज्ञान और समुद्री मानचित्रण के मामले में सहयोग पर भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय व्यवस्था

 

श्री विनय कवात्रा,

भारत के राजदूत

श्री अलेक्जेंडर ज़िगलर,

फ्रांस के राजदूत

 

यह व्यवस्था जल-विज्ञान, समुद्री दस्तावेजों और समुद्री सुरक्षा सूचना के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करेगी।

13

भारत और फ्रांस के बीच एक चुनौती प्रक्रिया के माध्यम से स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए 100 मिलियन यूरो की क्रेडिट सुविधा पर समझौता

 

श्री विनय कवात्रा, भारत के राजदूत

 

श्री अलेक्जेंडर ज़िगलर,

फ्रांस के राजदूत

 

इस समझौते से स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत वित्तपोषण और इस उद्देश्य के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा प्रदान किए गए धन के अंतराल को भरने में सहायता मिलेगी ।

14

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (एनआईएसई), नई और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (आईएनईएस), फ्रांस के बीच समझौता ज्ञापन

 

श्री विनय कवात्रा,

भारत के राजदूत

 

श्री डैनियल वर्वार्डे,

प्रशासक,

परमाणु और वैकल्पिक ऊर्जा आयोग (सीईए)

 

इस समझौते से दोनों देश प्रौद्योगिकी और सहयोगी गतिविधियों के हस्तांतरण के माध्यम से सौर ऊर्जा (सौर फोटोवोल्टिक, भंडारण प्रौद्योगिकियों आदि) के क्षेत्रों में ईएसए के सदस्य देशों में परियोजनाओं पर काम करेंगे।

 

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report

Media Coverage

India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
प्रधानमंत्री 24 नवंबर को 'ओडिशा पर्व 2024' में हिस्सा लेंगे
November 24, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 नवंबर को शाम करीब 5:30 बजे नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 'ओडिशा पर्व 2024' कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

ओडिशा पर्व नई दिल्ली में ओडिया समाज फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसके माध्यम से, वह ओडिया विरासत के संरक्षण और प्रचार की दिशा में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने में लगे हुए हैं। परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष ओडिशा पर्व का आयोजन 22 से 24 नवंबर तक किया जा रहा है। यह ओडिशा की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हुए रंग-बिरंगे सांस्कृतिक रूपों को प्रदर्शित करेगा और राज्य के जीवंत सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक लोकाचार को प्रदर्शित करेगा। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख पेशेवरों एवं जाने-माने विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय सेमिनार या सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।