“2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर भारत उन्हें स्वच्छ भारत के रूप में सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि दे सकता है”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में राजपथ से स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत के अवसर भारत के नागरिकों का आह्वान करते हुए ये शब्द कहे। एक राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में स्वच्छ भारत मिशन की दो अक्टूबर को देश के कोने-कोने में शुरुआत हुई। इस अभियान का उद्देश्य दो अक्टूबर 2019 तक एक ‘स्वच्छ भारत’ के स्वप्न को साकार करना है।
वाराणसी एक ऐसा शहर है जिसे उसके ऐतिहासिक घाटों और धार्मिक पूजा स्थलों के लिए जाना जाता है। लेकिन साफ-सफाई का अभाव अक्सर इन स्थानों के रूप और सौंदर्य को बिगाड़ देता है। नरेंद्र मोदी ने नवंबर में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी की यात्रा के दौरान स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री ने वाराणसी में गंगा नदी के किनारे अस्सी घाट पर गंदगी को दूर करने के लिए श्रमदान में हिस्सा लेकर इस अभियान की शुरुआत की।
उन्होंने इस अभियान में शामिल होने और एक स्वच्छ भारत बनाने में योगदान देने के लिए नौ जानेमाने लोगों को नामित भी किया। विकास परियोजनाओं के उद्घाटन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री अगली बार सुशासन दिवस के अवसर पर वाराणसी आए। उन्होंने एक बार फिर झाडू थामी और अस्सी घाट के नजदीक जगन्नाथ मंदिर पर सफाई अभियान में हिस्सा लिया। उनकी पिछली यात्रा के बाद से आम लोगों और संगठनों ने जिस तरह स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाया, उस पर उन्होंने खुशी जताई। इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने नौ सुविख्यात लोगों को नामित भी किया।
स्वच्छता अभियान में लोगों की भागीदारी का आह्वान करने से ये अभियान एक राष्ट्रीय आंदोलन में तब्दील हो गया। स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से लोगों में जिम्मेदारी की भावना पैदा हुई। प्रधानमंत्री ने अपनी बातों और कार्यों से लोगों को प्रेरित कर स्वच्छ भारत के संदेश को फैलने में मदद की। इसके साथ ही साफ-सफाई के महत्व को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन स्वास्थ्य समस्याओं का जिक्र किया, जिनका सामना घरों में समुचित शौचालय की कमी के चलते करीब आधे भारतीय परिवारों को करना पड़ता है।
स्वच्छता के लिए विभिन्न क्षेत्रों के लोग साथ आए और इस अभियान में शामिल हुए। खिलाड़ियों से लेकर आध्यात्मिक नेताओं तक, सेना के जवानों से लेकर फिल्मी कलाकारों तक, कारोबारी समुदाय के सदस्यों से लेकर सरकारी अधिकारियों तक, भारत को स्वच्छ बनाने के लिए सभी साथ आ गए। भारत को स्वच्छ बनाने के लिए देश भर में लाखों लोग दिन प्रति दिन सरकारी विभागों, एनजीओ और स्थानीय सामुदायिक केंद्रों के स्वच्छता अभियानों में शामिल हो रहे हैं।
लोगों का जोरदार समर्थन पाकर स्वच्छ भारत अभियान एक जन आंदोलन बन गया है। बड़ी संख्या में नागरिक भी आगे आए हैं और उन्होंने एक साफ और स्वच्छ भारत के लिए प्रतिज्ञा की है। स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत के बाद सड़क साफ करने के लिए झाडू उठाना, कचड़े को साफ करना, सफाई पर ध्यान देना और एक स्वच्छ वातावरण को बनाए रखना आदत बन गई है। लोग जुड़ने लगे हैं और वो इस संदेश को फैलाने में मदद कर रहे हैं कि ‘स्वच्छता ईश्वर की भक्ति के सबसे समीप है।’