वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के तहत एसएमई कन्वेन्शन आयोजित
एसएमई क्षेत्र में देश की १९ फीसदी विकास दर के
मुकाबले गुजरात की विकास दर ८५ फीसदी
उत्तम लघु उद्योग इकाइयों को मुख्यमंत्री ने प्रमाण पत्र इनायत किए
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लघु एवं मध्यम उद्योगों (एसएमई) को आर्थिक नीतियों में निर्णायक और विश्व प्रभावक करार देते हुए कहा कि लघु एवं मध्यम उद्योग के मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर में भारत की समग्रतया १९ फीसदी विकास दर के मुकाबले गुजरात की विकास दर ८५ फीसदी है। लघु उद्योग और मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर को औद्योगिक विकस की रीढ़ करार देते हुए श्री मोदी ने कहा कि विकास दर में यह वृद्धि राज्य के लघु उद्योगों को गत दस वर्षों में प्रोत्साहन देने के राज्य सरकार के सुविचारित प्रयासों का परिणाम है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-२०१३ के दूसरे दिन आज महात्मा मंदिर में स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइज का क्न्वेन्शन आयोजित किया गया था। इस विशाल एसएमई कन्वेन्शन में देश भर के लघु उद्यमियों ने भाग लिया था। उत्तम लघु उद्यमियों को श्रेष्ठता प्रमाण पत्र इनायत करते हुए श्री मोदी ने कहा कि मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर में लघु उद्योग क्षेत्र ने अपनी क्षमता को साबित किया है। लेकिन उसके सर्वग्राही सर्वपोषक विकास के लिए चिंतन नहीं किया जाता। लघु उद्योगों के विकास में अवरोध अनेक छोटी-बड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए छोटे-मोटे प्रयास कामयाब नहीं हो सकते। लघु और मध्यम उद्योगों को स्पर्धात्मक बाजारों में प्रभावी बनाने के लिए समयानुकूल टेक्नोलॉजी और रिसर्च पर ध्यान केन्द्रित करने पर मुख्यमंत्री ने बल दिया।
स्माल-मीडियम इंटरप्राइज के विकास के प्रोत्साहन की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने परंपरागत लघु उद्योगों के मैन्युफेक्चरिंग क्षेत्र में समझबूझ से नये आयाम और आविष्कार विकसित किए हैं। जिसके कारण उत्पादनों का दायरा काफी विकसित हुआ है। इसका सातत्यपूर्वक संवर्धन करना आवश्यक है।
लघु उद्योग हमारे देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार निर्माण के अधिकतम अवसर उपलब्ध करवाते हैं और स्पर्धात्मक वैश्विक बाजारों में क्वालिटी और क्रेडिबिलिटी के साथ छा जाने के लिए टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन के साथ ही स्माल इंडस्ट्रीज नीड बेज स्किल डेवलपमेंट करने के लिए श्री मोदी ने गुजरात के औद्योगिक विकास के आधार लघु उद्योगों और मैन्युफेक्चरिंग एन्सीलियरी इंडस्ट्रीज के क्लसस्टर्स डेवलपमेंट का सुविचारित नेटवर्क राज्य सरकार विकसित करना चाहती है, इसकी भूमिका पेश की।
गुजरात में लघु-मध्यम उद्योग बढ़िया तरीके से विकसित हुए हैं। इसकी वजह बतलाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में औद्योगिक क्षेत्र में सुमेलपूर्ण संबंध हैं। जीरो-मेन डेज लॉस हमारी ताकत है। हमारे लघु उद्योग संचालकों और कारीगरों के बीच परिवारभाव की शक्ति प्रबल है।
समग्र हिन्दुस्तान में एसएमई मैन्युफेक्चरिंग क्षेत्र में गुजरात अग्रिम स्थान पर है। देश के लघु-मध्यम उद्योगों की औसत १९ प्रतिशत की विकास दर के समक्ष गुजरात की विकास दर ८५ प्रतिशत है जो दर्शाती है कि गुजरात सरकार औद्योगिक विकास में लघु उद्योगों को कितना महत्व देती है।
लघु उद्योगों की ८५ प्रतिशत विकास दर ऐसी ही नहीं हो गई है बल्कि लघु उद्योग-मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर के विकास के लिए गुजरात सरकार ने दस वर्ष में सुआयोजित प्रोत्साहक नीति अपनायी है। लघु उद्योग सबसे ज्यादा रोजगार देते हैं और इनके सातत्यपूर्ण विकास से हमारे देश में सबसे कम बेरोजगारी वाला राज्य गुजरात है। देश के कुल रोजगार का ७२ प्रतिशत अकेले गुजरात उपलब्ध करवाता है।
श्री मोदी ने चीन के एसएमई मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर के आक्रमक अभियान के सामने भारत और गुजरात के मैन्युफेक्चरिंग एसएमई सेक्टर जिन चुनौतियों का सामना करने वाले हैं उसकी भूमिका में कहा कि, दुनिया के बाजारों में भारत के लघु उद्योगों का उत्पादन किस प्रकार प्रभावी बन सकता है इसकी व्यूहात्मक नीति अपनानी ही पड़ेगी।
गुजरात के लघु उद्योगपतियों में अनेक शक्तियां और नये उत्पादन क्षेत्रों में प्रवेश करनी की तमन्ना और साहस है। मुख्यमंत्री ने गुजरात सरकार में लघु उद्योग के विकास के सातत्यपूर्ण विकास और सातत्यपूर्ण विस्तार और समस्याओं के निराकरण के लिए उद्योग विभाग का खास सेल गठित करने की घोषणा की।
हमें अपनी एसएमई ब्रांड इमेज खड़ी करके दुनिया के बाजारों में छा जाना है। मेड इन गुजरात-इंडिया का एसएमई मैन्युफेक्चरिंग ब्रांड ऐसी विश्वसनीयता खड़ी करेगा जो गुजरात की एसएमई के सामर्थ्य की नई पहचान बनाएगा।