गुजरात के विविध क्षेत्रों में जापानी कंपनियों की भागीदारी का व्यापक फलक विकसित करने की तत्परता
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से आज जापान से आए इंटरनेशनल फ्रेंडशिप एक्सचेंज काउंसिल (एफईसी) के १४ सदस्यों के शिष्टमंडल ने औपचारिक मुलाकात की। भारत में गुजरात जिस तरह आर्थिक प्रगति की तेज रफ्तार की अनुभूति करा रहा है, उस सन्दर्भ में गुजरात में प्रोजेक्ट स्थापित करने और पूंजीनिवेश के साथ भागीदारी के लिए जापानी उद्योग संचालकों की तत्परता के संबंध में विविध संभावनाओं को लेकर सदस्यों ने श्री मोदी के साथ फलदायी परामर्श किया गया। एफईसी के उपाध्यक्ष केनिची वाटानाबे के नेतृत्व में आए शिष्टमंडल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से गुजरात की औद्योगिक एवं आर्थिक विकास की नीतियों तथा मैन्युमेक्चरिंग सेक्टर, ऑटोमोबाइल्स, होटल एण्ड हॉस्पिटालिटी इंडस्ट्रीज, मेडिकल इक्विपमेंट मैन्युफेक्चरिंग, लैण्ड एक्विजिशन पॉलिसी, हाईस्पीड रेलवे प्रोजेक्ट सहित भारत-जापान की संयुक्त परियोजना दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर (डीएमआईसी) इत्यादि की जानकारी हासिल करने में गहरी रुचि दर्शायी।मुख्यमंत्री ने गुजरातियों की उद्यमशीलता, वैश्विक दृष्टिकोण एवं विकास के लिए साहसिकता के साथ ही राज्य की वर्तमान सरकार की आर्थिक विकास की प्रगतिशील नीतियों तथा उत्प्रेरक समान अनुकूल उत्तम वातावरण की जानकारी से सदस्यों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार सुशासन का मॉडल बन गई है और राज्य का १६०० किलोमीटर लंबा समुद्री तट विश्व-व्यापार के लिए फायदेमंद स्थल के तौर पर उभर रहा है। औद्योगिक क्षेत्र में गुजरात में सुमेल एवं शांतिपूर्ण संबंध, कुशल मानव श्रमिक शक्ति और सरकार के निर्णयों में त्वरित प्रक्रिया के साथ नीति निर्धारण की पारदर्शिता से देश में गुजरात एवं जापान के बीच परस्पर सहभागिता के संबंध अत्यंत तेज गति से विकसित हो रहे हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री के अतिरिक्त अग्र सचिव जी.सी. मुर्मु, उद्योग विभाग के अग्र सचिव एम.शाहु तथा इन्डेक्स-बी के प्रबंध निदेशक मुकेश कुमार मौजूद थे।