प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री श्री डेविड कैमरून ने आज ब्रिटेन-भारत सीईओ फोरम की बैठक में हिस्सा लिया।
अपने आरंभिक वक्तव्य में प्रधानमंत्री कैमरून ने भारत में व्यापक बदलाव लाने से जुड़े प्रधानमंत्री मोदी के विज़न एवं उद्देश्य का उल्लेख किया।
श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रिश्तों और संपूरकताओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न राष्ट्रों के बीच रिश्तों में निश्चित तौर पर आर्थिक संबंधों की खास अहमियत होती है। उन्होंने केन्द्र सरकार के अनेक कदमों जैसे कि ‘मेक इन इंडिया’, बुनियादी ढांचागत क्षेत्र (इन्फ्रास्ट्रक्चर) पर विशेष जोर, विभिन्न क्षेत्रों (सेक्टर) में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) को खोलना, वर्ष 2022 तक 50 मिलियन नए घर बनाने के प्रति कटिबद्धता और 175 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के लिए प्रतिबद्धता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत में ब्रिटिश कंपनियों का निवेश दोनों ही देशों के लिए फायदे का सौदा साबित होगा।
दोनों ही देशों के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) ने संक्षिप्त अवलोकन किया। यह पाया गया कि वर्तमान समय निवेशकों के लिए भारत में ‘अवसर की ज्वारीय तरंग’ का द्योतक है।