प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता को दुनिया की बड़ी तकनीकी कंपनियां भी मान्यता दे रही हैं। ये कंपनियां यहां के जबरदस्त स्किल वर्क फोर्स से प्रभावित हैं। डिजिटल लेन-देन के बीच बिजनेस की सफलता के लिए अनुकूल माहौल भी उन्हें आकर्षित कर रहा है।
दुनिया की बड़ी तकनीकी कंपनियां भारत की तरक्की में शामिल होना चाहती हैं। इसलिए इन कंपनियों के प्रमुख और CEO भारत में अपने आधार का विस्तार तलाश रहे हैं, जिसकी झांकी हम आपको दिखलाते हैं। तकनीक के बाजार में भारत की मौजूदगी और स्किल्ड वर्कफोर्स के साथ भारत की बढ़ती क्षमता को फेसबुक के CEO जुकरबर्ग ने भी पहचाना है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दो बार मिल चुके हैं जो जनता के साथ मजबूत और सीधा संवाद करते हैं।
भारत के टेक्नोलॉजी बूम में भागीदारी के लिए माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला ने खासी दिलचस्पी दिखलायी है। उन्होंने सरकार के डिजिटल इंडिया कैम्पेन से जुड़ने और इसके तहत माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड टेक्नोलॉजी के भारत में विस्तार की इच्छा जतायी है। ये टेक्नोलॉजी भारत के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से सिंक होकर काम करेगी।
डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट जैसे भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में भागीदारी के मकसद से CISCO के चेयरमैन जॉन चैम्बर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
इंटेल इंडिया भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान से उत्साहित है। भारत के ग्रामीण इलाकों में डिजिटल साक्षरता और उसकी पहुंच बढ़ाने के लिए इंटेल इंडिया ने कई पहल की है। भारतीय स्टार्ट अप इको सिस्टम के तहत ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ जैसे आविष्कारों के लिए निवेश पर इंटेल प्रेसिडेन्ट रेनी जेम्स ने प्रधानमंत्री से चर्चा की।
Oracle कॉरपोरेशन ने बैंगलोर में आर्ट कैम्पस के साथ-साथ देशभर में 9 Incubation Centres खोलने की घोषणा की है। ऐसा करके कंपनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया की पहल से जुड़ गयी है। Oracle के ग्लोबल CEO साफ्रा कैज ने कंपनी की योजना के बारे में प्रधानमंत्री को सूचना दी ताकि 5 लाख से ज्यादा छात्रों में कम्प्यूटर साइंस स्किल विकसित की जा सके।
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के साथ बैठक के दौरान सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी लिमिटेड के वाइस चेयरमैन वाई ली जे ने मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया की पहल को अपना समर्थन दिया। भारत में उत्पादन आधार को बढ़ाते हुए सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने बेंगलुरू, दिल्ली और नोएडा में रिसर्च लैब के साथ-साथ चेन्नई में दो और नोएडा में एक उत्पादन यूनिट खोलने की घोषणा की।
भारत में मानव संसाधनों की प्रचुरता है। इसे देखते हुए यहां उत्पादन संयंत्र स्थापित करने लिए एप्पल इंक के CEO टिम कुक संभावनाएं तलाशते रहे हैं। एप्पल प्रमुख ने इस मकसद से सभी संभावनाओं पर बात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और नरेंद्र मोदी मोबाइल एप के अपडेटेड वर्जन को लॉन्च करने की घोषणा की।
IBM की CEO गिन्नी रोमेट्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान भारत के जीडीपी ग्रोथ को लेकर सकारात्मक उम्मीद जतायी, वहीं उन्होंने स्टार्ट अप से पैदा हुए बिजनेस के माहौल को भी बेहतरीन बताया। IBM के कार्यबल में अच्छी खासी संख्या में भारतीय हैं और उसकी योजना भारत में ऑपरेशन का विस्तार करने की है। यहां डिजिटल इंडिया की पहल के तहत वेब इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए विस्तार की असीमित संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री के साथ सकारात्मक बातचीत से उत्साहित गूगल सीईओ सुन्दर पिछाई ने 500 रेलवे स्टेशनों पर दूसरी तकनीकी सुविधाओं के अलावा हाई स्पीड फ्री इंटरनेट उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जतायी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्टार्ट अप शुरू कर बिजनेस के लिए अनुकूल वातावरण बनाया। इसके साथ ही कई ऐसी पहल शुरू की जिसके बाद देश में निवेश के माहौल में जबरदस्त सुधार हुआ। नतीजा यह हुआ कि भारत ग्लोबल इकोनॉमी में अग्रणी देशों में एक बन गया है और निवेशकों के लिए भी सुनहरा स्पॉट बन चुका है।
“समय आ गया है जब भारत अपनी शक्ति से दुनिया को अवगत कराए। हम अपनी जनशक्ति को पहचानें और दुनिया के सामने कौशल भारत की छवि प्रस्तुत करें।”
-नरेंद्र मोदी