1. भारत गणराज्य के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर और दो पवित्र मस्जिदों के कस्टोडियन, हिज़ रॉयल हाईनेस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल-अजीज अल सौद के मार्गदर्शन मेंसऊदी अरब साम्राज्य के उप-प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने 19-20 फरवरी, 2019 के दौरान भारत में अपनी पहली राजकीय यात्रा की, जिनकी अगवानी माननीय प्रधानमंत्री द्वारा हवाई अड्डे पर स्वयं की गई। भारत में उनकी यह यात्रा दो पवित्र मस्जिदों के कस्टोडियन His Majesty किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद के निमंत्रण पर अप्रैल, 2016 में प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी अरब साम्राज्य की आधिकारिक यात्रा के अनुक्रम में है।
2. हिज़ रॉयल हाईनेस द् क्राउन प्रिंस का राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली के फोरकोर्ट में 20 फरवरी, 2019 को औपचारिक रूप से स्वागत किया गया। राष्ट्रपति कोविंद ने हिज़ रॉयल हाईनेस के सम्मान में एक भोज की मेजबानी भी की।
3. प्रधानमंत्री मोदी और हिज़ रॉयल हाईनेस क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सल्मान बिन अब्दुलअज़ीज़ ने 20 फरवरी, 2019 को हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की। विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने हिज़ रॉयल हाइनेस से मुलाकात की।
4. भारत और सऊदी अरब के संबंध सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण हैं जो सदियों पुराने आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों को परिलक्षित करते हैं। हमारी निकटतम भौगोलिकता, सभ्यतागत संपर्क, सांस्कृतिक संबंध, नेचुरल सिनर्जीज, वाइब्रेंट जन-जन संपर्क, आम चुनौतियों और अवसरों ने हमारे संबंधों को मजबूती प्रदान की है।
5. द्विपक्षीय चर्चाएं मजबूत दोस्ती की भावना के साथ हुईं, जो दोनों देशों और उनके नेताओं को एक सूत्र में बांधते हैं। दोनों देशों के नेताओं ने मित्रतापूर्ण और सहयोगात्मक द्विपक्षीय संबंधों पर संतोष व्यक्त किया, जो विश्वास, आपसी समझ, सद्भावना और एक-दूसरे के हितों के लिए सम्मान को दर्शाते हैं। दोनों पक्षों ने अप्रैल 2016 में प्रधानमंत्री की रियाद की महत्वपूर्ण यात्रा - एक ऐसी यात्रा जिससे हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने में मजबूत आधार प्राप्त हुआ - के बाद व्यापार, ऊर्जा, सुरक्षा और सांस्कृतिक क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।
6. प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब में समभाव और खुलापन लाने के लिए हिज़ रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस द्वारा शुरू किए गए हाल के बदलावों का स्वागत किया, जबकि हिज़ रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस ने नैतिकता, बहुलवाद और सहिष्णुता के भारतीय मॉडल की सराहना की।
7. दोनों पक्षों ने फरवरी 2010 को 'रियाद घोषणा' में परिकल्पित 'स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप' को मजबूत करने के लिए अपनी गहरी प्रतिबद्धता को दोहराया और दो पवित्र मस्जिदों के कस्टोडियन His Majestyकिंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सौद की फरवरी 2014 में भारत की यात्रा और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अप्रैल 2016 में सऊदी अरब की यात्रा के दौरान हुई वार्ताओं पर जोर दिया।
8. दोनों पक्षों ने माननीय प्रधानमंत्री और हिज़ रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस के नेतृत्व में, जिसमें संपूर्ण सामरिक संबंधों को कवर करते हुए मंत्री स्तरीय प्रतिनिधित्व द्वारा सपोर्ट दिया गया था, स्ट्रेटिजक पार्टनरशिप काउंसिल का सृजन कर ‘उच्च स्तरीय मॉनिटरिंग मेकेनिन्म के साथ वर्तमान ‘स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप’ को सुदृढ़ करने पर सहमति जताई।
9. दोनों पक्षों ने हाल ही में रियाद में आयोजित नीति आयोग और सऊदी सेंटर फॉर इंटरनेशनल स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप (SCISP) के बीच कार्यशाला के परिणामों का स्वागत किया। कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त सहयोग और निवेश के 40 से अधिक अवसरों की पहचान की गई।
10. यात्रा के दौरान निम्नलिखित एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए: -
(I) भारत के राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष में निवेश पर समझौता ज्ञापन।
(II) पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन।
(III) आवासन के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन।
(IV) इन्वेस्ट इंडिया और सऊदी अरब जनरल इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (SAGIA) के बीच फ्रेमवर्क कोआपरेशन प्रोग्राम।
(V) ऑडियो-विजुअल कार्यक्रमों के आदान-प्रदान के लिए प्रसारण पर सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन।
(VI) माननीय प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में शामिल होने के लिए सऊदी अरब साम्राज्य के लिए सहमति-पत्र।
11. हाल के वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार में सकारात्मक रुझान को ध्यान में रखते हुए, दोनों पक्षों ने वाणिज्यिक व्यापार में, विशेष रूप से गैर-तेल व्यापार में, उपलब्ध विशाल अनवेषित स्रोतों को स्वीकार किया। दोनों पक्षों ने आर्थिक, वाणिज्यिक, निवेश, सांस्कृतिक और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए फरवरी 2018 में रियाद में आयोजित भारत-सऊदी संयुक्त आयोग की बैठक के 12वें सत्र के दौरान किए गए सकारात्मक विचार-विमर्श की सराहना की।
12. दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच व्यापार की मात्रा बढ़ाने और निर्यात बाधाओं को दूर करने के महत्व पर बल दिया।
13. दोनों देशों के बीच यह भी सहमति हुई कि किंगडम के विजन 2030 और उसके 13 विज़न रियलाइज़ेशन प्रोग्राम्स को भारत के "मेक इन इंडिया", "स्टार्ट अप इंडिया", "स्मार्ट सिटीज़", "क्लीन इंडिया", और "डिजिटल इंडिया" जैसी प्रमुख पहलों के साथ जोड़कर दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश सहयोग को और गहरा बनाया जाए। सऊदी अरब ने अपने यहां आगामी मेगा परियोजनाओं में भारतीय निजी/ सार्वजनिक क्षेत्र निवेश और विशेषज्ञता को आकर्षित करने के लिए अपनी तत्परता व्यक्त की। दोनों पक्षों ने भारत और सऊदी अरब की अर्थव्यवस्थाओं के सकारात्मक बदलाव को सराहा।
14. दोनों पक्षों ने ईज ऑफ डूईंग बिजनेस, मौजूदा नियमों को सरल और तर्कसंगत बनाने और प्रमुख क्षेत्रों में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश मानदंडों को शिथिल करने के लिए दोनों सरकारों द्वारा की गई महत्वपूर्ण पहलों का स्वागत किया।
15. दोनों पक्षों ने 2016 में प्रधानमंत्री मोदी की रियाद यात्रा के दौरान सऊदी अरेबियन जनरल इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (SAGIA) और इन्वेस्ट इंडिया के बीच फ्रेमवर्क कोओपरेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने के बाद निवेश के वातावरण में सकारात्मक बदलाव का स्वागत किया। दोनों पक्षों ने व्यापारिक समुदायों से आग्रह किया कि वे दोनों देशों में, विशेष रूप से बुनियादी सुविधाओं, खनन, नवीकरणीय ऊर्जासहित ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के क्षेत्रों में निवेश के अवसरों का लाभ उठाएं और सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा टेलिकॉम्यूनिकेशन में कुशल मानव संसाधनों के क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत बनाएं।
16. सऊदी अरब साम्राज्य के औद्योगिक शहरों और बंदरगाहों में अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और लॉजिस्टक सेवाओं की उपलब्धता को स्वीकार करते हुए, हिज़ रॉयल हाइनेस ने घरेलू और क्षेत्रीय बाजार पहुंच के लिए भारतीय कंपनियों का निवेश के लिए स्वागत किया।
17. प्रधानमंत्री ने ऊर्जा, रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल, बुनियादी ढांचे, कृषि, खनिज और खनन, विनिर्माण, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में हिज़ रॉयल हाइनेस द्वारा सऊदी अरब में $ 100 बिलियन से अधिक मूल्य के निवेश की घोषणा का स्वागत किया।
18. दोनों पक्षों ने 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लागत की फर्स्ट ज्वाइंट वेन्चर वेस्ट कोस्ट रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट पर संतोष व्यक्त किया, और दोनों पक्षों ने प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन में तेजी लाने की सहमति जताई, जो एक चरण में कार्यान्वित की जानी वाली दुनिया की सबसे बड़ी ग्रीन फील्ड रिफाइनरी होगी। इसके अलावा, सार्वजनिक निवेश निधि और उसके प्रौद्योगिकी भागीदारों के माध्यम से $ 10 बिलियन तथा $ 26 बिलियन के अन्य निवेश अवसरों की खोज की जा रही है।
19. भारत के प्रधानमंत्री ने नेशनल इंवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) और भारत के अन्य प्रमुख क्षेत्रों में सऊदी अरब के निवेश का स्वागत किया। इस संदर्भ में, दोनों पक्षों ने नेशनल इंवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) में निवेश के संबंध में हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन की सराहना की, क्योंकि यह द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग के विस्तार का मार्ग प्रशस्त करेगा।
20. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में, विशेष रूप से ऊर्जा, रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल, बुनियादी ढांचा, कृषि, खनिज और खनन, विनिर्माण, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश के प्रति सऊदी पक्ष की ओर से व्यक्त की गई मंशा का स्वागत किया।
21. दोनों पक्षों ने हाउसिंग के क्षेत्र में सहयोग के लिए हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन का स्वागत किया और भारतीय कंपनियों को सऊदी अरब में हाउसिंग परियोजनाओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
22. हिज़ रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस ने कोअलिशन ऑन डिज़ैस्टर रिजिलियेंट इंफ्रास्ट्रक्चर पर प्रधानमंत्री की पहल का स्वागत किया और आपदा प्रबंधन की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में माना।
23. स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप के प्रमुख स्तंभ के रूप में, ऊर्जा सुरक्षा के महत्व को स्वीकार करते हुए, दोनों पक्षों ने ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार बढ़ने की इच्छा व्यक्त की तथा सऊदी अरब को तेल और गैस के सबसे विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता और भारत को प्रमुख आपूर्तिकर्ता के रूप में मान्यता दी। दोनों पक्षों ने भारत-सऊदी अरब ऊर्जा परामर्शों को जारी रखने पर जोर दिया। दोनों पक्षों ने पेट्रोकेमिकल परिसरों में निवेश और संयुक्त उद्यमों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ऊर्जा-क्षेत्र में क्रेता-विक्रेता संबंध को सामरिक साझेदारी में बदलने पर सहमति व्यक्त की।
24. हिज़ रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस ने कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों के लिए भारत की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने और अन्य स्रोतों से आपूर्ति में किसी भी तरह की रुकावट के परिणामस्वरूप उत्पन्न होने वाली तेल की कमी की पूर्ति करने के लिए किंगडम की प्रतिबद्धता को दोहराया।
25. प्रधानमंत्री ने भारत के स्ट्रेटिजिक पेट्रोलियम रिजवर्स (एसपीआर) में किंगडम की भागीदारी का भी स्वागत किया।
26. भारत के प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने के लिए सऊदी पक्ष के निर्णय का स्वागत किया। दोनों पक्षों ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में संभावित सहयोग को न केवल निवेश की दृष्टि से, बल्कि अनुसंधान और विकास की दृष्टि से भी स्वीकार किया।
27. दोनों पक्षों ने रिमोट सेंसिंग, उपग्रह संचार और उपग्रह-आधारित नेविगेशन सहित अंतरिक्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए सहमति जताई।
28. दोनों पक्ष सहयोग के क्षेत्रों की पहचान करने के लिए कौशल विकास पर एक संयुक्त कार्यदल की स्थापना करने के लिए सहमत हुए, जहाँ दोनों देश महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे विनिर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और प्रोग्रामिंग में एक दूसरे की कोर कंपिटेंसी का लाभ उठा सकते हैं।
29. दोनों पक्षों ने, खासकर His Majesty किंग सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सौद की फरवरी 2014 में भारत की यात्रा के दौरान रक्षा सहयोग पर एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद रक्षा क्षेत्र में,विशेष रूप से विशेषज्ञता और प्रशिक्षण के आदान-प्रदान के क्षेत्र में, भारत-सऊदी सहयोग में हाल के घटनाक्रमों का स्वागत किया। इस संदर्भ में, उन्होंने हाल ही में 2-3 जनवरी, 2019 को रियाद में रक्षा सहयोग पर आयोजित चौथी संयुक्त समिति के परिणामों का स्वागत किया।
30. दोनों पक्ष संयुक्त नौसैनिक अभ्यास शीघ्र करने पर सहमत हुए और अन्य डोमेन में द्विपक्षीय अभ्यासों को और विस्तारित करने पर भी सहमत हुए।
31. संभावित और पारस्परिक लाभ को ध्यान में रखते हुए, दोनों पक्ष ‘मेक इन इंडिया’ और ‘विजन 2030’ के अनुरूप नौसेना और भूमि प्रणालियों के लिए स्पेयर पार्ट्स के संयुक्त रक्षा उत्पादन तथा आपूर्ति श्रृंखला विकास में सहयोग करने के लिए सहमत हुए।
32. दोनों पक्ष समुद्री सुरक्षा बढ़ाने हेतु अन्य इंडियन ओसियन रिम कंट्रीज के साथ मिलकर काम करने के लिए सहमत हुए, क्योंकि यह दोनों देशों की सुरक्षा और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है तथा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए सुरक्षित मार्ग है।
33. क्षेत्रीय क्नेक्टिविटी प्रोजेक्टों के संबंध में, दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि इन प्रोजेक्टों को राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान सहित अंतरराष्ट्रीय कानून पर आधारित होना चाहिए।
34. दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय स्थिरता और अच्छे पड़ोसी संबंधों के महत्व पर जोर दिया। हिज़ रॉयल हाइनेस ने पाकिस्तान के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रखने के लिए प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत पहल सहित मई 2014 से उनके द्वारा किए गए लगातार प्रयासों की सराहना की। इस संदर्भ में, दोनों पक्ष भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापक वार्ता को फिर से शुरू करने के लिए आवश्यक शर्तों के सृजन की आवश्यकता पर सहमत हुए।
35. इस बात पर जोर देते हुए कि कट्टरवाद और आतंकवाद सभी देशों और समाजों के लिए खतरा पैदा करता है, दोनों पक्षों ने इस सार्वभौमिक परिदृश्य को किसी विशेष जाति, धर्म या संस्कृति से जोड़ने के किसी भी प्रयास को अस्वीकार किया। दोनों पक्षों ने सभी देशों से अन्य देशों के खिलाफ आतंकवाद के इस्तेमाल को अस्वीकार करने; जहाँ भी आतंकवाद के बुनियादी ढांचे हैं उन्हें नष्ट करने, अन्य राज्यों के खिलाफ सभी क्षेत्रों से आतंकवाद फैलाने वाले आतंकवादियों को किसी भी प्रकार के समर्थन और वित्तपोषण को बंद करने; और आतंकवाद फैलाने वाले अपराधियों को दंडित करने का आह्वान किया। दोनों पक्षों ने आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा ठोस कार्रवाई की आवश्यकता को भी स्वीकार किया, जिसमें यूएन कंप्रेहेन्सिव कंवेंशन ऑन इंटरनेशनल टेररिज़म शामिल है, और आतंकवादियों एवं उनके संगठनों को संयुक्त राष्ट्र द्वारा व्यापक रूप से सजा दिए जाने की महत्ता को रेखांकित किया।
36. दोनों पक्षों ने आंतकवाद का राज्य नीति के एक हथियार के रूप में इस्तेमाल का त्याग करने के लिए सभी देशों से आह्वान किया। उन्होंने सभी देशों से, अन्य देशों के विरूद्ध, आतंकवादी हमला करने हेतु मिसाइलों और ड्रोन सहित आतंकवादियों को ऐसे हथियारों से एक्सेस न देने का भी आह्वान किया।
37. प्रधानमंत्री और हिज़ रॉयल हाइनेस ने जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी, 2019 को भारतीय सुरक्षा बलों पर हाल ही में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की।
38. दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, सुरक्षा और स्थिरता में अपने साझा हित के मद्देनजर पश्चिम एशिया और मध्य पूर्व में सुरक्षा स्थिति सहित आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने सीरिया में समाधान के लिए सुरक्षा परिषद संकल्प (2254), और सुरक्षा परिषद प्रस्ताव (2216), जीसीसी पहल तथा यमन में समाधान के लिए यमनी राष्ट्रीय वार्ता के परिणामों पर जोर दिया।
39. दोनों पक्षों ने फिलिस्तीनी लोगों के कानूनी अधिकारों की गारंटी के लिए अरब शांति पहल और संबद्ध संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के आधार पर, मध्य पूर्व में एक न्यायसंगत, व्यापक और स्थायी शांति प्राप्त करने की उम्मीद जताई।
40. काउंटर-टेररिज़म प्रयासों में और अधिक सहयोग बढ़ाने तथा रियल-टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग से पारस्परिक रूप से लाभ उठाने के लिए, दोनों पक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के स्तर पर एक 'कंप्रेहिंसिव सिक्योरिटी डाइलॉग' स्थापित करने और काउंटर-टेररिज़म पर एक ज्वांइट वर्किंग ग्रूप गठित करने पर सहमत हुए।
41. प्रधानमंत्री और हिज़ रॉयल हाइनेस ने सुरक्षा के अनेक मुद्दों, विशेष रूप से समुद्री सुरक्षा, लॉ इन्फोर्समेंट, एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग ट्रैफिकिंग, मानव तस्करी, अवैध प्रवासन, और अन्य ट्रांसनेशनल ऑर्गेनाइज्ड अपराधों पर मौजूदा घनिष्ठ सहयोग को जारी रखने की बात दोहराई।
42. विध्वंसकारी और चरमपंथी विचारधाराओं को बढ़ावा देने हेतु एक मीडियम के रूप में साइबर स्पेस के दुरुपयोग पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए, दोनों पक्षों ने साइबर स्पेस और कम्बेटिंग साइबर क्राइम में तकनीकी सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने का स्वागत किया। दोनों पक्षों ने सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए आतंक, कट्टरपंथ और लोगों को भड़काने हेतु साइबरस्पेस के उपयोग को रोकने सहित सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति जताई।
43. भारतीय पक्ष ने एक बड़े भारतीय समुदाय की मेजबानी करने और उनके निरंतर उत्थान तथा कल्याण सुनिश्चित करने के लिए सऊदी लीडरशिप का धन्यवाद किया।
44. प्रधानमंत्री ने 32वें सऊदी नेशनल फेस्टिवल ऑफ़ हेरिटेज एंड कल्चर - जनाद्रियाह 2018 में भारत को 'गेस्ट ऑफ़ ऑनर' के रूप में नामित करने के लिए सऊदी लीडरशिप को धन्यवाद दिया। दोनों पक्षों ने आपसी लोगों से संपर्क बढ़ाने और सांस्कृतिक सप्ताह - 'इंडिया वीक इन सऊदी अरेबिया’ और 'सऊदी अरेबिया वीक इन इंडिया' का नियमित अंतरालों पर आयोजन कर सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया।
45. प्रधानमंत्री ने भारत से हज यात्रियों के कोटा को 200,000 तक बढ़ाने के लिए दो पवित्र मस्जिदों के कस्टोडियन और रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस का धन्यवाद किया।
46. प्रधानमंत्री ने सऊदी जेलों से 850 भारतीय कैदियों की रिहाई का आदेश देने के लिए दो पवित्र मस्जिदों के कस्टोडियन और हिज़ रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस का धन्यवाद किया।
47. दोनों पक्षों ने आपसी लोगों की बातचीत को व्यापक बनाने और कांसुलर एंड इमिग्रेशन संबंधी मुद्दों के संबंध में चुनौतियों का समाधान कर दो तरफा पर्यटन को बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की।
48. भारत सरकार ने सऊदी अरब एयरलाइंस की सीटों को 80,000 सीट/महीने से बढ़ाकर 112,000 सीटें/महीना करने पर सहमति व्यक्त की और इस संख्या को और बढ़ाने के लिए अध्ययन जारी है।
49. एक रोबस्ट माइग्रेशन इन्वॉयरमेंट सृजित करने हेतु दोनों देशों के माइग्रेशन प्लेटफार्मों अर्थात e-Migrate and e-Tawtheeq के एकीकरण के लिए दोनों पक्षों ने उम्मीद जताई।
50. दोनों पक्ष, सामान्य रूप से भारतीय समुदाय के लिए और विशेष रूप से हज/उमराह तीर्थयात्रियों के लाभार्थ RuPAY सहित भुगतान प्रणालियों के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों का पता लगाने पर सहमत हुए। प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब में फंसे ऐसे भारतीय मजदूरों, जिनका कोई दोष नहीं था, के लिए "Iqamah" के मुद्दे को सुलझाने तथा इस मानवीय मुद्दे को हल करने के लिए हिज़ रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस का धन्यवाद किया।
51. दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र, जी-20, डब्ल्यूटीओ, आदि सहित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में तथा बहुपक्षीय मंचों में बढ़ते सहयोग के जरिए संवर्धित बहुपक्षवाद को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता की। इस संदर्भ में, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, विश्व व्यापार संगठन, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली, आदि जैसे ग्लोबल गवर्नेंस आर्किटेक्चर में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।
52. दोनों पक्षों ने वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए, एक महत्वपूर्ण आधार के रूप में, यूएन रिफलेक्टिव ऑफ कंटम्परेरी रियेलिटीज़ पर केंद्रित एक प्रभावकारी सुदृढ़ बहुपक्षीय प्रणाली के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र सुधारों को आगे बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।
53. दोनों पक्षों ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों और संस्थाओं सहित भगोड़े आर्थिक अपराधियों से निपटने के लिए एक साथ कार्य करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया।
54. हिज़ रॉयल हाइनेस क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़, उप-प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने उन्हें तथा उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल को सहृदय दिए गए आतिथ्य के लिए भारत सरकार और भारत के लोगों का आभार व्यक्त किया।