सार्क देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों के साथ अपनी बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने एक COVID-19 इमरजेंसी फंड बनाने का प्रस्ताव रखा। यह फंड सभी सार्क देशों के स्वैच्छिक योगदान पर आधारित हो सकता है। शुरुआत करने के लिए भारत ने इस कोष के लिए 10 मिलियन डॉलर की राशि का प्रारंभिक प्रस्ताव दिया है।
सभी सार्क देश इस फंड का इस्तेमाल कर सकेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि हम टेस्ट किट और अन्य उपकरणों के साथ भारत में डॉक्टरों और विशेषज्ञों की एक रैपिड रिस्पांस टीम तैयार कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीमों के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग कैप्सूल भी बना सकते हैं। जो कि हमारे सभी आपातकालीन कर्मचारियों की क्षमता बढ़ाने के लिए भारत द्वारा उपयोग किए जाने वाले मॉडल पर आधारित होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस गठित करनी होगी। इससे कोरोना संक्रमित लोगों की पहचान हो सकेगी। हम इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस सॉफ्टवेयर अपने सार्क सहयोगी देशों को दे सकेंगे। इसके लिए जरूरी ट्रेनिंग भी दी जाएगी।