प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की लिस्बन यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने भारत- पुर्तगाल अंतरिक्ष एलायंस बनाने और मिलकर अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता पुर्तगाल के साथ भारत की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी साझेदारी को अजोरस द्वीपसमूह - अटलांटिक इंटरनेशनल रिसर्च सेंटर - पर एक अद्वितीय केंद्र की स्थापना के लिए बढ़ावा देगा।
यह केंद्र ट्रांस अटलांटिक एव उत्तर-दक्षिण सहयोग के लिए एक अनुसंधान, नवाचार (इनोवेशन) और नॉलेज (ज्ञान) हब के तौर पर काम करेगा। अनुसंधान एवं शैक्षिक संगठनों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क बनाया जाएगा। इसका लक्ष्य अनुसंधान के लिए एक साझा वातावरण तैयार करना और नई जलवायु, पृथ्वी, अंतरिक्ष एवं समुद्री शोध को बढ़ावा देना है। इसमें अंतरिक्ष के संबंध में सहयोग की उम्मीद है, जिसमें अगली पीढ़ी के नैनो एवं माइक्रो उपग्रहों का विकास और आपसी सहयोग शामिल है। समुद्री विज्ञान पर यह परियोजना भारत को अटलांटिक के समुद्री व्यवहार और वायुमंडल तथा इसके मानसून समेत मौसम के पैटर्न से संबंध पर शोध करने सक्षम बनाएगी।