मध्य गुजरात के वनवासियों में छाया उल्लास
नवगठित छोटा उदेपुर जिले में अभिवादन समारोह आयोजित
केन्द्र के कुशासन के राजरोग ने की देश की दुर्दशाः श्री मोदी
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को मध्य गुजरात में आदिवासी क्षेत्र के नवगठित छोटा उदेपुर जिले में वनवासी जन सैलाब के अभिवादन समारोह में कहा कि नये जिले विकास की शक्ति की नई पहचान खड़ी करेंगे। केन्द्र पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली की केन्द्र सरकार कुशासन के राजरोग से पीड़ित है जिसने देश की दुर्दशा कर दी है, जबकि गुजरात ने सुशासन की पहचान स्थापित की है।गुजरात में ६७वें स्वाधीनता पर्व से कार्यरत हुए सात नवगठित जिलों में जनता-जनार्दन का अभिवादन समारोह आयोजित हो रहा है। आज श्री नरेन्द्र मोदी ने छोटा उदेपुर में विशाल जनसैलाब का अभिवादन किया। दोपहर लुणावाड़ा में नवगठित महिसागर जिले के अभिवादन समारोह में भी मुख्यमंत्री मौजूद थे।
नवगठित छोटा उदेपुर जिले में छोटा उदेपुर, क्वांट, संखेड़ा, जेतपुर-पावी और नसवाड़ी तहसीलों सहित ८०३ गांवों का समावेश किया गया है, जिसकी कुल आबादी १०.७० लाख के करीब है।सौ से अधिक संस्थाओं और समाज के सभी वर्गों के प्रतिनिधिमंडलों की ओर से मुख्यमंत्री का अभिवादन किया गया।
गुजरात की स्थापना के बाद एक साथ सात नये जिलों के गठन की इस पहली घटना का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात के तीन नये जिले आदिवासी क्षेत्र के विकास और सौराष्ट्र के तीन नये जिले सागरखेड़ु समाज के विकास को गति देने के लिए बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि भूतकाल में शासक लुभावने वादे करते थे और वोट बैंक के लिए विकास के टुकड़े फेंकते थे। हमने इस परंपरा को तोड़ा है और सच्चे अर्थों में सभी वर्गों के सर्व समावेशक विकास के लिए प्रशासन का विकेन्द्रीकरण किया है। दीन-दुःखियों की सेवा करना, उनका हाथ थामकर सशक्तिकरण करना ही हमारी सरकार का सेवा मंत्र है।वड़ोदरा की दुर्भाग्यपूर्ण आवास दुर्घटना की इस घड़ी में राजनैतिक रोटी सेकने वालों के खिलाफ आक्रोश जताते हुए श्री मोदी ने कहा कि देश जानता है कि उत्तराखंड की भयानक त्रासदी में पीड़ितों के साथ खड़े होने के बजाय आपने क्या किया। आवास दुर्घटना की जांच निष्पक्ष रूप से करने के लिए हमनें जांच आयोग का गठन किया है, जो दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए सर्वग्राही जांच करेगा। जांच में यदि कोई दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
आदिवासी सहित गरीब वर्गों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए वनबंधु कल्याण पैकेज के दूसरे दौर की पांच वर्ष की ४०,००० करोड़ रुपये की योजना की रूपरेखा पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अंबाजी से उमरगाम तक के समग्र आदिवासी पूर्वी पट्टी में सिंचाई की सुविधा के लिए ४३५० करोड़ रुपये की योजना शुरू की गई है। आदिवासी क्षेत्र में वाडी प्रोजेक्ट की सफलता को ध्यान में रखते हुए उसका फलक विकसित कर आदिवासी किसानों की खेती और जीवनस्तर में सुधार करने का संकल्प सरकार ने किया है।आगामी ९-१० सितंबर को गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल हाइटेक एग्रो समिट के आयोजन की भूमिका प्रस्तुत करते हुए श्री मोदी ने छोटे भूभाग और पानी की कमी के बावजूद एग्रो तकनीक के जरिए आधुनिक उत्पादन और उत्पादकता के साथ कृषि विकास में गरीब किसानों को जोड़ने की मंशा पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि समाज हो या भू-भाग का कोई प्रदेश जिसका एक भी अंग यदि कमजोर हो तो विकास को स्वस्थ नहीं कहा जा सकता। इस सरकार ने दलित, पीड़ित, वंचित, वनवासी या दरिद्रनारायण के सर्व समावेशक विकास का मंत्र साकार किया है।
वनबंधु कल्याण योजना के पांच वर्ष में ४३ आदिवासी तहसीलों की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के आदिवासी क्षेत्र में बारह वर्ष परले महज चार फीसदी घरों में नल कनेक्शन था, जबकि आज ८० फीसदी घरों तक नलों के जरिए पानी पहुंच रहा है। गरीब आदिवासी गर्भवती माताओं की संस्थाकीय प्रसुति सेवा की दर ९० फीसदी से भी ऊपर पहुंच गई है। १०८ आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा ने हजारों गरीब गर्भवती एवं शिशुओं की जिन्दगी को सुरक्षित किया है।मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि स्वराज के बाद सुराज के मार्ग पर न जाने से इस देश की दुर्दशा हो गई है और इसके लिए दिल्ली की केन्द्र की गद्दी पर बैठे वर्तमान शासक जिम्मेदार हैं। सुशासन गुजरात की पहचान बन गया है लेकिन केन्द्र सरकार के कुशासन के राजरोग ने देश को संकटों में धकेल दिया है।
श्री मोदी ने माताओं, बहन-बेटियों की असुरक्षा के लिए राक्षसी विकृतियों एवं मानसिकता को जवाबदार ठहराते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में नारी शक्ति और मातृ शक्ति का सम्मान ही समाज की स्वस्थता की निशानी है। लेकिन आज इस देश में बहन-बेटियों की आबरू सलामत नहीं है, बावजूद इसके दिल्ली की केन्द्र सरकार शर्मिंदा नहीं है।
आदिजाति विकास मंत्री गणपतसिंह वसावा ने पिछले एक दशक में मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी आयोजन एवं सर्वसमावेशक-सर्वपोषक विकास की प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप वनबंधुओं-आदिवासियों के सर्वांगीण विकास की नई क्षितिजें खुलने पर खुशी जतायी। वड़ोदरा जिला प्रभारी और वित्त मंत्री नितिनभाई पटेल भी इस अवसर पर मौजूद थे।स्वास्थ्य राज्य मंत्री परबतभाई पटेल ने छोटा उदेपुर जैसे वनवासी क्षेत्र को मिली नये जिले की सौगात से विकास के द्वार खुलने का आनंद व्यक्त किया।
सांसद रामसिंह राठवा, विधायक जयंतिभाई राठवा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। नवगठित जिले के कलक्टर जेनु देव ने स्वागत भाषण दिया।मुख्यमंत्री ने नवगठित छोटा उदेपुर जिले की वेबसाइट लॉन्च की साथ ही जिले के खिलाड़ियों एवं होनहार विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
वड़ोदरा जिले के कलक्टर विनोद राव ने मुख्यमंत्री को मिली भेंट की जिले में हुई नीलामी से प्राप्त २.३ करोड़ रुपये का चेक मुख्यमंत्री कन्या केळवणी निधि के लिए अर्पित किया।
समारोह में बड़ी संख्या में वनबंधु और नागरिक उपस्थित थे।