"Shri Narendra Modi interacts with Youngsters at Young Indian Leaders Conclave"
"Youngsters from various parts of the country share their thoughts and ideas with Shri Modi"
"When I took over as CM, Gujarat was placed 20th in girl child education. We started a movement for girl child education. In June we go to the villages and tell parents to send their children to school. Today we have achieved 100% enrollment in primary schools: Shri Modi"
"When I say 100% enrollment in schools then the secularism debate is automatically settled. There is no scope for such a debate because every section of society is included: Shri Modi"
"In a democracy, no one has the right to thrust things on people. Governments have to move ahead taking the people together: Shri Modi"
"The more the Government in integrated with the people, the better things happen: CM"
"We should leave this habit of competing with Pakistan…we should stop this. Let us compete with China, Japan: Shri Modi"

महात्मा मन्दिर गांधीनगर में यंग इंडियन लीडर्स कॉन्कलेव

200 युवा भारतीय नेताओं का संवाद सम्मेलन सम्पन्न

राजनीति में अच्छे लोग आएं इसके लिए अनिवार्य मतदान और राइट टू रिजेक्ट के चुनाव सुधार जरूरी : श्री मोदी

सोशियल मीडिया- फेसबुक, ट्वीटर के नेटीजन की स्वयंसेवी संस्था CAG का नवीनतम प्रयोग

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, ब्रिज कोठारी, दीपक पारेख, डॉ. सईद जफर महमूद, वल्लभ भणशाली और सिद्धार्थ पुंशी का सामूहिक चिंतन

भारत के युवाओं के लिए उत्तम अवसर सरकार और उद्योग- वाणिज्य जगत किस प्रकार दे, इस पर सामूहिक चिंतन किया

     

मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर में यंग इंडियन लीडर्स कॉन्कलेव में भाग लेने भारतभर में से विभिन्न क्षेत्रों के युवा बौद्धिक समुदायों के विभिन्न मंतव्यों के प्रतिभाव में कहा कि लोकतंत्र में अच्छे निष्ठावान लोग राजनीति में आएं, इसके लिए अनिवार्य मतदान और राइट टू रिजेक्ट का चुनाव सुधार लाना जरूरी है। यह होगा तो राजनैतिक दलों को बेहतर उम्मीदवारों की आवश्यकता पड़ेगी और राजनीति का शुद्धिकरण होगा। गुजरात ने यह कानून बनाया है।

6 करोड़ गुजरातियों की परिभाषा और एकता की भाषा है और विकास में सर्वसमावेशक जाति- धर्म के भेदभाव वाला मॉडल है।

भारतीय युवा बौद्धिकों की स्वयंसेवी संस्था- काउंसिल ऑफ एकाउंटेबल गवर्नेंस CAG के तत्वावधान में महात्मा मंदिर में आयोजित इस संवाद सम्मेलन का विषय- सरकार और उद्योग- व्यापार जगत भारत के युवाओं को ज्यादा बेहतर अवसर कैसे उपलब्ध करवाने के लिए वातावरण बदल सकता है, था।

भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने 2020 में भारत आर्थिक रूप से विकसित देश किस प्रकार बन सकता है इसका चिंतन प्रस्तुत कर संवाद सत्र का शुभारम्भ करवाया।

मुख्यमंत्री दिनभर चले पांचों चर्चा सत्रों में श्रोता के रूप में उपस्थित रहे और डॉ. अब्दुल कलाम के साथ ही दीपक पारेख (एचडीएफसी) ब्रीज कोठारी (आईआईएम-ए), सिद्धार्थ पुंशी (जेपी मॉर्गेज), वल्लभ भणशाली (ग्लोबल पेगोडा) और डॉ. सईद जफर मेहमूद (जकात काउन्डेशन) जैसे प्रतिष्ठित महानुभावों के प्रेरक मंतव्य सुने।

संवाद- परिषद का समापन करते हुए सोश्यल मीडिया के माध्यम से शक्तिशाली भारत और युवाओं के सशक्तिकरण के लिए फेसबुक- ट्वीटर के युवा नेटीजन की यह स्वयंसेवी संस्था CAG साकार हुई इसका लोकतंत्र के नये आयाम के रूप में श्री मोदी ने स्वागत किया।

उन्होंने देश में शिक्षा की दुर्दशा और खास तौर पर कन्या शिक्षा और समाज में उपेक्षा की पीड़ा का निवारण करने के लिए गुजरात ने दस वर्ष में जनाभियान चलाकर 100 प्रतिशत शाला प्रवेश की उपलब्धि हासिल की है। श्री मोदी ने कहा कि इसी कारण किसी भी समाज की संतान शालाप्रवेश से वंचित नहीं रही और साम्प्रदायिक भेदभाव की बात सिरेसे खारिज हो गई।

समग्र देश में एकमात्र गुजरात ने सरकारी प्राथमिक शाला का ग्रेडेशन गुणोत्सव द्वारा करके शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए अपनाए गए आयामों की भूमिका पेश करते हुए श्री मोदी ने कहा कि सरकारी कार्यक्रमों और योजनाओं का लाभ गरीबतम लाभार्थी को किस तरह सरलता से मिल सके, इस चिंतन द्वारा गरीब कल्याण मेलों का अभियान गरीबों को सशक्त बनाने वाला साबित हुआ। पारदर्शी स्तर पर सच्चे लाभार्थी को खोजकर सरकार के लाभ दिए जा सकें इसके लिए गांव स्तर पर लाभार्थी की सूची लगाई जाती है। इसके साथ ही सरकार नयी नीति तैयार कर उसका मसौदा जनता के समक्ष ऑनलाइन रखकर नीति निर्धारण में जनभागीदारी का सफल प्रयोग कर चुकी है।

जनता का भरोसा हासिल हो जाए तो विकास के लिए विवाद या संघर्ष का सवाल ही नहीं पैदा होता। इसका उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि शासन जितना जनता के साथ सक्रियता से जुड़ा हुआ हो तो बेहतर परिणाम लाए जा सकते हैं। इस सरकार ने चिंतन शिविरों और और वाइब्रेंट लेक्चर सीरीज द्वारा नये चिंतन विषयों की कार्य संस्कृति विकसित की है।

देश और समाज के लिए जिन्हें योगदान देना है ऐसे तेजस्वी होनहार युवाओं के लिए गुजरात में सीएम फेलॉशिप कार्यक्रम शुरु किया गया है। इसका सफल मूल्यांकन हुआ है और इसे व्यापक सतर पर विकसित करने का संकल्प श्री मोदी ने जताया।

गुजरात के प्रशासन में प्रशासनिक अधिकारियों को जनहित के स्वांत: सुखाय प्रोजेक्ट प्रारम्भ करने के लिए प्रेरित करने के अवसर और सुशासन के सैंकड़ों नये आयामों की उपलब्धियों की मुख्यमंत्री ने चर्चा की। उन्होंने कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए किसान हित की नीतियों, कश्मीर और भारत के युवाओं के लिए अवसर, सामाजिक सेवाओं का गुणात्मक परिवर्तन आदि विषयों पर श्री मोदी ने अपने विचार रखे।

श्री मोदी ने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार मीट मटन के निर्यात के लिए प्रोत्साहन दे रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि कृषिप्रधान अर्थव्यवस्था में पशुओं का कत्लेआम बहुत भारी संकट बनेगा।

भारत को युवा सशक्तिकरण और विकास की सोच बदलकर स्कील डवलपमेंट का दायरा फैलाना होगा। विदेश नीति निर्धारण के लिए भी भारत के हितों और सार्वभौमत्व को केन्द्र में रखने की जरूरत पर श्री मोदी ने बल दिया।

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November 22, 2024

गुटेन आबेन्ड

स्टटगार्ड की न्यूज 9 ग्लोबल समिट में आए सभी साथियों को मेरा नमस्कार!

मिनिस्टर विन्फ़्रीड, कैबिनेट में मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया और इस समिट में शामिल हो रहे देवियों और सज्जनों!

Indo-German Partnership में आज एक नया अध्याय जुड़ रहा है। भारत के टीवी-9 ने फ़ाउ एफ बे Stuttgart, और BADEN-WÜRTTEMBERG के साथ जर्मनी में ये समिट आयोजित की है। मुझे खुशी है कि भारत का एक मीडिया समूह आज के इनफार्मेशन युग में जर्मनी और जर्मन लोगों के साथ कनेक्ट करने का प्रयास कर रहा है। इससे भारत के लोगों को भी जर्मनी और जर्मनी के लोगों को समझने का एक प्लेटफार्म मिलेगा। मुझे इस बात की भी खुशी है की न्यूज़-9 इंग्लिश न्यूज़ चैनल भी लॉन्च किया जा रहा है।

साथियों,

इस समिट की थीम India-Germany: A Roadmap for Sustainable Growth है। और ये थीम भी दोनों ही देशों की Responsible Partnership की प्रतीक है। बीते दो दिनों में आप सभी ने Economic Issues के साथ-साथ Sports और Entertainment से जुड़े मुद्दों पर भी बहुत सकारात्मक बातचीत की है।

साथियों,

यूरोप…Geo Political Relations और Trade and Investment…दोनों के लिहाज से भारत के लिए एक Important Strategic Region है। और Germany हमारे Most Important Partners में से एक है। 2024 में Indo-German Strategic Partnership के 25 साल पूरे हुए हैं। और ये वर्ष, इस पार्टनरशिप के लिए ऐतिहासिक है, विशेष रहा है। पिछले महीने ही चांसलर शोल्ज़ अपनी तीसरी भारत यात्रा पर थे। 12 वर्षों बाद दिल्ली में Asia-Pacific Conference of the German Businesses का आयोजन हुआ। इसमें जर्मनी ने फोकस ऑन इंडिया डॉक्यूमेंट रिलीज़ किया। यही नहीं, स्किल्ड लेबर स्ट्रेटेजी फॉर इंडिया उसे भी रिलीज़ किया गया। जर्मनी द्वारा निकाली गई ये पहली कंट्री स्पेसिफिक स्ट्रेटेजी है।

साथियों,

भारत-जर्मनी Strategic Partnership को भले ही 25 वर्ष हुए हों, लेकिन हमारा आत्मीय रिश्ता शताब्दियों पुराना है। यूरोप की पहली Sanskrit Grammer ये Books को बनाने वाले शख्स एक जर्मन थे। दो German Merchants के कारण जर्मनी यूरोप का पहला ऐसा देश बना, जहां तमिल और तेलुगू में किताबें छपीं। आज जर्मनी में करीब 3 लाख भारतीय लोग रहते हैं। भारत के 50 हजार छात्र German Universities में पढ़ते हैं, और ये यहां पढ़ने वाले Foreign Students का सबसे बड़ा समूह भी है। भारत-जर्मनी रिश्तों का एक और पहलू भारत में नजर आता है। आज भारत में 1800 से ज्यादा जर्मन कंपनियां काम कर रही हैं। इन कंपनियों ने पिछले 3-4 साल में 15 बिलियन डॉलर का निवेश भी किया है। दोनों देशों के बीच आज करीब 34 बिलियन डॉलर्स का Bilateral Trade होता है। मुझे विश्वास है, आने वाले सालों में ये ट्रेड औऱ भी ज्यादा बढ़ेगा। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि बीते कुछ सालों में भारत और जर्मनी की आपसी Partnership लगातार सशक्त हुई है।

साथियों,

आज भारत दुनिया की fastest-growing large economy है। दुनिया का हर देश, विकास के लिए भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है। जर्मनी का Focus on India डॉक्यूमेंट भी इसका बहुत बड़ा उदाहरण है। इस डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि कैसे आज पूरी दुनिया भारत की Strategic Importance को Acknowledge कर रही है। दुनिया की सोच में आए इस परिवर्तन के पीछे भारत में पिछले 10 साल से चल रहे Reform, Perform, Transform के मंत्र की बड़ी भूमिका रही है। भारत ने हर क्षेत्र, हर सेक्टर में नई पॉलिसीज बनाईं। 21वीं सदी में तेज ग्रोथ के लिए खुद को तैयार किया। हमने रेड टेप खत्म करके Ease of Doing Business में सुधार किया। भारत ने तीस हजार से ज्यादा कॉम्प्लायेंस खत्म किए, भारत ने बैंकों को मजबूत किया, ताकि विकास के लिए Timely और Affordable Capital मिल जाए। हमने जीएसटी की Efficient व्यवस्था लाकर Complicated Tax System को बदला, सरल किया। हमने देश में Progressive और Stable Policy Making Environment बनाया, ताकि हमारे बिजनेस आगे बढ़ सकें। आज भारत में एक ऐसी मजबूत नींव तैयार हुई है, जिस पर विकसित भारत की भव्य इमारत का निर्माण होगा। और जर्मनी इसमें भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर रहेगा।

साथियों,

जर्मनी की विकास यात्रा में मैन्यूफैक्चरिंग औऱ इंजीनियरिंग का बहुत महत्व रहा है। भारत भी आज दुनिया का बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। Make in India से जुड़ने वाले Manufacturers को भारत आज production-linked incentives देता है। और मुझे आपको ये बताते हुए खुशी है कि हमारे Manufacturing Landscape में एक बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। आज मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। दूसरा सबसे बड़ा स्टील एंड सीमेंट मैन्युफैक्चरर है, और चौथा सबसे बड़ा फोर व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री भी बहुत जल्द दुनिया में अपना परचम लहराने वाली है। ये इसलिए हुआ, क्योंकि बीते कुछ सालों में हमारी सरकार ने Infrastructure Improvement, Logistics Cost Reduction, Ease of Doing Business और Stable Governance के लिए लगातार पॉलिसीज बनाई हैं, नए निर्णय लिए हैं। किसी भी देश के तेज विकास के लिए जरूरी है कि हम Physical, Social और Digital Infrastructure पर Investment बढ़ाएं। भारत में इन तीनों Fronts पर Infrastructure Creation का काम बहुत तेजी से हो रहा है। Digital Technology पर हमारे Investment और Innovation का प्रभाव आज दुनिया देख रही है। भारत दुनिया के सबसे अनोखे Digital Public Infrastructure वाला देश है।

साथियों,

आज भारत में बहुत सारी German Companies हैं। मैं इन कंपनियों को निवेश और बढ़ाने के लिए आमंत्रित करता हूं। बहुत सारी जर्मन कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने अब तक भारत में अपना बेस नहीं बनाया है। मैं उन्हें भी भारत आने का आमंत्रण देता हूं। और जैसा कि मैंने दिल्ली की Asia Pacific Conference of German companies में भी कहा था, भारत की प्रगति के साथ जुड़ने का- यही समय है, सही समय है। India का Dynamism..Germany के Precision से मिले...Germany की Engineering, India की Innovation से जुड़े, ये हम सभी का प्रयास होना चाहिए। दुनिया की एक Ancient Civilization के रूप में हमने हमेशा से विश्व भर से आए लोगों का स्वागत किया है, उन्हें अपने देश का हिस्सा बनाया है। मैं आपको दुनिया के समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहयोगी बनने के लिए आमंत्रित करता हूँ।

Thank you.

दान्के !