गुजरात भाजपा का रचनात्मक विज्ञापन नेतृत्वविहीन कांग्रेस का हूबहू विवरण दर्शाता है
आपने कभी इंजन बिना की ट्रेन के बारे में सुना है? कोई सबल नेतृत्व के बिना की पार्टी गुजरात को आगे ले जाएगी, ऐसी कल्पना किस प्रकार की जा सकती है? यही सवाल गुजरात भाजपा के विज्ञापन में किया गया है।
गुजरात भाजपा ने कई रचनात्मक विज्ञापन तैयार किए हैं, जो सीधे और स्पष्ट रूप से लोगों को कई ठोस संदेश देते हैं। इसमें से एक विज्ञापन कांग्रेस में नेतृत्व के अभाव के बारे में तीखा कटाक्ष करता है।
विज्ञापन में एक ऐसी ट्रेन दर्शायी गई है जो हमेशा बंद पड़ी हो, ऐसी नजर आती है। इसके अंदर के मुसाफिर परेशान हो गए हैं, उनका मिजाज बिगड़ने लगा है। एक बालक रो रहा है और उसकी माता उसको चुप करवाने का विफल प्रयास कर रही है। ट्रेन के अंदर और बाहर की दीवारों पर भ्रष्टाचार, महंगाई, घोटाले जैसी बातें नजर आती हैं।
अचानक सभी का ध्यान अन्य एक ट्रेन की आवाज पर जाता है जो पूरी तेज गति से चली आ रही है। बड़ों से लेकर रोते बालक तक सभी का ध्यान उस ट्रेन की तरफ जाता है और सभी उस ट्रेन की ओर देखते रह जाते हैं।वह ट्रेन गुजर जाने के बाद स्थित फिर से पहले जैसी हो जाती है। वही निराशा फिर पसर जाती है। ट्रेन देखकर जो बालक चकित हो गया था वह फिर से रोने लग जाता है। तब उस बालक का बड़ा भाई पूछता है “मम्मी हमारी ट्रेन कब चलेगी?”, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है।
फिर दिखाया जाता है कि उस ट्रेन में इंजन ही नहीं है। बिना इंजन की ट्रेन किस तरह चल सकती है?
दो विरोधी दिशा, दो विरोधी अभिगम
विज्ञापन क्या दिखाना चाहता है यह बिल्कुल स्पष्ट है। एक ओर हमारे देश की ट्रेन है जिसको नेता, नीति और नीयत बिना की पार्टी चला रही है। और यह ट्रेन अभी प्लेटफार्म से ही आगे नहीं बढ़ी। हमें सुनाई देती है तो बस घोटाले, भ्रष्टाचार और महंगाई की बातें। इस ट्रेन के मुसाफिरों की स्थिति बहुत खराब है, वह दुखी हैं।जबकि दूसरी ओर, गुजरात की विकासरूपी ट्रेन पूरी तेज गति से आगे और आगे बढ़ रही है। श्री नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र द्वारा समाज के प्रत्येक वर्ग के लोग इस ट्रेन में साथ आगे बढ़ रहे हैं।
इस तरह गुजरात के लोगों के लिए चयन बिल्कुल आसान है। क्या हमें एक दिशाहीन और नेतृत्वहीन पार्टी चाहिए जिसके पास कोई विजन ही नहीं है और जो गुजरात को दो दशक पीछे धकेल देगी? या हमें एक दूरदर्शी डायनेमिक और वाइब्रेंट नेता चाहिए?
क्या हमें केन्द्र सरकार के घोटालों और महंगाई की दिशा पकड़नी है या फिर गुजरात की दिशा पकड़नी है, जिसमें किसी का तुष्टिकरण किए बिना सबके विकास की फिक्र की जाती है।
जवाब आसान है। एकमत गुजरात, बने भाजपा सरकार!