भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी गुजरात शाखा द्वारा नवनिर्मित
वात्सल्य वरिष्ठ नागरिक गृह का राज्यपाल ने किया शुभारंभ
निस्वार्थ भाव से की गई सेवा मानवता को उजागर करती है : राज्यपाल
वरिष्ठ नागरिकों के लिए वात्सल्यधाम जैसी व्यवस्था को पारिवारिक व्यवस्था के रूप में विकसित करें: मुख्यमंत्री
गुजरातियों को बदनाम करने की लाख कोशिशों के बावजूद गुजरात रक्तदान-नेत्रदान में प्रथम है
अहमदाबाद:बुधवार । गुजरात की राज्यपाल डॉ. श्रीमती कमलाजी ने कहा है कि हमारी संस्कृति में सेवा का स्थान सर्वोपरी रहा है। निस्वार्थ भावना से की गई सेवा मानवता को अवश्य उजागर करती है, गुजरात ने मानवसेवा के क्षेत्र में अनोखी परम्परा का जतन किया है। राज्यपाल ने आज अहमदाबाद में भारतीय रेड्क्रॉस सोसायटी- गुजरात शाखा द्वारा निर्मित वात्सल्य वरिष्ठ नागरिक गृह का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ राज्यपाल ने इस वात्सल्य संकुल की प्रवृत्तियों का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए वात्सल्य धाम जैसी समाज व्यवस्था को पारिवारिक व्यवस्था के रूप में विकसित करना बदलते समय की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि गुजरात में सेवा को समर्पित अनेक संस्थाएं हैं जो वर्षों से कार्यरत हैं और उनके सेवा कार्यों की उज्जवल परम्परा रही है। गरीब, जरुरतमन्द और असहाय वरिष्ठ नागरिकों की सेवा में यह संस्थाएं लगन से योगदान दे रही हैं जो हम सबके लिए गौरव की बात है। इस अनोखी परम्परा में गुजरात रेड्क्रॉस ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के सेवा करके हमें मानवधर्म निभाना चाहिए। तंती फाउंडेशन ने करीब सात करोड़ के दान से इस संकुल को बनाने में अपना योगदान दिया है।
90 वरिष्ठ नागरिकों की आवासीय सुविधा से लैस इस भवन में स्वास्थ्य देखभाल, मनोरंजन केन्द्र, पुस्तकालय, प्रार्थनाकक्ष,प्राकृतिक चिकित्सालय, एटीएम सेंटर और फिजियोथेरेपी सेंटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। राज्यपाल ने कहा कि गुजरात रेड्क्रॉस सोसायटी का यह कदम समाजसेवी संगठनों को प्रेरणा देगा। श्री मोदी ने इस अवसर पर तुलसीभाई तंती को इस योगदान के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गैरपरम्परागत उर्जा क्षेत्र में अनोखा योगदान देनेवाले तुलसीभाई ने समाज के स्वास्थ्य की सच्ची चिंता की है। बदलते युग में वृहद परिवार व्यवस्था को टिकाए रखना बड़ी चुनौती है।
इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि विश्व में अनेक संस्कृतियां, विरासतें विलीन हो गई हैं लेकिन भारत टिक गया क्योंकि इसके पीछे परिवार जीवनशैली है। गुजरात स्वभाव से ही सेवा को समर्पित है, इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात को बदनाम करने वालों की लाख कोशिशों के बावजूद गुजरात रक्तदान और नेत्रदान में अव्वल है। इतना ही नहीं देहदान में भी प्रथम है। हमारे स्वभाव में ही समाजसेवा शामिल है। सच्चे अर्थों में सेवाभावी संगठनों की अनेक प्रवृत्तियों समाजशक्ति की रूप में गुजरात में थी। रेडक्रॉस गुजरात में बेहतरीन सेवा कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने रेडक्रॉस संस्था द्वारा सिकलसेल निवारण की प्रवृत्ति में पदार्पण का स्वागत करते हुए कहा कि सिकलसेल जैसी वंशानुगत बीमारी के बारे में भूतकाल में किसी ने परवाह नहीं की थी मगर इस राज्य सरकार ने सिकलसेल एनिमिया की मरीजों की पीड़ा का निवारण करने के लिए पहल की है। इसी प्रकार थैलेसीमिया के रोगियों को पीड़ामुक्त करने के लिए समाज, सरकार और स्वैच्छिक संगठनों की सामूहिक जिम्मेदारी से ही प्रयास सफल होंगे। गुजरात सरकार हर तरह का सहयोग देने को तैयार है। कार्यक्रम में वात्सल्य गृह के दाता तुलसीभाई ने संयुक्त परिवार प्रथा की भाअवना विकसित करने का अनुरोध किया। संस्था के चेयरमेन गौतमभाई शाह ने स्वागत भाषण दिया।
इंडियन रेड्क्रॉस सोसायटी गुजरात ब्रंच की चेयरमेन मधुबेन नायक ने संस्था के कार्यों की जानकारी दी। इस मौके पर राज्यपाल ने ओएनजीसी और गेल इंडिया के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। श्री मोदी ने जीएनएफसी के प्रतिनिधि और अनिल खत्री का सम्मान किया। सेक्रेटरी जनरल एसपी अग्रवाल, इंटरनेशनल रेड्क्रॉस सोसायटी के श्री रोज आदि ने भी अपने विचार रखे। संस्था के भावेशभाई आचार्य ने आभार प्रदर्शन किया।