राज्य में २१ दिन तक चलनेवाले कृषि महोत्सव के उदघाटन प्रसंग पर मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा की आज कृषि क्षेत्र में गुजरात का विकास तेज़ गति से हुआ है, और अब किसानों के प्रगतिशील परिश्रम से दूसरी हरितक्रांति का नेतृत्व करने गुजरात सक्षम बना है |
उत्तर गुजरात की धरती से शुरू हुए इस महोत्सव के चलते गुजरात के समूचे २२५ तालुकाओ को संकलित करके किसानों तथा ग्राम्य नारी-शक्ति समेत युवा किसानों के लिए कृषि मेले, परिसंवाद, कृषिक्रांति में नवीनतम तकनीक के प्रयोग, जलसंचय तथा पशु संवंर्धन से मूल्यवर्धित कृषि के कार्यक्रम किये जाएँगे |
इस प्रसंग पर श्री मोदी ने कृषि विकास के लिये विविध महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा भी की जिस में सब से पहला देश में प्रथम राउन्ड ध क्लाक पशु सारवार केन्द्र डीसा में शुरू किया जाएगा | साबरकांठा में पशु संवर्धन तथा संशोधन हेतु कामधेनु युनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी | बनासकांठा में कुश्कल गांव में जनभागीदारी से पशु हॉस्टेल भी शुरू किया जाएगा |
ग्लोबल वॉर्मिंग के सामने लडत देने गोबर बैंक, गौबर गेंस, गौबर गेंस चूल्हे का प्रचार अभियान भी किया जाएगा | इस के अलावा गुजरात की चार कृषि युनिवर्सिटीओ में ज़मीन स्वास्थ्य प्रबंधन तथा जल संपत्ति व्यवस्थापन के अभ्यासक्रम भी शुरू होंगे | एरंडा के उत्पादन तथा विकास के लिये स्पेशल इकोनोमी झोन – सेझ की रचना की जाएगी |
कृषि क्षेत्र में गुजरात ने जो सिध्धि हासिल की है उस में इस नई योजनाओं और कृषि महोत्सवों से क्रांति करके सन् २०१० के स्वर्ण जयंती वर्ष में गुजरात नए मानक सिद्ध करे इस संकल्प के साथ कृषि महोत्सव को सफल बनाने का मुख्यमंत्री श्री ने आह्वान किया है |