उन्होंने कहा कि गुजरात में आज प्रशासनिक व्यवस्थापन के क्षेत्र में निर्णायक बनने की गुंजाइश की अनुभूति करने का अनोखा अवसर है। श्री मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि तहसील टीम अपने सामर्थ्य की प्रतीति जनसामान्य को कराएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तहसील प्रशासन में सेवारत तकरीबन ढाई हजार अधिकारी क्षेत्रीय अनुभवों के साथ तहसील सरकार की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपनी सामूहिक चिन्तनशक्ति का प्रयोग कर रहे हैं। देश के इतिहास में अपने तरह की यह पहली घटना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात आज विकास के अनेक नये आयामों के साथ गतिशील राज्य के रूप में गौरव हासिल कर रहा है। लेकिन यहीं रूकने की बजाय तहसील को विकास की एक गतिशील इकाई के रूप में बल मिले उस दिशा में यह ऐसा विश्वसनीय प्रयास है जिसमें तहसील टीम के सामर्थ्य पर भरोसा किया गया है। श्री मोदी ने कहा कि तहसील प्रशासन में गरीब कल्याण मेलों ने सामर्थ्य की शक्ति प्रदर्शित की है। इससे प्रेरित होकर तहसील अधिकारी की इस ताकत को विकास में उजागर करना है।
श्री मोदी ने कहा कि देश के विकास में प्रशासन की कार्यक्षमता राज्यों के सफल अमलीकरण की प्रतीति कराती है। देश की प्रगति में राज्यों के प्रगतिशील नेतृत्व एवं गतिशील विकास का योगदान है। गुजरात ने यहां अग्रिम स्थान बनाया है। इसी तरह गुजरात में 26 जिला प्रशासन के 26 आधारस्तंभ अब जिला टीम के रूप में सशक्त बने हैं, और अब 225 तहसीलें सशक्त विकास की आधारस्तंभ बने इसके लिए “आपणो तालुको वाइब्रेंट तालुको” अभियान शुरू कर प्रत्येक तहसीलों के बीच विकास की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण उजागर करने का उन्होंने आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि यह कल्पना मुश्किल नहीं है कि 225 सक्षम आधारस्तंभ पर विकास की यात्रा गुजरात को किस ऊंचाई पर ले जाएगी।
उन्होंने कहा कि योजना के अमलीकरण तथा तहसील प्रशासन के सुनियोजित कार्यों के साथ-साथ प्रत्येक तहसील सर्वश्रेष्ठ तहसील बने इसके लिए सत्ताधिकार, पद, नेतृत्व और शक्ति का समन्वय करने का प्रत्येक तहसील अधिकारी सामर्थ्य बताए।
विकास को कल्पवृक्ष और कामधेनु की तरह बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी के जीवन स्तर में गुणात्मक बदलाव लाने की शक्ति का अंबार तहसील टीम में मौजूद है। तहसील की सामूहिकता की शक्ति में एकत्व का भाव जगाते हुए प्रत्येक तहसील को समस्या से मुक्त करने का संकल्प करने की प्रेरणा भी श्री मोदी ने दी।
सेमीनार में राजस्व मंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल, राज्य मंत्री परबतभाई पटेल, मुख्य सचिव ए.के. जोती एवं राजस्व विभाग के प्रधान सचिव पी. पनीरवेल सहित राज्य एवं जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने समूह चर्चा सत्रों में दिन के दौरान मार्गदर्शन दिया।