मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अधिकारियों को लगभग 18000 गांवों में ग्राम मित्र योजना आरंभ करने के लिए निर्देश दिए हैं. इस योजना का उद्देश्य गांवों में ग्राममित्र के रूप में युवा शक्ति की सेवाओं को सुनिश्चित करना है. इस विषय पर कार्य योजना तैयार करने के लिए पंचायतों और ग्राम विकास विभाग को सूचित किया गया था. उन्होंने ग्राम मित्र योजना के कामकाज पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ एक बैठक की. नरोत्तम भाई पटेल, जयनारायण व्यास, मंगु भाई पटेल, दिलीप भाई संघवी, रमन भाई वोरा और अन्य प्रशासनिक प्रमुखों ने इस बैठक में भाग लिया.
राज्य के प्रत्येक गाँव में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, विकास और जन कल्याण जैसे बुनियादी क्षेत्रों के 5 ग्राम मित्र विभाग होगें. शिक्षित युवा जो इस योजना के हिस्सा होंगे गांवों के इन पांच स्तंभों को मजबूत करेगें तथा सरकार और गांवों के बीच मध्यस्थों के रूप में सेवाएं प्रदान करेंगे. गुजरात के स्वर्ण जयंती वर्ष 2010 तक मानव विकास सूचकांक में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लक्ष्य को लेकर मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक ग्रामवासी से अपना यथा सम्भव योगदान देने अपील की है. सरकार द्वारा विकास लिए की गई पहल का ग्रामीण अर्थ व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन आया है.
ज्योतिग्राम योजना, ब्रॉडबेंड कनेक्टिविटी सहित ग्रामीण विकास की बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में गुजरात ने क्रांतिकारी सफलताएँ प्राप्त की है. पशुपालन योजना तथा सखी मंडल योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में नारी सशक्तिकरण का काम किया है. चीरंजीवी योजना, बाल भेग योजना, आँगनवाड़ी, कन्या केलवणी तथा अन्य कार्यक्रमों में गुजरात ने सफलता की नई ऊँचाइयाँ प्राप्त की है.
मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गाँवों के विकास को गति प्रदान करने के लिए सभी से ग्राम मित्र योजना को प्राथमिकता देने की अपील की है.