प्रशासन के विभिन्न क्षेत्रों में अमूल- चूल परिवर्तन लाने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा सचिवों को विचार प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किये जाने की निरंतरता में सचिवों के प्रथम समूह (8 समूहों में से) ने ऊर्जा संरक्षण और दक्षता के संदर्भ में प्रधानमंत्री के समक्ष विचार और सुझाव प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्री श्री राजनाथ सिंह, श्री अरूण जेटली, श्रीमती सुषमा स्वराज, नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री अरविंद पनगडि़या के अलावा भारत सरकार के सभी सचिव उपस्थित थे। प्रस्तुतीकरण के दौरान और उसके बाद प्रधानमंत्री सहित श्रोताओं में से कई सदस्यों ने प्रस्तुतीकरण के विषय के बारे में कई प्रश्न पूछे और अपने सुझाव दिए।
प्रधानमंत्री ने प्रस्तुतीकरण की सराहना की और कहा कि सचिवों ने अपना कार्य काफी हद तक उनकी परिकल्पना के अनुरूप ही पूरा किया है। उन्होंने हस्तक्षेपों और सुझावों की सराहना की तथा प्रस्तुतीकरण में शामिल सभी लोगों का अभिनंदन किया।