"Putting forth the need to make our kids job creators, instead of job seekers, Shri Modi spoke about the significance of skill development"
"Shri Modi emphasized on the 4 most important facets of Gujarat’s growth and development story – Security, Equality, Prosperity and Equity"
"The BJP wants the power, but they want it so as to empower the people: Shri Modi"
"“विकास सबका करना है, सबका साथ लेकर करना है, सब तक पहुँचे ऐसा विकास करना है, सबकी भलाई के लिए विकास करना है”"

भाजपा का सुशासन

सत्ता के माध्यम से जनता का सशक्तिकरण

सुरक्षा, समानता, समृद्धि और सभी को अवसर

गुजरात में सभी के विकास की भागीदारी के चार संकल्प साकार

उम्मत बिजनस कॉन्क्लेव का मुख्यमंत्री ने किया शुभारम्भ

सत्ता के माध्यम से जनता का सशक्तिकरण भाजपा की राजनीति रही है और गुजरात में हर धर्म और सम्प्रदाय के नागरिक का सशक्तिकरण करके सबका साथ सबका विकास का संकल्प साकार किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज यह बात उम्मत बिजनस कॉन्क्लेव का अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर शुभारम्भ के मौके पर कही। गुजरात में अल्पसंख्यक मुस्लिम बिजनस कम्युनिटी ने “बिजनस हार्मनी” की थीम पर इस कॉन्क्लेव में भाग लिया है।

Shri Narendra Modi’s address at the Ummat Business Conclave 2014, held in Ahmedabad

उम्मत बिजनस कॉन्क्लेव में उद्योग, व्यापार के विभिन्न स्टॉल्स का निरीक्षण करके मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के पहचान और शक्ति एंटरप्रिन्योर सोसायटी की रही है और इसे मजबूत बनाने से हम विश्व में स्पर्धात्मक अर्थव्यवस्था में अपना प्रभाव उत्पन्न कर सकेंगे, इतना ही नहीं हमारी भावी पीढ़ियों को भी निरंतर प्रगति की राह पर समृद्ध बना सकेंगे।

श्री मोदी ने कहा कि गुजरात में जिनको अपनी प्रगति के सपनों को साकार करना है उनको सुरक्षा, समानता, समृद्धि और अवसर के साथ विकास में भागीदार बनाने का माहौल निर्मित किया गया है। गुजरात का युवा जॉब सीकर नहीं जॉब क्रिएटर बने, ऐसे मिजाज के साथ सबको विकास में शामिल किया गया है।

विकास की यात्रा में गुजरात के प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित की गई है, इसकी भूमिका पेश करते हुए श्री मोदी ने कहा कि प्रत्येक नागरिक जो किसी भी सम्प्रदाय, जाति या धर्म का हो उसे उसकी क्षमता के अनुसार स्वयं की प्रगति के साथ ही विकास में भी योगदान देना चाहिए। विकास के मार्ग पर तेजी से बढ़ने का यही रास्ता है।

Business-070214-in2

गुजरात में गरीब परिवारों में अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय का वर्षों से समावेश होता है और पतंग बनाने के परम्परागत गृह उद्योग में गरीब मुस्लिम परिवारों की स्थिति का अभ्यास कर उनके कौशल्यवर्धन सहित पतंग निर्माण में डिजाइन और रॉ मटीरियल संशोधन करवाकर गरीब परिवारों के पतंग उद्योग का टर्नओवर 700 करोड़ तक पहुंच गया है। प्रत्येक की शक्ति के अनुसार उसे अवसर देकर कौशल्यवर्धन करने का मोटीवेशन वातावरण गुजरात सरकार ने निर्मित किया है।

इसी प्रकार टेक्सटाइल मेन्युफेक्चरिंग सेक्टर में भी मुस्लिम समुदायों के सशक्तिकरण के लिए इस सरकार ने टेक्सटाइल पॉलिसी में नये प्रयोग किए हैं।

गुजरात की परम्परागत “ट्रेडर स्टेट” की पहचान अब “मेन्युफेक्चरिंग स्टेट” की बन रही है। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि टेक्नोलॉजी तथा वेल्यु एडिशन से गुजरात वैश्विक बाजारों में अपनी ब्रांड इमेज खड़ी करे।

गुजरात सहित भारत के रेडीमेड गारमेंट उद्योग में चीन और बांग्लादेश से भी आगे बढ़ने की क्षमता है और गुजरात सरकार उसकी न्यु टेक्सटाइल पॉलिसी और फाइव एफ फार्मूले से कोटन उत्पादक रेडीमेड गारमेंट उद्योग का निर्यातक बन सकता है।

प्रारम्भ में स्वागत भाषण में अग्रणी झुबेर भाई ने उम्मत बिजनस कॉन्क्लेव का उद्देश्य समझाया। इसमें व्यापार- उद्योग जगत के मुस्लिम अग्रणियों ने भाग लिया।

Business-070214-in3

 

Business-070214-in4

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report

Media Coverage

India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
प्रधानमंत्री 24 नवंबर को 'ओडिशा पर्व 2024' में हिस्सा लेंगे
November 24, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 नवंबर को शाम करीब 5:30 बजे नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 'ओडिशा पर्व 2024' कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

ओडिशा पर्व नई दिल्ली में ओडिया समाज फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसके माध्यम से, वह ओडिया विरासत के संरक्षण और प्रचार की दिशा में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने में लगे हुए हैं। परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष ओडिशा पर्व का आयोजन 22 से 24 नवंबर तक किया जा रहा है। यह ओडिशा की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हुए रंग-बिरंगे सांस्कृतिक रूपों को प्रदर्शित करेगा और राज्य के जीवंत सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक लोकाचार को प्रदर्शित करेगा। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख पेशेवरों एवं जाने-माने विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय सेमिनार या सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।