गुजरात की पुलिस और सुरक्षा संबंधी सेवाओं के सशक्तिकरण को साकार करने वाले ई गुजकॉप प्रॉजेक्ट का श्री मोदी ने करवाया शुभारम्भ
गुजरातभर के 1000 पुलिस स्टेशनों में मुख्यमंत्री के प्रेरक संदेश का सीधा प्रसारण
ई गुजकॉप से गुजरात के सबसे युवा शिक्षित और टेक्नोसेवी पुलिसबल में अनेक शक्तियों की वृद्धि होगी
पुलिस नागरिकों में भरोसे और आपराधिक मानसिकता वाले लोगों में भय का अहसास करवाए
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में पुलिस और सुरक्षा सेवाओं को ज्यादा भरोसेमन्द और कारगर बनाने वाले ई गुजकॉप प्रोजेक्ट का शुभारम्भ करवाते हुए आज कहा कि समग्र देश में टेक्नॉलॉजी से पुलिस और सुरक्षा सेवाओं का सर्वग्राही सशक्तिकरण करने की क्रांतिकारी पहल गुजरात सरकार ने की है।
ई गुजकॉप प्रोजेक्ट द्वारा गुजरात के तमाम 1000 से ज्यादा पुलिस स्टेशनों, गृह विभाग,जेलों, एंटीकरप्शन ब्युरो विभाग, फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरीज, गृहरक्षक दल, नशाबन्दी जैसे सुरक्षा और कानून व्यवस्था के साथ जुड़े विभागों को इस तकनीक के नेटवर्क के साथ शामिल कर लिया गया है।
बायसेग सेटकॉम बेन्ड द्वारा मुख्यमंत्री ने गुजरातभर के पुलिस स्टेशनों में मौजूद पुलिस सेवा और सुरक्षाकर्मियों, नागरिकों को ई गुजकॉप के सीधे प्रसारण द्वारा सम्बोधित किया।
गुजरात के गृह और पुलिस विभाग ने पुलिस सेवाओं को और ज्यादा कारगर बनाने के लिए की गई इस क्रांतिकारी पहल ई गुजकॉप का सफलतापूर्वक अमल करने पर मुख्यमंत्री ने शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि गुजरात का पुलिस बेड़ा पूरे देश में सबसे युवा, शिक्षित और टेक्नोसेवी है और ई गुजकॉप प्रोजेक्ट से इसकी शक्तियों में और बढ़ोतरी होगी।
करीब 150 करोड़ की लागत से ई गुजकॉप प्रोजेक्ट साकार हुआ है और इसके सफल मॉडल को भारत सरकार ने स्वीकार किया है। यह अन्य राज्यों के लिए भी पथप्रदर्शक बना है, इसका गौरवपूर्ण उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि जिस तरह गुजरात पुलिस की वर्दी से सुरक्षा का अहसास होता है वैसे ही इस टेक्नोलॉजी से आपराधिक मानसिकता वाले लोगों में भय फैलेगा।
क्योंकि अपराध की जांच से लेकर अपराधियों को सजा मिले तब तक की पूरी कार्यप्रणाली में इस ई गुजकॉप प्रोजेक्ट से गुणात्मक परिवर्तन आएगा।
उन्होंने कहा कि पुलिस के लिए यह तकनीक अपराध की जांच का बोझ कम करेगी। कार्यबोझ कम होने पर कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। पुलिस की कार्यवाही का सरलीकरण होगा। पुलिस कार्यवाही का मॉनिटरिंग होता रहेगा। इतना ही नहीं, फॉरेंसिक साइंस के साथ इसका सेतु बांधा गया है इसकी आधुनिक और वैज्ञानिक पद्धति से अपराध की जांच और शोध परिणामलक्ष्यी बनेंगे। आदतन अपराधियों का डेटाबैंक भी उपलब्ध होगा।
श्री मोदी ने गुजरात में ई गुजकॉप प्रोजेक्ट की निश्चित सफलता में ज्योतिग्राम से लेकर ब्रॉडबैंड इंटरनेट की सुविधा की भूमिका पेश करते हुए कहा कि तकनीक के सुआयोजित विजन से गुजरात में विकास की अनेक क्षितिजें खुली हैं। वास्तव में तो एके 47 से ज्यादा ई गुजकॉप तकनीक अपनाकर पुलिसबल को ज्यादा शक्तिशाली बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस और सुरक्षा सेवाओं के इस नये युग में प्रवेश से गुजरात के नागरिकों में सुरक्षा का अहसास करवाने में पुलिस का मनोबल भी ऊंचा हुआ है।
प्रारम्भ में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. एसके. नन्दा ने स्वागत भाषण दिया। पुलिस महानिरीक्षक मनोज अग्रवाल ने ई गुजकॉप की खूबियां बतलाई। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री रजनीभाई पटेल सहित गृह विभाग और पुलिसबल के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।