"Narendra Modi launches eGujCop project of Home Department"
"eGujCop integrates IT in the working of Home Department, giving several benefits to the citizens "
"CM urges officials to derive maximum benefit of this initiative "
"The strength from this application will be much more than holding AK 47s for our police force: Narendra Modi "
"CM expresses hope that this project will reduce paperwork and simplify processes of the police"

गुजरात की पुलिस और सुरक्षा संबंधी सेवाओं के सशक्तिकरण को साकार करने वाले ई गुजकॉप प्रॉजेक्ट का श्री मोदी ने करवाया शुभारम्भ

गुजरातभर के 1000 पुलिस स्टेशनों में मुख्यमंत्री के प्रेरक संदेश का सीधा प्रसारण

ई गुजकॉप से गुजरात के सबसे युवा शिक्षित और टेक्नोसेवी पुलिसबल में अनेक शक्तियों की वृद्धि होगी

पुलिस नागरिकों में भरोसे और आपराधिक मानसिकता वाले लोगों में भय का अहसास करवाए

मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में पुलिस और सुरक्षा सेवाओं को ज्यादा भरोसेमन्द और कारगर बनाने वाले ई गुजकॉप प्रोजेक्ट का शुभारम्भ करवाते हुए आज कहा कि समग्र देश में टेक्नॉलॉजी से पुलिस और सुरक्षा सेवाओं का सर्वग्राही सशक्तिकरण करने की क्रांतिकारी पहल गुजरात सरकार ने की है।

ई गुजकॉप प्रोजेक्ट द्वारा गुजरात के तमाम 1000 से ज्यादा पुलिस स्टेशनों, गृह विभाग,जेलों, एंटीकरप्शन ब्युरो विभाग, फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरीज, गृहरक्षक दल, नशाबन्दी जैसे सुरक्षा और कानून व्यवस्था के साथ जुड़े विभागों को इस तकनीक के नेटवर्क के साथ शामिल कर लिया गया है।

eGujCop project launched by Narendra Modi in Gandhinagar

बायसेग सेटकॉम बेन्ड द्वारा मुख्यमंत्री ने गुजरातभर के पुलिस स्टेशनों में मौजूद पुलिस सेवा और सुरक्षाकर्मियों, नागरिकों को ई गुजकॉप के सीधे प्रसारण द्वारा सम्बोधित किया।

गुजरात के गृह और पुलिस विभाग ने पुलिस सेवाओं को और ज्यादा कारगर बनाने के लिए की गई इस क्रांतिकारी पहल ई गुजकॉप का सफलतापूर्वक अमल करने पर मुख्यमंत्री ने शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि गुजरात का पुलिस बेड़ा पूरे देश में सबसे युवा, शिक्षित और टेक्नोसेवी है और ई गुजकॉप प्रोजेक्ट से इसकी शक्तियों में और बढ़ोतरी होगी।

करीब 150 करोड़ की लागत से ई गुजकॉप प्रोजेक्ट साकार हुआ है और इसके सफल मॉडल को भारत सरकार ने स्वीकार किया है। यह अन्य राज्यों के लिए भी पथप्रदर्शक बना है, इसका गौरवपूर्ण उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि जिस तरह गुजरात पुलिस की वर्दी से सुरक्षा का अहसास होता है वैसे ही इस टेक्नोलॉजी से आपराधिक मानसिकता वाले लोगों में भय फैलेगा।

eGujCop project launched by Narendra Modi in Gandhinagar

क्योंकि अपराध की जांच से लेकर अपराधियों को सजा मिले तब तक की पूरी कार्यप्रणाली में इस ई गुजकॉप प्रोजेक्ट से गुणात्मक परिवर्तन आएगा।

उन्होंने कहा कि पुलिस के लिए यह तकनीक अपराध की जांच का बोझ कम करेगी। कार्यबोझ कम होने पर कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। पुलिस की कार्यवाही का सरलीकरण होगा। पुलिस कार्यवाही का मॉनिटरिंग होता रहेगा। इतना ही नहीं, फॉरेंसिक साइंस के साथ इसका सेतु बांधा गया है इसकी आधुनिक और वैज्ञानिक पद्धति से अपराध की जांच और शोध परिणामलक्ष्यी बनेंगे। आदतन अपराधियों का डेटाबैंक भी उपलब्ध होगा।

श्री मोदी ने गुजरात में ई गुजकॉप प्रोजेक्ट की निश्चित सफलता में ज्योतिग्राम से लेकर ब्रॉडबैंड इंटरनेट की सुविधा की भूमिका पेश करते हुए कहा कि तकनीक के सुआयोजित विजन से गुजरात में विकास की अनेक क्षितिजें खुली हैं। वास्तव में तो एके 47 से ज्यादा ई गुजकॉप तकनीक अपनाकर पुलिसबल को ज्यादा शक्तिशाली बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि पुलिस और सुरक्षा सेवाओं के इस नये युग में प्रवेश से गुजरात के नागरिकों में सुरक्षा का अहसास करवाने में पुलिस का मनोबल भी ऊंचा हुआ है।

प्रारम्भ में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. एसके. नन्दा ने स्वागत भाषण दिया। पुलिस महानिरीक्षक मनोज अग्रवाल ने ई गुजकॉप की खूबियां बतलाई। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री रजनीभाई पटेल सहित गृह विभाग और पुलिसबल के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।

eGujCop project launched by Narendra Modi in Gandhinagar

eGujCop project launched by Narendra Modi in Gandhinagar

eGujCop project launched by Narendra Modi in Gandhinagar

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November 22, 2024

गुटेन आबेन्ड

स्टटगार्ड की न्यूज 9 ग्लोबल समिट में आए सभी साथियों को मेरा नमस्कार!

मिनिस्टर विन्फ़्रीड, कैबिनेट में मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया और इस समिट में शामिल हो रहे देवियों और सज्जनों!

Indo-German Partnership में आज एक नया अध्याय जुड़ रहा है। भारत के टीवी-9 ने फ़ाउ एफ बे Stuttgart, और BADEN-WÜRTTEMBERG के साथ जर्मनी में ये समिट आयोजित की है। मुझे खुशी है कि भारत का एक मीडिया समूह आज के इनफार्मेशन युग में जर्मनी और जर्मन लोगों के साथ कनेक्ट करने का प्रयास कर रहा है। इससे भारत के लोगों को भी जर्मनी और जर्मनी के लोगों को समझने का एक प्लेटफार्म मिलेगा। मुझे इस बात की भी खुशी है की न्यूज़-9 इंग्लिश न्यूज़ चैनल भी लॉन्च किया जा रहा है।

साथियों,

इस समिट की थीम India-Germany: A Roadmap for Sustainable Growth है। और ये थीम भी दोनों ही देशों की Responsible Partnership की प्रतीक है। बीते दो दिनों में आप सभी ने Economic Issues के साथ-साथ Sports और Entertainment से जुड़े मुद्दों पर भी बहुत सकारात्मक बातचीत की है।

साथियों,

यूरोप…Geo Political Relations और Trade and Investment…दोनों के लिहाज से भारत के लिए एक Important Strategic Region है। और Germany हमारे Most Important Partners में से एक है। 2024 में Indo-German Strategic Partnership के 25 साल पूरे हुए हैं। और ये वर्ष, इस पार्टनरशिप के लिए ऐतिहासिक है, विशेष रहा है। पिछले महीने ही चांसलर शोल्ज़ अपनी तीसरी भारत यात्रा पर थे। 12 वर्षों बाद दिल्ली में Asia-Pacific Conference of the German Businesses का आयोजन हुआ। इसमें जर्मनी ने फोकस ऑन इंडिया डॉक्यूमेंट रिलीज़ किया। यही नहीं, स्किल्ड लेबर स्ट्रेटेजी फॉर इंडिया उसे भी रिलीज़ किया गया। जर्मनी द्वारा निकाली गई ये पहली कंट्री स्पेसिफिक स्ट्रेटेजी है।

साथियों,

भारत-जर्मनी Strategic Partnership को भले ही 25 वर्ष हुए हों, लेकिन हमारा आत्मीय रिश्ता शताब्दियों पुराना है। यूरोप की पहली Sanskrit Grammer ये Books को बनाने वाले शख्स एक जर्मन थे। दो German Merchants के कारण जर्मनी यूरोप का पहला ऐसा देश बना, जहां तमिल और तेलुगू में किताबें छपीं। आज जर्मनी में करीब 3 लाख भारतीय लोग रहते हैं। भारत के 50 हजार छात्र German Universities में पढ़ते हैं, और ये यहां पढ़ने वाले Foreign Students का सबसे बड़ा समूह भी है। भारत-जर्मनी रिश्तों का एक और पहलू भारत में नजर आता है। आज भारत में 1800 से ज्यादा जर्मन कंपनियां काम कर रही हैं। इन कंपनियों ने पिछले 3-4 साल में 15 बिलियन डॉलर का निवेश भी किया है। दोनों देशों के बीच आज करीब 34 बिलियन डॉलर्स का Bilateral Trade होता है। मुझे विश्वास है, आने वाले सालों में ये ट्रेड औऱ भी ज्यादा बढ़ेगा। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि बीते कुछ सालों में भारत और जर्मनी की आपसी Partnership लगातार सशक्त हुई है।

साथियों,

आज भारत दुनिया की fastest-growing large economy है। दुनिया का हर देश, विकास के लिए भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है। जर्मनी का Focus on India डॉक्यूमेंट भी इसका बहुत बड़ा उदाहरण है। इस डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि कैसे आज पूरी दुनिया भारत की Strategic Importance को Acknowledge कर रही है। दुनिया की सोच में आए इस परिवर्तन के पीछे भारत में पिछले 10 साल से चल रहे Reform, Perform, Transform के मंत्र की बड़ी भूमिका रही है। भारत ने हर क्षेत्र, हर सेक्टर में नई पॉलिसीज बनाईं। 21वीं सदी में तेज ग्रोथ के लिए खुद को तैयार किया। हमने रेड टेप खत्म करके Ease of Doing Business में सुधार किया। भारत ने तीस हजार से ज्यादा कॉम्प्लायेंस खत्म किए, भारत ने बैंकों को मजबूत किया, ताकि विकास के लिए Timely और Affordable Capital मिल जाए। हमने जीएसटी की Efficient व्यवस्था लाकर Complicated Tax System को बदला, सरल किया। हमने देश में Progressive और Stable Policy Making Environment बनाया, ताकि हमारे बिजनेस आगे बढ़ सकें। आज भारत में एक ऐसी मजबूत नींव तैयार हुई है, जिस पर विकसित भारत की भव्य इमारत का निर्माण होगा। और जर्मनी इसमें भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर रहेगा।

साथियों,

जर्मनी की विकास यात्रा में मैन्यूफैक्चरिंग औऱ इंजीनियरिंग का बहुत महत्व रहा है। भारत भी आज दुनिया का बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। Make in India से जुड़ने वाले Manufacturers को भारत आज production-linked incentives देता है। और मुझे आपको ये बताते हुए खुशी है कि हमारे Manufacturing Landscape में एक बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। आज मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। दूसरा सबसे बड़ा स्टील एंड सीमेंट मैन्युफैक्चरर है, और चौथा सबसे बड़ा फोर व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री भी बहुत जल्द दुनिया में अपना परचम लहराने वाली है। ये इसलिए हुआ, क्योंकि बीते कुछ सालों में हमारी सरकार ने Infrastructure Improvement, Logistics Cost Reduction, Ease of Doing Business और Stable Governance के लिए लगातार पॉलिसीज बनाई हैं, नए निर्णय लिए हैं। किसी भी देश के तेज विकास के लिए जरूरी है कि हम Physical, Social और Digital Infrastructure पर Investment बढ़ाएं। भारत में इन तीनों Fronts पर Infrastructure Creation का काम बहुत तेजी से हो रहा है। Digital Technology पर हमारे Investment और Innovation का प्रभाव आज दुनिया देख रही है। भारत दुनिया के सबसे अनोखे Digital Public Infrastructure वाला देश है।

साथियों,

आज भारत में बहुत सारी German Companies हैं। मैं इन कंपनियों को निवेश और बढ़ाने के लिए आमंत्रित करता हूं। बहुत सारी जर्मन कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने अब तक भारत में अपना बेस नहीं बनाया है। मैं उन्हें भी भारत आने का आमंत्रण देता हूं। और जैसा कि मैंने दिल्ली की Asia Pacific Conference of German companies में भी कहा था, भारत की प्रगति के साथ जुड़ने का- यही समय है, सही समय है। India का Dynamism..Germany के Precision से मिले...Germany की Engineering, India की Innovation से जुड़े, ये हम सभी का प्रयास होना चाहिए। दुनिया की एक Ancient Civilization के रूप में हमने हमेशा से विश्व भर से आए लोगों का स्वागत किया है, उन्हें अपने देश का हिस्सा बनाया है। मैं आपको दुनिया के समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहयोगी बनने के लिए आमंत्रित करता हूँ।

Thank you.

दान्के !