प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। इस कार्यक्रम में देश भर से विकसित भारत संकल्प यात्रा के हजारों लाभार्थी शामिल हुए। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने डूंगरपुर राजस्थान की श्रीमती ममता ढिंढोरे से बातचीत की, जो ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वरोजगार कर रही हैं और एक स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह गुजराती की भी अच्छी जानकार हैं। वह 5 लोगों के संयुक्त परिवार से आती हैं और 150 समूहों में 7500 महिलाओं के साथ काम करती हैं। वह समूह के सदस्यों को जागरूक करती है, प्रशिक्षण देती है और ऋण दिलाने में मदद करती हैं।
उन्होंने खुद बोरिंग के लिए ऋण लिया और सब्जी की खेती की तथा सब्जी की दुकान भी खोली। वह नौकरी प्रदाता हैं। श्रीमती ममता ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना से उनका पक्का मकान बनाने का सपना पूरा हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को सरकारी सहायता की राशि और आसान भ्रष्टाचार मुक्त प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। वह लोगों को मोदी की गारंटी की गाड़ी के बारे में जागरूक करने में सबसे आगे हैं और वह लोगों से कहती हैं कि उन्हें आवेदन करना चाहिए और योजनाओं के तहत लाभ की गारंटी है।
पीएम मोदी ने आधुनिक दुनिया के बारे में उनकी जागरूकता की सराहना की और उनके समूह की महिलाओं द्वारा पृष्ठभूमि में की जा रही वीडियो रिकॉर्डिंग को नोट किया और इस अवसर पर उपस्थित महिला उद्यमियों के साथ तालमेल बिठाया। प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं अभिभूत हूं कि डूंगरपुर के एक छोटे से गांव में मेरी माताएं और बहनें इतनी खुश हैं और मुझे आशीर्वाद दे रही हैं।" श्री मोदी ने अन्य महिलाओं को साथ लेकर चलने के उनके जज्बे की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार पिछले 9 वर्षों से स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने की योजना दोहराई और इस परियोजना में उनके जैसे स्वयं सहायता समूहों की भूमिका पर जोर दिया।