अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक श्री राफेल मारियानो ग्रॉसी ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने शांति और विकास के लिए परमाणु ऊर्जा के सुरक्षित और संरक्षित उपयोग के लिए भारत की निरंतर प्रतिबद्धता दर्शायी। प्रधानमंत्री ने देश के ऊर्जा मिश्रण के रूप में पर्यावरण के अनुकूल परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता की हिस्सेदारी बढ़ाने के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को साझा किया।
महानिदेशक श्री ग्रॉसी ने एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति के रूप में भारत के बेमिसाल रिकॉर्ड की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से स्वदेशी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के विकास और तैनाती को रेखांकित करते हुए परमाणु विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारत की प्रगति की प्रशंसा की। उन्होंने सामाजिक लाभ के लिए असैन्य परमाणु अनुप्रयोगों में उसकी वैश्विक नेतृत्वकारी भूमिका की सराहना की।इसमें स्वास्थ्य, भोजन, जल उपचार, प्लास्टिक प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन से संबंधित चुनौतियों सहित मानवता के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए परमाणु प्रौद्योगिकी के उपयोग में भारत द्वारा की गई उल्लेखनीय प्रगति शामिल है।
छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों और माइक्रो-रिएक्टरों सहित नेट जीरो संबंधी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में परमाणु ऊर्जा की भूमिका का विस्तार करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
महानिदेशक श्री ग्रॉसी ने आईएईए और भारत के बीच उत्कृष्ट साझेदारी की प्रशंसा की। उन्होंने कई देशों की मदद करने वाले भारत के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों की सराहना की। दोनों पक्षों द्वारा ग्लोबल साउथ में असैन्य परमाणु प्रौद्योगिकी अनुप्रयोगों के विस्तार के लिए भारत और आईएईए के बीच सहयोग की संभावनाएं तलाशने पर सहमति प्रकट की गई।