श्री मोदी ने अहमदाबाद के इसनपुर इलाके में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बड़ी बैठक को संबोधित किया। यह विस्तार मणिनगर सीट का हिस्सा है, जहाँ का श्री मोदी प्रतिनिधित्व करते हैं
श्री मोदी ने लोकतंत्र और राजनीति से लेकर गुजरात चुनाव तक के कई विषयों पर बात की
कांग्रेस ने ऐसे पाप किए हैं कि जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेंगी : श्री मोदी
चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्यौहार होता है, टीम भावना को मजबूत बनाने का सबसे अच्छा अवसर होता है : श्री मोदी
पिछले 11 सालों में गुजरात ने लोकतंत्र की व्यवस्था के प्रति लोगों में एक नए विश्वास और भरोसे को पैदा किया है, जिन्होंने कांग्रेस द्वारा पैदा की गई राजनैतिक संस्कृति के कारण राजनैतिक व्यवस्था में से अपना विश्वास खो दिया था : मुख्यमंत्री
उस समय जब कांग्रेस देश की राजनीति पर अपना वर्चस्व रखती थी, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि जो भी रूपया जाता है उसमें से 15 पैसा ही गांवों तक पहुंच पाता है। उन्होंने समस्या बताई थी, समाधान नहीं। यह वही पंजा था जो रुपया ले जाता था : श्री मोदी
अगर 100 पैसा गांधीनगर से जाता है, तो हर एक पैसा गरीबों तक पहुंचता है। गुजरात में बिचौलिए बेरोजगार हो गए हैं : श्री मोदी
भाजपा विकास की राजनीति करता है, कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति करती है: श्री मोदी
मुख्यमंत्री ने गुजकॉक या गैस पाइपलाइन जैसे मुद्दे पर गुजरात के साथ घोर अन्याय करने के लिए कांग्रेस पर वार किया।
सोमवार, 19 नवंबर को श्री मोदी ने अहमदाबाद के इसानपुर इलाके में बड़ी तादाद में पार्टी कार्यकताओं को संबोधित किया। यह विस्तार मणिनगर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जिसका प्रतिनिधित्व श्री मोदी पिछले एक दशक से कर रहे हैं। अपने विस्तृत और प्रेरक भाषण में श्री मोदी ने लोकतंत्र से लेकर राष्ट्रीय राजनीति तथा गुजरात चुनाव सहित विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने गुजराती नववर्ष के अवसर पर लोगों को अपनी शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ऐसे पाप किये हैं कि लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री ने चुनावों को लोकतंत्र के सबसे बड़े त्यौहार के रूप में बताया तथा उसे एक ऐसा मौका कहा की जब आम आदमी को राजनैतिक प्रक्रिया के साथ जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ना केवल 18 साल से ज्यादा उम्र वालों को, बल्कि छोटे बच्चों को भी चुनावों के दौरान इस प्रणाली के बारे में जानने का मौका मिलता है। श्री मोदी ने आगे कहा कि चुनाव केवल जीत और हार के लिए नहीं होते हैं, पर लोक शिक्षण का अवसर भी होते हैं और उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के समय लोगों से जुड़े बहुत से विषय हमारी जानकारी में आते हैं और यदि चुनाव के बाद हम उन पर काम कर सकें, तो लोगों के दिमाग में लोकतंत्र के प्रति आदर अभूतपूर्व रूप से बढ़ जाता है। यहां तक की संगठन के नजरिए से भी, श्री मोदी ने कहा कि चुनाव टीम भावना को मजबूत करने का एक बहुत बेहतरीन मौका होता है।
मणिनगर के कार्यकताओं को प्रेरित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि वे इस एक सीट को उनके कंधों पर छोड़ कर बाकी 181 सीटों पर काम करने के लिए जा रहे हैं। “आप मणिनगर में एक उम्मीदवार की जीत के लिए यहाँ काम करो, मैं बाकी 181 सीटों पर विजय के लिए काम करूंगा... देखते हैं जीत की हाशिये तक कौन पहुंचता है” उन्होंने कहा, जिन पर कार्यकताओं ने तालियों की गडगड़ाहट के साथ समर्थन दिखाया..! उन्होंने महात्मा गांधी का एक प्रभावशाली लोक संग्राहक के रूप में उदाहरण दिया तथा हर किसी को आंदोलन में लोगों को जोड़ने की उनकी पद्घति से प्रेरणा लेने के लिए कहा।श्री मोदी ने कहा कि पिछले 11 सालों में गुजरात ने कुछ उल्लेखनीय किया है, जिसने लोकतंत्र की व्यवस्था के प्रति लोगों में एक नया विश्वास और भरोसा पैदा किया है, जो कांग्रेस द्वारा पैदा की गई राजनैतिक संस्कृति के कारण राजनैतिक व्यवस्था पर से अपना विश्वास खो चूके थे। उन्होंने राजनैतिक पंडितों से केवल इस बात के लिए ही अपील नहीं की, लेकिन साथ ही साथ यह भी कहा कि या तो उन्हें यह बात समझने में सदियां लगेंगी या फिर उनमें उतनी ताकत नहीं है कि वे इस बारे में लिख सकें।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पिछले 11 सालों में गुजरात सरकार ने कर के दिखाया है कि वही व्यवस्था के साथ भी बदलाव लाया जा सकता है तथा अविश्वास के वातावरण में विश्वास पैदा किया जा सकता है।
श्री मोदी ने घोषणा की कि उन पर जो आरोप लग रहे हैं वे ये हैं कि ‘आपने दस किलोमीटर रोड बनाने का वादा किया था, आठ किलोमीटर ही क्यों बनाई या आपने 500 स्कूल बनाने का वादा किया था, 350 ही बनी’, जो सभी विकास के आसपास केन्द्रित हैं पर कांग्रेस के मामले में लोग केवल 1 लाख करोड़ तथा सी.डब्ल्यू.जी. जैसे घोटालों के बारे में बात करते हैं..! उन्होंने कहा कि कांग्रेस से विकास के बारे में अब कोई नहीं पूछता। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्हें कांकरीया लेकफ्रंट डेवलपमेंट से जुड़ी बधाइयों को लेकर बहुत बड़ी संख्या में फोन आए हैं, जिसने शहर वासियों को घूमने-फिरने के लिए एक अद्भुत जगह दी है।
भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बात (यदि एक रूपया बाहर जाता है, तो गांव में पहूँचते पहूँचते वह 15 पैसे रह जाता है) को याद करते हुए श्री मोदी ने कहा कि श्री गांधी ने यह तब कहा था जब कांग्रेस का देश की राजनीति पर पूरी तरह नियंत्रण था। फिर भी उन्होंने सिर्फ समस्या ही बताई तथा समाधान के बारे में कुछ नहीं कहा। श्री मोदी ने बताया कि वास्तव में यह उनका ही पंजा था जो पैसा लूट लेता था।
गुजरात में पिछले 11 सालों में इसका हल पाया गया है, उन्होंने कहा कि यदि 100 पैसा गांधीनगर से निकलता है तो हर एक पैसा गरीब तक पहुंचता है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि बिचौलिए गुजरात में बेरोजगार हो गए हैं।
कांग्रेस के गुजरात के लोगों के साथ रिश्तों के बारे में बोलते हुए श्री मोदी ने पुष्टि की कि गुजरात के लोग कांग्रेस को सिर से पाँव तक पहचानते गए हैं तथा यदि कांग्रेस ज्यादातर तालुका पंचायत, जिला पंचायत, नगर पालिकाएं आदि की सत्ता से बाहर है तो गांधीनगर तो उनके लिए दूर की बात है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि लोगों द्वारा बार-बार अस्वीकार किये जाने के बाद भी कांग्रेस आकर के इनके सामने खड़ी हो जाती है..! उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को गुजरात में दिलचस्पी है क्योंकि इस राज्य में समृद्धि है, यदि गुजरात गरीब होता तो कांग्रेस को यहाँ से कोई लगाव नहीं होता, श्री मोदी ने कहा।
उनकी राजनीति में फर्क की तुलना करते हुए श्री मोदी ने स्पष्ट किया कि भाजपा विकास की राजनीति को मानती है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस वोटबैंक की राजनीति करती है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने सोचा था कि भाजपा भी वही गलती करेगी तथा वोट बैंक की राजनीति का अनुसरण करेगी, पर वे पूरी तरह से गलत साबित हुए। उन्होंने आश्चर्य जताया कि जो कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के आधार पर समाज को बाँटने का काम किया है वह आज अपने विज्ञापन में छह करोड़ गुजरातियों की बात करते हैं, जो दिखाता है कि कम से कम उन्होंने कुछ तो सीखा। श्री मोदी ने कांग्रेस को सलाह दी कि यदि वो गुजरात में पैर जमाना चाहती है तो उसे वोट बैंक की राजनीति को छोडऩा होगा तथा विकास की राजनीति को अपनाना होगा। जब तक वे ये नहीं करते, लोग उनकी ओर देखेंगे तक नहीं।
श्री मोदी ने कांग्रेस सरकार के समय को याद किया कि जब हर दस साल में तीन रथ यात्रा कर्फ्यू में गुजरती थी तथा क्रिकेट मैच के बाद भी कर्फ्यू का लगना आम बात थी, पर अब वह सब इतिहास हो गया है..!
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस की गंदी कूटनीतियों के एक अलग विभाग पर प्रकाश डाला जिसका एकमात्र काम ही गंदगी फैलाना, लोगों के चरित्र पर कीचड़ उछालना, निन्दात्मक साहित्य प्रकाशित करना है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने करोड़ों रूपये इन तरीकों पर खर्च किए हैं, जो लोकतंत्र के लिए बेहद अशोभनीय है। श्री मोदी ने कांग्रेस से तकाजा किया कि उन्हें खुले तौर पर बोलने में विश्वास करना चाहिए, प्रत्येक पक्ष ठीक से अपने मुद्दे रखे तथा फिर लोगों को तय करने दो, परन्तु दुर्भाग्य से कांग्रेस झूठ के सिवा और किसी पर विश्वास नहीं करती है।
अपने भाषण के दौरान श्री मोदी ने कांग्रेस की गुजरात विरोधी मानसिकता के कई उदाहरण दिए। उन्होंने याद दिलाया कि किस तरह से आई.टी. के नोटिस उन लोगों को भेजे गए थे जिन्होंने वाइब्रेंट गुजरात समिट में भाग लिया था तथा गुजरात में निवेश किया था। इसी प्रकार से, विधानसभा में दो बार दो तिहाई बहुमत होने के बावजूद भी राज्य सरकार को केन्द्र की ओर से ‘गुजकोक’ विधेयक पर बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, इस तथ्य के बावजूद कि कांग्रेस शासित महाराष्ट्र में ऐसा ही विधेयक लागू है। श्री मोदी ने प्रश्र किया कि क्या गुजरात के लोगों को आतंकवाद का दंश झेलने दिया जाए? इसी प्रकास से गुजरात के लोगों को पाइपलाइन से गैस पहुंचाने की कोशिश के साथ भी अन्याय किया जा रहा है।
श्री मोदी ने कांग्रेस से दृढ़ता से कहा कि यदि उसे उनसे कुछ परेशानी है तो उन्हें लटका देना चाहिए, परन्तु उन्हें गुजरात के छह करोड़ लोगों के साथ अन्याय करना बंद करना चाहिए..! उन्होंने बताया कि जब 2004 में कांग्रेस ने सत्ता संभाली, तो राज्यों के विकास की योजना तैयार करने के बदले दूसरे ही दिन उन्होंने एक आदेश जारी किया था कि वे धारा 356 लागू करेंगे तथा मोदी को जेल भेजेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की गुजरात को बर्बाद करने की तमाम कोशिशों के बावजूद भी राज्य ने विकास में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना मुकाम बनाया है। दूसरी ओर कांग्रेस ने केवल लोगों के साथ धोखा किया है, चाहे वह 100 दिनों में मंहगाई कम करने का वादा हो या महाराष्ट्र में किसानों को मुफ्त बिजली देने की बात हो और कुछ भी नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि हम कई सालों से ‘गरीबी हटाओ’ का नारा सुन रहे हैं, परन्तु देश में 1947 के बाद सबसे ज्यादा समय के लिए राज करने के बाद भी क्या कांग्रेस गरीबी हटा पाई है?
श्री मोदी ने कार्यकर्ताओं से बाहर निकलने और हर नागरिक को कांग्रेस का सच बताने तथा कैसे उन्होंने देश को बर्बाद किया है वह बताने को कहा। उन्होंने एक उदाहरण सुनाया कि कैसे राजीव गांधी फाउन्डेशन (श्रीमती सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली) के दो अर्थशास्त्रियों को अनौपचारिक ढंग से बेवजह हटा दिया गया था। उनका ‘गुनाह’ - उन्होंने गुजरात के विकास की प्रशंसा की थी। उन्होंने खुशी जताई कि भाजपा का कप्तान तथा उप कप्तान को लेकर बनाए गए नए विज्ञापन को गुजरात में जबरदस्त प्रतिसाद मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से चुनावों के लिए कड़ी मेहनत जारी रखने के लिए और आचार संहिता का पालन करने का आग्रह किया तथा कहा कि विजय तय है क्योंकि विकास हुआ है। श्री मोदी के लिए ‘वी’ का अर्थ विकास और विजय दोनों है। उन्होंने फिर से कहा कि गुजरात 20 दिसंबर को दीवाली मनाएगा तथा पूरी दिल्ली गुजरात में उतर पड़े उसके बावजूद भी राज्य में ‘एकमत गुजरात, बने भाजप सरकार’ का समूहगान गुंजता रहेगा।
वहाँ उपस्थित लोगों ने श्री मोदी के अमूल्य शब्दों पर भारी उत्साह दिखाया।