श्री नरेन्द्र मोदी ने पोरबंदर में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया।
दिल्ली की सरकार लूटो और खाओ में विश्वास रखती है, जबकि हम विकास में विश्वास रखते हैं : श्री मोदी
कांग्रेस देश के लिए एक बोझ है, गुजरात कांग्रेस गुजरात की ही दुश्मन है : श्री मोदी
कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को और अपने स्वयं के सहयोगियों को धोखा देती है : मुख्यमंत्री
इस वानर को हनुमानजी से प्रेरणा मिलती है, उन्हें अपनी सेवा और भक्ति के लिए जाने जाते हैं। उनके लिए छह करोड़ गुजराती उनके राम हैं : श्री मोदी ने उस कांग्रेसी नेता को करारा जवाब दिया, जिसने उन्हें बंदर कहा था
जब मैं मुख्यमंत्री बना था तब राज्य का बजट रू. 6000 करोड़ था, आज हमारी सौराष्ट्र में पानी लाने के लिए ‘सौनी’ योजना ही रू. 10,000 करोड़ की है : श्री मोदी
यदि कांग्रेस सोचती है कि वे कीचड़ उछाल कर जीत सकती है, तो उन्हें याद रहना चाहिए कि जितना कीचड़ वे उछालेंगे, कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा
यदि दिल्ली की सल्तनत में हिम्मत है तो वे हमारी नावों को पाकिस्तान से वापस ला कर दिखाएं, जिनके सामने वे अपनी आंखे भी ऊठा नहीं पाते हैं : श्री मोदी
पोरबंदर का फैसला बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हें ऐसे किसी को नहीं चुनना चाहिए जिसके कारण गुजरात के नाम पर धब्बा लगे : श्री मोदी
3 दिसंबर 2012 की शाम, श्री नरेन्द्र मोदी ने पोरबंदर में एक धुंआधार भाषण दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश के लिए एक बोझ है तथा गुजरात कांग्रेस गुजरात की ही दुश्मन है। उन्होंने दृढ़तापूर्वक कहा कि आने वाले चुनावों में ना केवल भाजपा की लहर होगी, बल्कि भाजपा की बहुत बड़ी आंधी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि एक मुख्यमंत्री के तौर पर, उन्होंने पोरबंदर की यात्रा पिछले सभी मुख्यमंत्रियों की यात्रों को मिलाकर हुई यात्राओं से भी ज्यादा बार की है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सोचती है कि वो कीचड़ उछाल कर जीत सकती है, तो उसे याद रहना चाहिए कि जितना ज्यादा कीचड़ वे उछालेंगे, कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा।
श्री मोदी ने पुष्टि की कि पोरबंदर के मतदाताओं द्वारा द्वारा लिया गया निर्णय विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा तथा लोगों से जोरदार अपील की कि वे किसी ऐसे प्रतिनिधि को ना चुनें जिसके कारण गुजरात का नाम खराब हो तथा आगे कहा कि ऐसे व्यक्ति को चुनने से जो कभी पोरबंदर नहीं आता तथा अहमदाबाद में ही रहना पसंद करता हो, तो उससे पोरबंदर का कुछ भला नहीं होने वाला।
कांग्रेस पार्टी की हालत के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि ऐसा कोई जिला नहीं है जहां कांग्रेस के कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी का विरोध नहीं कर रहे हों। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इन चुनावों में एक बहुत बड़ा झटका मिलेगा। उन्होंने बताया कि गुजरात कांग्रेस लोगों को जेल भेजने, सत्ता का दुरूपयोग करने, सी.बी.आई., रॉ जैसी संस्थाओं का दुरूपयोग करने जैसे पापों में शामिल रही है। उन्होंने कांग्रेस को ऐसे खेल खेलने की बजाए सीधे लोगों के पास जाकर उनका विश्वास जीतने के लिए कहा।
उन्होंने इस सच्चाई पर जोर दिया कि राजनैतिक विरोध हमेशा से अस्तित्व में था, पर जिस स्तर पर अब कांग्रेस इसे ले गई है उस पर कभी नहीं था। उन्होंने याद किया कि स्वर्णिम गुजरात महोत्सव के समय उन्होंने सारे पूर्व विधायकों, मंत्रियों तथा मुख्यमंत्रियों को निमंत्रित किया था, यहां तक कि सभी राज्यपालों के पते भी एकत्र किए थे, जो कांग्रेस शासन की उपलब्धियों को दर्शाता। दरअसल, इस समारोह के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री श्री माधव सिंह सोलंकी (कांग्रेस पार्टी के) तथा अन्य लोग आए थे, पर एक व्यक्ति जो पोरबंदर से चुना गया है, नहीं आया तथा कार्यक्रम का बहिष्कार किया। जब पूरा गुजरात स्वर्णिम जयंती मना रहा था, एक व्यक्ति कुछ अलग ही कर रहा था और ये लोकतंत्र में शोभनीय नहीं है।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस अपने स्वयं के कार्यकर्ताओं को भी धोखा देती है। एक उदाहरण देते हुए श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने खुद के जिला प्रमुख को छला, जिसके परिणामस्वरूप उनका दुर्भाग्यपूर्ण निधन हुआ। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है और कांग्रेस मगरमच्छ के आंसू बहा रही है। उन्होंने पूछा कि ऐसी पार्टी गुजरात के लोगों के साथ क्या करेगी, जो अपने खुद के ही कार्यकर्ताओं को धोखा देती हो..! उन्होंने यह भी कहा कि कैसे कांग्रेस ने आखिरकार अपने उम्मीदवारों की घोषणा फोन पर चोरी छिपे करनी पड़ी थी तथा पार्टी के अपने सहयोगी एन.सी.पी. को भी धोखा दिया।
कांग्रेस के एक नेता (पोरबंदर के ही) द्वारा उन्हें ‘वानर’ कहे जाने पर श्री मोदी ने टिप्पणी की कि उस कांग्रेसी नेता निश्चित तौर पर रामायण को पूरी तरह से नहीं जानते होंगे, यदि जानते होते तो उन्हें वानर सेना की शक्ति का ज्ञान होता। इस तरह के शब्दों के प्रयोग करने पर करारा जवाब देते हुए श्री मोदी ने जताया कि “इस वानर के प्रेरणा स्रोत हनुमानजी हैं, जो अपनी सेवा और भक्ति के लिए जाने जाते हैं। यह वो वानर है जिसके दिल में आप छह करेाड़ गुजरातियों को पाओगे” उन्हें चूहा कहे जाने पर श्री मोदी ने आगे कहा कि वे चूहा कहे जाने के प्रमाणपत्र का स्वीकार करते हैं, जो भगवान गणेश का वाहन है।
श्री मोदी ने कहा कि उन्हें गुजरात के लोगों की 11 सालों तक सेवा करने का मौका मिला है और जब वे पहली बार मुख्यमंत्री बने थे तब उन्होंने लोगों से वादा किया था कि वे कड़ी मेहनत करेंगे, विकास की यात्रा में कोई भी कसर नहीं छोड़ेंगे तथा आज उन्होंने अपने हर शब्द का पालन किया है। उन्होंने लोगों को उनके द्वारा पिछले 11 सालों में किए गए कार्यों को देख कर निर्णय लेने के लिए कहा। श्री मोदी ने बताया कि लोग अक्सर उनसे पूछते हैं कि क्या वे थकते नहीं हैं, तब वे जवाब देते हैं कि वह नहीं थकते क्योंकि छह करोड़ गुजरातियों की खुशी में ही उनकी खुशी है।
मुख्यमंत्री ने लोगों को कहा कि यहां पर दो सरकारों के उदाहरण हैं - एक, गुजरात में भाजपा की सरकार तथा दूसरी दिल्ली में श्रीमती सोनिया गांधी की सरकार। “दिल्ली की सरकार ‘लूटो और खाओ’ में विश्वास रखती है, जबकि गुजरात सरकार विकास में विश्वास रखती है”, उन्होंने खुलासा किया। श्री मोदी ने सौराष्ट्र के लिए रू. 10,000 करोड़ की ‘सौनी योजना’ का उदाहरण देते हुए तुलना की कि उन्होंने जब पहली बार पद भार संभाला था, उस समय राज्य का पूरा बजट रू. 6000 करोड़ का था, जो दर्शाता है कि गुजरात कैसे विकास की नई ऊंचाईयों को छू रहा है।
उन्होंने ‘सागर खेडू पैकेज’ के बारे में बात की और यू.पी.ए. सरकार को चुनौती दी कि वह पाकिस्तान से हमारी नावों को वापस लाकर बताए, एक ऐसा देश जिसके सामने यू.पी.ए. अपनी आंखे भी ऊंची नहीं कर सकता है। 3-डी तकनीक के माध्यम से बोलने की अनोखी पहल के बारे में बोलते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह गर्व की बात है कि गुजरात ऐसी तकनीक को अपनाने वाला पहला राज्य है। श्री मोदी ने ‘108’ एम्बूलेंस सेवा की सफलता के बारे में बात की जिसने बहुत से लोगों की जान बचाई है।
श्री मोदी ने लोगों से 13 दिसंबर को वोट करने तथा कमल को जीताने की अपील की। उनका भाषण सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की तथा भाषण के दौरान कई बार तालियों के गडग़ड़ाहट से अपना समर्थन दर्शाया।