Quoteहमारे साझा मूल्यों को बनाए रखने, जोखिमों का समाधान करने और विश्वास बनाने के संदर्भ में शासन और मानक स्थापित करने के लिए सामूहिक वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता है: प्रधानमंत्री
Quoteएआई स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और अन्य कई क्षेत्रों में सुधार करके लाखों लोगों के जीवन को बदलने में मदद कर सकता है: प्रधानमंत्री
Quoteहमें एआई-संचालित भविष्य के लिए अपने लोगों को कौशल प्रदान करने और दोबारा कौशल प्रदान करने में निवेश करने की आवश्यकता है: प्रधानमंत्री
Quoteहम सार्वजनिक भलाई के लिए एआई अनुप्रयोग विकसित कर रहे हैं: प्रधानमंत्री
Quoteभारत यह सुनिश्चित करने के लिए अपने अनुभव और विशेषज्ञता साझा करने को तैयार है कि एआई का भविष्य हमेशा के लिए हो और सभी के लिए हो: प्रधानमंत्री

आज की चर्चाओं से एक बात सामने आई है - सभी हितधारकों के दृष्टिकोण और उद्देश्यों में एकता है।

मैं "एआई फाउंडेशन" और "सस्टेनेबल एआई काउंसिल" की स्थापना के निर्णय का स्वागत करता हूं। मैं इन पहलों के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति और अपने प्रिय मित्र मैक्रों को बधाई देता हूं और अपना पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन देता हूं।

हमें "एआई के लिए वैश्विक साझेदारी" को भी वास्तव में वैश्विक स्वरूप देना होगा। इसमें ग्लोबल साउथ और उसकी प्राथमिकताओं, चिंताओं और जरूरतों को अधिक समावेशी बनाया जाना चाहिए।

इस एक्शन समिट की गति को आगे बढ़ाने के लिए भारत को अगले समिट की मेजबानी करने में खुशी होगी।

धन्यवाद।

 

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पीएम मोदी का BRICS सेशन में संबोधन: ‘शांति और सुरक्षा’
July 06, 2025

Friends,

वैश्विक शांति और सुरक्षा केवल एक आदर्श नहीं है,ये हम सभी के साझा हितों और भविष्य की बुनियाद है। एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में ही मानवता का विकास संभव है। इस उद्देश्य को पूरा करने में ब्रिक्स की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। हमारी साझा चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें एकजुट होकर, सामूहिक प्रयास करने होंगे। मिलकर आगे बढ़ना होगा।

Friends,

आतंकवाद, आज मानवता के लिए सबसे गंभीर चुनौती बनकर खड़ा है। हाल ही में भारत ने एक अमानवीय और कायरतापूर्ण आतंकी हमले का सामना किया। 22 अप्रैल को, पहलगाम में हुआ आतंकी हमला, भारत की आत्मा, अस्मिता और गरिमा पर सीधा प्रहार था। यह हमला केवल भारत पर नहीं, पूरी मानवता पर आघात था। इस दुख की घड़ी में, जो मित्र देश हमारे साथ खड़े रहे, जिन्होंने समर्थन और संवेदना व्यक्त की, मैं उनका हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ।

आतंकवाद की निंदा हमारा ‘सिद्धांत’ होना चाहिए, केवल ‘सुविधा’ नहीं। अगर पहले यह देखेंगे कि हमला किस देश में हुआ, किसके विरुद्ध हुआ, तो यह मानवता के खिलाफ विश्वासघात होगा।

Friends,

आतंकवादियों के खिलाफ sanctions लगाने पर कोई संकोच नहीं होना चाहिए। आतंकवाद के victims और supporters को एक ही तराजू में नहीं तौल सकते। निजी या राजनीतिक स्वार्थ के लिए, आतंकवाद को मूक सम्मति देना, आतंक या आतंकियों का साथ देना, किसी भी अवस्था में स्वीकार्य नहीं होना चाहिए। आतंकवाद को लेकर कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए। अगर हम यह नहीं कर सकते तो यह प्रश्न स्वाभाविक है कि क्या आतंकवाद के खिलाफ ल़डाई को लेकर हम गंभीर हैं भी या नहीं?

Friends,

पश्चिम एशिया से लेकर यूरोप तक, आज विश्व विवादों और तनावों से घिरा हुआ है। गाजा में जो मानवीय स्थिति है, वह बड़ी चिंता का कारण है।भारत का अडिग विश्वास है, कि परिस्थितियाँ चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, मानवता की भलाई के लिए शांति का पथ ही एकमात्र विकल्प है।

भारत भगवान् बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि है। हमारे लिए युद्ध और हिंसा का कोई स्थान नहीं है। भारत हर उस प्रयास का समर्थन करता है, जो विश्व को, विभाजन और संघर्ष से बाहर निकालकर, संवाद, सहयोग और समन्वय की ओर अग्रसर करे, एकजुटता और विश्वास बढ़ाए।इस दिशा में, हम सभी मित्र देशों के साथ, सहयोग और साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं।धन्यवाद ।

Friends,

अंत में, अगले वर्ष भारत की अध्यक्षता में होने जा रही ब्रिक्स समिट के लिए मैं आप सभी को भारत आने के लिए आमंत्रित करता हूँ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।