संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज विश्व समुदाय के सम्मुख कहा कि सेवा परमो धर्म: को जीने वाला भारत, सीमित संसाधनों के बावजूद भी वैक्सीनेशन डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग में जी जान से जुटा है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा को जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत ने दुनिया की पहली DNA वैक्सीन विकसित कर ली है, जिसे 12 साल की आयु से ज्यादा के सभी लोगों को लगाया जा सकता है और साथ ही एक और mRNA वैक्सीन, अपने डेवलपमेंट के आखिरी चरण में है। प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत के वैज्ञानिक कोरोना की एक नेज़ल वैक्सीन के निर्माण में भी जुटे हैं।
प्रधानमंत्री ने विश्व समुदाय को सूचना दी कि मानवता के प्रति अपने दायित्व को समझते हुए भारत ने एक बार फिर दुनिया के जरूरतमंदों को वैक्सीन देनी शुरू कर दी है।
मेक इन इंडिया अभियान की 7वीं वर्षगाँठ पर प्रधानमंत्री ने ज़ोर देकर कहा “मैं आज दुनिया भर के वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स को भी आमंत्रित करता हूं- Come, Make Vaccine in India.”