समस्त कुंडोलपाल ग्रामसमाज के प्रति सहानुभूति अंत्येष्ठी क्रिया में शरीक मुख्यमंत्री दुःख में सहभागी बने
चिता पर रखे मृतकों के पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री ने किया श्रद्धासुमन अर्पण
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अरवल्ली जिले की भिलोड़ा तहसील के कुंडोलपाल गांव में सड़क दुर्घटना का शिकार बने आदिवासी समाज के शोक संतप्त परिवारों और समस्त ग्रामसमाज को रूबरू गांव पहुंचकर सांत्वना दी और अंतिम संस्कार विधि में शोकाकुल ह्रदय से मृतक व्यक्तियों के चिता पर रखे पार्थिव शरीर को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
गणतंत्र पर्व की पूर्व संध्या पर मोडासा में आयोजित अरवल्ली उत्सव में शिरकत करने के बजाय श्री नरेन्द्र मोदी गांधीनगर से सीधे ही कुंडोलपाल गांव में सड़क दुर्घटना का शिकार बने आदिवासी परिवारों और ग्रामजनों के दुःख में सहभागी बनने पहुंच गये थे।
कुंडोलपाल में एक साथ १५ व्यक्तियों की अंत्येष्ठी विधि शुरू होने वाली थी तब समस्त शोकाकुल ग्रामसमाज की व्यथा और पीड़ा में सहभागी बन मुख्यमंत्री ने इस ह्रदयद्रावक दुर्घटना के वक्त हिम्मत और धैर्य रखने की सांत्वना दी। उन्होंने सामूहिक अंतिम संस्कार के लिए तैयार की गई सभी चिताओं के पास जाकर जान गंवाने वाले व्यक्तियों के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
कानून राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने भी मुख्यमंत्री के साथ समस्त शोक संतप्त ग्रामसमाज के दुःख में सहभागी बन पार्थिव देहों पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
लोकाचार विधि में भाग लेने ट्रैक्टर से जा रहे कुंडोलपाल के डामोर आदिवासी परिवार सड़क दुर्घटना में काल का ग्रास बन गए जिसे मुख्यमंत्री ने सिर्फ दुर्घटना के शिकार बने परिवारों और स्वजनों की ही नहीं बल्कि समस्त ग्रामसमाज पर आपत्ति करार दिया और इस दुःख को सहन करने की शक्ति मिले ऐसी सहानुभूति व्यक्त की। उन्होंने प्रत्येक मृतक व्यक्ति के वारिस को मानवता के नाते एक लाख रुपये की सहायता मुख्यमंत्री राहत निधि से देने तथा घायलों के संपूर्ण इलाज का खर्च सरकार द्वारा वहन करने की घोषणा की।
इस दर्दनाक हादसे के शोक में श्री नरेन्द्र मोदी ने मोडासा-अरवल्ली उत्सव के किसी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपस्थित नहीं रहे।