छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का सूरत में मुख्यमंत्री ने किया अनावरण
शिवाजी महाराज ने दी सुराज के लिए सुशासन की प्रेरणा : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को सूरत में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा कि सुशासन और सुराज के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज का नेतृत्व आज भी उत्तम प्रेरणा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि हिन्दवी स्वराज द्वारा विश्व व्यापार की सुरक्षा के लिए नौसेना की स्थापना करने वाले भी छत्रपति शिवाजी महाराज ही थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने शासन में परिवारवाद का खात्मा करते हुए अष्टप्रधान मंडल की कुशल प्रशासनिक कैडर खड़ी की थी और पारदर्शी तरीके से गुणवत्तायुक्त भर्ती के जरिए प्रशासनिक तंत्र का गठन किया था। उल्लेखनीय है कि जिस स्थान पर प्रतिमा स्थापित की गई है वह मुस्लिम दाताओं की जमीन है, जिसे ट्रस्ट को दिया गया है। बड़ी संख्या में मौजूद जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवारजनों की पीढ़ी दर पीढ़ी के नाम लोगों को याद नहीं रहते लेकिन छत्रपति शिवाजी जैसे महान पुरुषों का स्मरण चिरंजीव होता है, क्योंकि वे अपने अस्तित्व को समाज के लिए खपा देते हैं। ऐसे महापुरुष उत्तम कार्यों से सदियों बाद भी प्रेरणा देते हैं और सिर गौरव से उनके सामने झुक जाता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के गुलामीकाल में ऐसे देशभक्त भक्त हुए हैं जिन्होंने हम में चेतना प्रकट की है। छत्रपति शिवाजी, राणा प्रताप, स्वामी विवेकानंद जैसे इतिहास पुरुषों का गौरव करना ही हमारी महान सांस्कृतिक विरासत का ऐतिहासिक गौरव है।
श्री मोदी ने कहा कि गुजरात का सद्भावना मंत्र इतना प्रभावी है कि इस प्रतिमा की स्थापना के लिए मुस्लिम परिवार ने अपनी जमीन देकर इतिहास का गौरव किया है। इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें अभिनंदन दिया।
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिन्दू संस्कृति रक्षक, गोरक्षक, कुशल प्रशासक, पहाड़ी प्रदेश में सिंचाई व्यवस्थापन जैसे अनेक सुधारवादी कार्य कर सुराज के लिए सुशासन का समन्वय किया था। श्री मोदी ने चेतावनी देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम उठाने वाले महापुरुषों को यदि हम भुला देंगे तो हमारी विरासत की उत्तम परंपरा को भी खो देंगे।
छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्घांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्रपति शिवाजी के जीवन के अनेक आदर्श ऐसे हैं जो समाज को वीरत्व की प्रेरणा देते हैं। ओज एवं तेज के बिना समाज समाज नहीं है। वीरत्व का अर्थ हिंसा नहीं है, लेकिन वीरत्व से ही समाज की ऊर्जाशक्ति प्रकट होती है। वीरत्व के संस्कार से ही शिवाजी महाराज शास्त्रार्थी रहे। भारत का तत्वज्ञान तो जो शस्त्र धारण करे वो वीर और जो शास्त्र धारण करे वो महावीर का गुणगान करता है।
पंचायत मंत्री नरोत्तमभाई पटेल ने कहा कि शिवाजी महाराज ने जनसमुदाय के उत्थान के लिए महान कार्य किया।
छत्रपति शिवाजी स्मारक समिति के अध्यक्ष रवीन्द्रभाई पाटिल ने सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य मंगूभाई पटेल, रणजीतभाई गिलीटवाला, सांसदगण, सूरत शहर के विधायकगण, महापौर राजेन्द्र देसाई, नगरसेवक सहित शहर एवं जिले के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।