मुख्यमंत्री का पुणे दौरा
विकास के कारण गुजरात विश्व में गौरवांवित हो रहा है जबकि भ्रष्ट प्रशासन के चलते अपनी इज्जत गंवा रही है केन्द्र सरकार : मुख्यमंत्री
पुणे गुजराती बंधु समाज के शानदार शताब्दी महोत्सव का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
श्री मोदी ने किया गुजरात भवन संकुल का शिलान्यास
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पुणे गुजराती बंधु समाज के शताब्दी महोत्सव का रविवार को शानदार प्रारंभ करवाते हुए कहा कि विकास की ऊंचाई की वजह से गुजरात विश्व में गौरव और विश्वसनीयता हासिल कर रहा है, जबकि हिन्दुस्तान की केन्द्र सरकार उल्टी नीतियों और दिशाशून्य तथा भ्रष्ट प्रशासन के चलते अपनी इज्जत गंवा रही है। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात शब्द समूह नहीं वरन गुजरात के गतिशील विकास जीवन का परिचायक है।सन 1913 में स्थापित पुणे गुजराती बंधु समाज का शानदार शताब्दी महोत्सव आज से शुरू पुणे में शुरू हुआ। समाज की 6 एकड़ जमीन पर आकार लेने वाले गुजराती भवन का शिलान्यास भी श्री मोदी ने किया। पुणे में बसे करीब साढ़े तीन लाख गुजराती परिवारों में श्री मोदी के आगमन को लेकर गजब का उत्साह था। समाज के अग्रणियों ने श्री नरेन्द्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत कर उन्हें गुजरात रत्न अवार्ड से सम्मानित किया।
गुजरात से आने वाले गुजरातियों की सुविधा के लिए आधुनिक भवन का निर्माण करने और पिछले सौ वर्षों से गुजराती परिवारों की सुख-सुविधा की चिंता करने के लिए गुजराती बंधु समाज के सभी साथी, सहयोगी और दानदाताओं की सद्भावना को मुख्यमंत्री ने वंदन किया।
श्री मोदी ने कहा कि गुजरात आज विकास के ऐसे शिखर पर पहुंचा है जिससे देश और दुनिया में गुजरात और गुजरातियों का गौरव बढ़ा है। इसका उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दस वर्षों से विकास की यात्रा में सहभागी छह करोड़ गुजरातियों के परिश्रम को अब अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वॉशिंगटन पोस्ट और टाइम जैसे ग्लोबल मीडिया ने भी अपने पन्नों में दर्ज किया है और गुजरात को विकास का मॉडल करार दिया है, यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है।
उन्होंने कहा कि गुजरात का विकास उसके सुचारु वित्तीय व्यवस्थापन के कारण हुआ है। दस वर्ष पहले 6700 करोड़ के घाटे वाला गुजरात आज रेवेन्यू डेफिसिट स्टेट से रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बन गया है। खास बात यह है कि सरकार ने एक रुपये का भी नया कराधान नहीं किया है, सिर्फ भ्रष्टाचार के सारे दरवाजों को उसने बंद कर दिया है।
श्री मोदी ने कहा कि गुजरात ने विकास के चमत्कारों को अंजाम दिया है। देश में हर जगह बिजली का रोना है लेकिन गुजरात के 18 हजार गांव ज्योतिग्राम योजना के जरिए 24 घंटे अविरत बिजली प्राप्त कर रहे हैं। बिजली की समस्या से मुक्ति दिलाने वाली इस सरकार ने देश को भरोसा दिलाया है कि राजनैतिक इच्छाशक्ति हो तो उन्ही साधनों, मानवशक्ति और व्यवस्था से निराशाजनक स्थिति को बदला जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने गुजरात की 12वीं पंचवर्षीय योजना के 2.55 लाख करोड़ तक पहुंचने का उल्लेख करते हुए कहा कि गुजरात की स्थापना से लेकर 2002 तक सभी 9 पंचवर्षीय योजनाओं का कुल कद 55,395 करोड़ रुपये का था, जबकि 2002 से 2012 तक की दसवीं और ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना का प्रोविजन ही 1.55 लाख करोड़ था। इतना ही नहीं, गुजरात की 11वीं पंचवर्षीय योजना तक का कुल प्रावधान 2.30 लाख करोड़ रुपये था, इसकी तुलना में अकेली 12वीं पंचवर्षीय योजना का कद 2.55 लाख करोड़ होने जा रहा है। यह साबित करता है कि गुजरात विकास की कितनी ऊंची छलांग लगा रहा है।
उन्होंने कहा कि कपास के निर्यात पर प्रतिबंध से गुजरात के लाखों किसान बरबाद हो गए हैं। एकाएक लादे गए प्रतिबंध के खिलाफ किसानों के आक्रोश के सामने झुकते हुए केन्द्र सरकार ने प्रतिबंध वापस ले लिया, लेकिन भारत सरकार की इस लापरवाहीभरी नीति के चलते विश्व के बाजारों में उसकी विश्वसनीयता रसातल में चली गई है।
श्री मोदी ने कहा कि गुजरात पारदर्शी नीतियों के साथ विकास की यात्रा पर आगे बढ़ रहा है। गुजरात ने पर्यटन और कृषि क्रांति के क्षेत्र में विश्व में नाम कमाया है। दुनिया का एक भी ऑटोमोबाइल वाहन ऐसा नहीं होगा जिसका ऑटो स्पेयरपाट्र्स गुजरात में न बना हो। उन्होंने कहा कि गुजरात अब दुनिया का ऑटो हब बन रहा है और समूचे देश के कुल रोजगार का 73 फीसदी अकेला गुजरात प्रदान कर रहा है।
इस अवसर पर पुणे गुजराती बंधु समाज के अध्यक्ष नीतिनभाई देसाई ने मुख्यमंत्री श्री मोदी को देश का विरल राजपुरुष और विकास पुरुष करार दिया।