महात्मा मन्दिर में विवेकानन्द जयंती पर विशाल युवा सम्मेलन
गुजरात के युवाओं के सामर्थ्य और सशक्तिकरण के लिए युवानीति अमल में लाई जाएगी
विवेकानंद का सपना सच होगा ही, भारत को जगतगुरू बनाने के लिए युवाशक्ति का आह्वान
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज महात्मा मंदिर में युवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट शक्ति नॉलेज-ज्ञान की भागीदारी बन गई है। आज स्वामी विवेकानंद जयंती पर युवा शक्ति को प्रेरणात्मक मार्गदर्शन देते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात के युवाओं के सामर्थ्य और सशक्तिकरण के लिए नई युवा नीति लागू की जाएगी।
गुजरात में विवेकानंद की १५०वीं जयंती को युवा शक्ति वर्ष में गुजरात भर में विवेकानंद युवा केन्द्रों में युवा प्रवृत्तियां गतिशील कर युवा पीढ़ी को समाज सेवा और गरीबों की सेवा के लिए सक्षम स्वैच्छिक संस्थाओं की सजीव चेतना प्रगटीकरण करना है।
स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को भारत माता की सेवा के लिए सभी तरह की पूजा-भक्ति छोड़कर १८९७ में ५० वर्ष तक समर्पित होने का आह्वान किया था। विवेकानंद की सोच, चिंतन और संकल्प युवा थे। पचास वर्ष बाद भारत आजाद हुआ और आज भी विवेकानंद युवाओं के लिए प्रेरणामूर्ति बने रहे हैं।
जीवन में कुछ बनने के सपने संजोने के बजाए जीवन में कुछ करने के सपने देखने और साकार करने का लक्ष्य पाने का आह्वान करते हुए श्री मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने आध्यात्मिक प्रवृत्ति के लिए नहीं बल्कि मानव सेवा के लिए संकल्प की प्रेरणा दी थी। भारत में गरीबी, बेकारी और बीमारी के निराशाजनक वातावरण को बदलने के लिए युवाओं का संकल्पबद्ध होने के लिए आह्वान किया था। आज युवाओं में निराशा का वातावरण है और इस स्थिति को बदलने के लिए युवाओं को उन्होंने सामर्थ्यवान बनने की प्रेरणा दी।
युवा मानस में तरंगी इच्छा नहीं बल्कि स्थायी इच्छा के रूप में संकल्प और उसमें परिश्रम से उपलब्धि की जीवन सफलता का मार्ग अपनाने का श्री मोदी ने आह्वान किया हम ऐसा गुजरात बनाना चाहते हैं जहां युवाओं के ज्ञान और सामर्थ्य की पूजा और गौरव विश्व करे। ऐसा गुजरात जहां का युवा विश्व में अपनी शक्ति से प्रभावी बने और ज्ञान कौशल्य की श्रेष्ठता का प्रदान, योगदान करे। ऐसे भव्य गुजरात के निर्माण की मुख्यमंत्री ने प्रतिबद्धता जतायी।
युवाओं के लिए ज्ञान कौशल्य श्रेष्ठ बने, इस मकसद से विश्व की उत्तम यूनिवर्सिटियों के साथ सहभागीदारी करने की इंटरनेशनल अकेडमिक कॉन्फ्रेंन्स आयोजित कर सौ से ज्यादा यूनिवर्सिटियों के साथ मंथन किया गया, इस ऐतिहासिक घटना के यशदायी संकेत श्री मोदी ने इस युवा सम्मेनलन में दिए। उन्होंने कहा कि गुजरात विश्व में श्रेष्ठतम युवा पीढ़ी के लिए अपनाकर युवा सामर्थ्य द्वारा विश्व को श्रेष्ठतम देने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह सदी ज्ञान की है, युवा सामर्थ्य की है। हिन्दुस्तान की युवा आयु विश्व में सबसे युवा देश की है। श्री मोदी ने युवाओं के इस सामर्थ्य की पहचान दुनिया को करवाने का संकल्प जताया।