मुख्यमंत्री का कच्छ दौरा
कच्छी नूतन वर्ष के मौके पर कच्छी माडुओं के आनंद में सहभागी बने श्री मोदी
नर्मदा के आगमन से वागड़ में खुलेंगे समृद्घि के द्वार : मुख्यमंत्री
लेउवा पाटीदार समाज कन्या केळवणी मंडल-रापर की विकासयात्रा को सराहा
गांधीनगर, गुरुवार: मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कच्छी नव वर्ष के मौके पर कच्छ की जुझारू जनता के साथ आनंद-उल्लास में सहभागी बनते हुए विश्वास जताया कि नर्मदा मैया का आगमन समृद्घि के द्वार खोलेगा और वागड़ क्षेत्र विकास की राह में आगे बढ़ेगा।रापर में मुख्यमंत्री ने गुजरात के विकास की उपलब्धियों की भूमिका पेश करते हुए केन्द्र सरकार का आह्वान किया कि वह गुजरात के साथ विकास की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करे। उनकी सरकार इस लक्ष्य को समर्पित है कि जनता की पाई-पाई का हिसाब विकास में मिलना चाहिए। इस सरकार के कार्यकाल में राज्य की किसी भी दिशा में 25 किलोमीटर की त्रिज्या में विकास का कोई न कोई काम चलता देखा जा सकता है।
रापर में लेउवा पाटीदार समाज कन्या केळवणी मंडल की ओर से आयोजित समारोह में श्री मोदी ने संस्था के नवनिर्मित सुविधा भवनों और सरदार पटेल की प्रतिमा का उद्घाटन किया। कच्छ वागड़ क्षेत्र में गत 31 वर्षों से कन्या शिक्षा की ज्योत प्रज्जवलित करने वाली इस संस्था के सभी सहयोगियों की उन्होंने सराहना की।
उन्होंने विश्वास जताया कि नया साल कच्छ को पूरी दुनिया में वैभवशाली बनाएगा, नर्मदा मैया का नीर कच्छ के हर इलाके में उपलब्ध होगा। अषाढ़ी दूज को अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर के रथ की पहिंद विधि कर कचरा साफ करने का 11वीं बार सौभाग्य हासिल करने वाले प्रथम मुख्यमंत्री के तौर पर श्री मोदी ने कहा कि ग्यारह वर्षों में सरदार पटेल की करीब 100 प्रतिमाओं का अनावरण करने का सौभाग्य उन्हें मिला है।
कच्छ के वागड़ क्षेत्र में कन्या शिक्षा की ज्योति प्रकट करने वाले समाज को अभिनंदन देते हुए श्री मोदी ने कहा कि आजादी के पश्चात 50 वर्षों तक राज करने वाली सरकारों ने प्राथमिक शिक्षा की घोर उपेक्षा की, विशेषकर कन्याएं शिक्षा से वंचित ही रहीं। उनकी सरकार ने कन्या केळवणी और शाला प्रवेशोत्सव का ऐसा अभियान छेड़ा है कि लगभग 100 फीसदी बच्चे स्कूल में पढऩे लगे हैं। सवा लाख नये शिक्षकों की भर्ती करनी पड़ी और 80 हजार नये क्लास रूम बनाए गए। यदि हमने यह पहल नहीं की होती तो कोई हमसे इसका हिसाब पूछने वाला नहीं था। लेकिन शिक्षा की दुर्दशा से यह सरकार बेचैन थी, लिहाजा राज्य सरकार ने तय किया कि प्रत्येक गरीब के बच्चे को चाहे जितना पढऩा हो, पढ़े। यह सरकार इसके लिए प्रतिबद्घ है। शिक्षा संस्कार के संवद्र्घन में संपन्न समाज और दाताओं के सहयोग की भी उन्होंने सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधीनगर की तिजोरी में जनता का धन रखा है, जिस पर किसी का च्पंजाज् नहीं पडऩे दिया जाएगा। उनकी सरकार प्रहरी बन कर विकास में पाई-पाई का खर्च कर रही है। केन्द्र सरकार विकास की स्पर्धा चाहे न करे लेकिन विकास की राह में रोड़े अटकाना बंद करे। निरंतर ग्यारह सालों से यह सरकार विकास को समर्पित है। उन्होंने कहा कि शांति, एकता और भाईचारे के मंत्र के साथ सबका साथ लेकर सबके विकास के लिए उनकी सरकार आगे बढ़ रही है।
प्रारंभ में लेउवा पाटीदार सेवा विद्यालय के प्रबंध निदेशक महादेवभाई पटेल ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम के दौरान कन्या केळवणी निधि में 2.51 लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री को अर्पित किया गया।
कार्यक्रम में विधायक और जिला भाजपा अध्यक्ष जेन्तीभाई भानुशाळी, महामंत्री पंकजभाई मेहता, जिला पंचायत अध्यक्ष त्रिकमभाई छांगा, भचाउ विकास प्राधिकरण के चेयरमैन वाघजीभाई पटेल, एसटी निगम के निदेशक अरजणभाई रबारी, भचाउ तहसील पंचायत के अध्यक्ष धर्मेंद्रसिंह जाडेजा सहित संस्था के पदाधिकारी, अग्रणी तथा विशाल संख्या में आम जन उपस्थित थे।