केरल के सीपीएम नेता ने किया अपने राजनैतिक विरोधियों की हत्या का ऐलान, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट.
देश के लोकतंत्र के खिलाफ सीपीएम की गंभीर चुनौती : श्री मोदी
च्केन्द्र की कांग्रेस सरकार, मानवतावादी संगठन और मानवाधिकार आयोग मौन क्यों?
अहमदाबाद, रविवार: गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अंग्रेजी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार केरल की माक्र्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के वरिष्ठ नेता द्वारा पार्टी के राजनैतिक विरोधियों की हत्या करने के सरेआम किए गए ऐलान का निर्देश करते हुए सीपीएम की अपने राजनैतिक विरोधियों की हत्या करने की नीयत पर उग्र आक्रोश जताया है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के खिलाफ यह एक ऐसी गंभीरतम चुनौती है जिसका देश के कोने-कोने में उग्र विरोध होना ही चाहिए।श्री मोदी ने कहा कि सीपीएम नेता खुलेआम आतंकवादी, माओवादी और नक्सलवादियों की तरह हिंसा की भाषा बोल रहे हैं और राजनैतिक हत्या करने की अपनी इस प्रवृत्ति को इतिहास का गौरव करार दे रहे हैं। इतना ही नहीं, इस सिलसिले को जारी रखने का ऐलान भी उन्होंने किया है, जो हिन्दुस्तान की लोकतांत्रिक व्यवस्था में कतई मंजूर नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल में माक्र्सवादी साम्यवादियों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तकरीबन 250 कार्यकर्ताओं की राजनैतिक हत्या की है, और भाजपा का कोई कार्यकर्ता कभी चुनाव नहीं जीत सका है। इस सन्दर्भ में केन्द्र की कांग्रेस शासित सरकार, सभी मानवतावादी संगठनों और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की उदासीनता को चुनौती देते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि सीपीएम की राजनैतिक हत्या की अमानुषी नीति के खिलाफ क्यों कोई आवाज बुलंद नहीं करता? केन्द्र की सरकार क्या करना चाहती है? श्री नरेन्द्र मोदी ने मांग की है कि सीपीएम के राजनैतिक हत्या के इन खुलेआम षड्यंत्रों को रोकने के लिए देश के कोने-कोने से लोकतंत्र के हितरक्षक उग्र विरोध जताएं