डीसा में विशाल किसानशक्ति की उपस्थिति
गुजरात के सहकारी बैंकिंग क्षेत्र का गला घोंटने की केन्द्र की मानसिकता के खिलाफ मुख्यमंत्री का आक्रोश
वर्तमान गुजरात सरकार ने कठोर कदम उठाकर सहकारी बैंकों का खोया गौरव वापस दिलाया
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज बनासकांठा केन्द्रीय सहकारी बैंक के नवनिर्मित बनास भवन का डीसा में लोकार्पण करते हुए गुजरात के सहकारी बैंकिंग क्षेत्र का गला घोंटने की केन्द्र की कांग्रेस नीत यूपीए सरकार की मानसिकता के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गुजरात की सहकारी बैंक किसानों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं, परन्तु वर्तमान केन्द्र सरकार राज्य की सहकारी बैंकिंग प्रवृत्तियों के विकास का दम घोंट रही है। केन्द्रीय वित्त मंत्री ने सहकारी बैंकिंग संस्थाओं में आयकर की व्यवस्थाएं लागू की हैं, जिनका सर्वाधिक नुकसान गुजरात को हो रहा है।
बनासकांठा के डीसा में आयोजित समारोह में बड़ी तादाद में किसान बंधु उमड़े थे। किसानशक्ति का अभिवादन करते हुए श्री मोदी ने किसानों के इस समर्थन के लिए ह्रदय से आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने में गुजरात का नाम गूंज रहा है और जिन्हें गुजरात की आलोचना करने के सिवाय चैन नहीं मिलता उन्हें भी विकास के लिए गुजरात से ही तुलना करनी पड़ती है, मापदंड तो गुजरात का ही लेना पड़ता है, यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है।
मुख्यमंत्री ने देश भर की राजनीतिक पार्टियों, पंडितों तथा अर्थशास्त्रियों से अपील करते हुए कहा कि, भले गुजरात के विकास की प्रशंसा करें या न करें लेकिन गुजरात के सहकारी क्षेत्र की शान और सफलता का अध्ययन तो करें। गुजरात के विकास में सहकारी क्षेत्र का योगदान अनमोल है और राजनीतिक दखल या गांधीनगर की सरकार ने इस सहकारी क्षेत्र को विकसित नहीं किया है बल्कि सहकारिता की भावना से यह विकास संभव हुआ है, लिहाजा, इस मॉडल की तो कद्र करो। उन्होंने सवाल उठाया कि गुजरात के विकास मॉडल की तारीफ करने में जिन्हें तकलीफ है, उन्हें सहकारी क्षेत्र के गुजरात मॉडल की तारीफ करने में क्या दिक्कत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के सहकारी क्षेत्र में शक्कर के १५ से अधिक कारखाने हैं, लेकिन कहीं भी निजी क्षेत्र को प्रवेश नहीं करने दिया है। वहीं, उत्तर प्रदेश में शक्कर कारखानों के निजी मालिकों और राज्य सरकार की सांठगांठ से गन्ना उत्पादन करने वाले किसानों का शोषण हो रहा है, उन्हें लूटा जा रहा है। जबकि गुजरात में सहकारी क्षेत्र में कार्यरत शक्कर कारखानों में किसानों को लुटने नहीं दिया गया। सरकार ने भी सतर्कता बरती है।
पानी का मूल्य समझने वाले बनासकांठा के किसानों से मुख्यमंत्री ने सूखे प्रदेश में पानी की बूंद-बूंद बचाकर खेती में उपयोग करने और ड्रिप इरिगेशन अपनाने की अपील की थी। इस अपील को स्वीकारने तथा खेती और सहकारी बैंकों को समृद्ध बनाने के लिए इन किसानों को मुख्यमंत्री ने अभिनंदन दिया।
श्री मोदी ने किसानों के सशक्तिकरण और उनके स्वावलंबन के लिए सहकारी बैंकों को जोड़ने की बात कहते हुए केन्द्र की वर्तमान सरकार द्वारा टुकड़े फेंक कर किसानों को परावलंबन की दिशा में धकेलने की भूमिका पेश की। उन्होंने कहा कि गुजरात में सहकारी बैंकों द्वारा किसानों को दिये जाने वाले फसली-ऋण के ब्याज में और दो फीसदी की विशेष राहत सहायता इस सरकार ने दी है तथा अब किसानों को चार फीसदी ब्याज की दर से सहकारी बैंकों का कर्ज मिले ऐसी योजना शुरू की है। दूसरी तरफ, फसली ऋण के राहत ब्याज के गुजरात के हक के मिलने योग्य २५० करोड़ रुपये की रकम को केन्द्र सरकार स्वीकृति नहीं दे रही है।
माधुपुरा नागरिक सहकारी बैंक सहित जब सहकारी बैंक का समूचा ढांचा ध्वस्त हो रहा था, तब इस सरकार द्वारा कठोरतम कदम उठाकर पूरे सहकारी बैंकिंग क्षेत्र को आर्थिक जलजले से उबारने की भूमिका प्रस्तुत करते हुए श्री मोदी ने कहा कि समाज के आर्थिक गुनहगारों के कुप्रबंध के चलते गुजरात की सहकारी बैंकिंग प्रवृत्ति पर जब लोगों का भरोसा डगमगा गया था, उस वक्त राज्य की वर्तमान सरकार के सहकारी बैंकों के प्रशासन में सुधार के साहसिक कदम का गुजरात की जनता और सहकारिता क्षेत्र के अग्रणियों ने भी स्वागत किया था।
उन्होंने कहा कि गुजरात की सभी जिला सहकारी बैंकों को रिजर्व बैंक का लाइसेंस पिछले दस वर्ष में इस सरकार ने दिलाया और आखिर में चार जिला केन्द्रीय सहकारी बैंकों को ८४ करोड़ रुपये की विशेष सहायता प्रदान कर उन्हें भी लाइसेंस दिलाया है।
सहकारी क्षेत्र में गुजरात के गौरव के बावजूद केन्द्र सरकार गुजरात की सहकारी प्रवृत्तियों के प्रति अप्रियता की वजह से प्रशासनिक और नियमों के दांवपेंच के जरिए अन्याय कर रही है। इस पर आक्रोश जताते हुए श्री मोदी ने नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध में दरवाजा लगाने की अनुमति भी केन्द्र सरकार द्वारा नहीं दिये जाने के खिलाफ गुजरात के किसानों को संकल्प करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने किसानों के सरदार पटेल के भव्य स्मारक “स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी” के निर्माण में सहयोग और योगदान देने किसानों से अपील की।
वित्त मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री नितिनभाई पटेल ने कहा कि बनासकांठा जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक का बनास भवन बैंक की प्रगति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी समग्र देश के लोगों के विश्वास का केन्द्र हैं और गुजरात शांति और समृद्धि का प्रतीक है। बनासकांठा जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक की प्रवृत्तियों की जानकारी देते हुए उन्होंने बैंक के चेयरमैन शंकरभाई चौधरी तथा सदस्यों की सराहना की।
राज्य मंत्री परबतभाई पटेल ने कहा कि श्री मोदी के शासन में समग्र राज्य में विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी के अलावा कोई और विकल्प नहीं है, ऐसे में उन्हें प्रधानमंत्री बनाकर देश को भ्रष्टाचार, अराजकता और आतंकवाद से मुक्त करें।
सांसद हरिभाई चौधरी ने कहा कि गुजरात में सर्वांगीण एवं तेज विकास करने वाले मुख्यमंत्री श्री मोदी को देश की कमान सौंपकर समृद्ध और आदर्श राष्ट्र का निर्माण करें। विधायक एवं जिला भाजपा अध्यक्ष केशाजी चौहान ने कहा कि बनासकांठा जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक की निरंतर प्रगति हो रही है और यह किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो रही है। विकास पुरुष के रूप में देश एवं दुनिया में प्रसिद्ध तथा प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार श्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए समग्र देश के लोग आतुर हैं। दिल्ली के लाल किले पर बतौर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रध्वज फहराएं ऐसा प्रयास करें।