गांधीनगर, शनिवारः मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने केन्द्र की कांग्रेस सरकार को गुजरात विरोधी नकारात्मक मानसिकता बदलने और गुजरात के साथ विकास की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार राज्य के आम आदमी के हित एवं गुजरात के विकास के लिए प्रतिबद्घ है लिहाजा, गुजरात के विकास का विरोध करने वालों को माफ नहीं किया जाएगा। श्री मोदी शनिवार को राधनपुर में कच्छ एवं राधनपुर नर्मदा शाखा नहर एवं उसकी वितरण व्यवस्था के 712 करोड़़ रुपये के तीन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे।
योजनाओं पर काम करने के बजाय ऐसा दुष्प्रचार करते हैं कि गुजरात सरकार ने कुछ नहीं किया, जो कुछ किया वह केन्द्र सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को भी जनता को हिसाब देना पड़ेगा, गुजरात सरकार को बदनाम करने वाले बयान वे जनता के गले नहीं उतार सकते।
श्री मोदी ने कहा कि गुजरात विरोधियों की चाल अब और सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार सिंचाई के एआईबीपी प्रोजेक्ट के तहत रण विस्तार विकास के लिए अन्य राज्यों को 90 फीसदी सहायता देती है। लेकिन नर्मदा योजना के कमांड इलाके का बड़ा हिस्सा रण विस्तार के विकास प्रोजेक्ट में शामिल कर लिए जाने के बाद भी नर्मदा योजना के लिए 90 फीसदी अनुदान देने को केन्द्र तैयार नहीं है। ऐेसे गुजरात विरोधियों को पहचान लेने की जरूरत है।
केन्द्र सरकार का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के साथ अन्याय करने के बजाय विकास की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा में गुजरात का सामना करे। केवल नकारात्मक मानसिकता से, गुजरात के विकास में विघ्न डालने से न तो गुजरात और न ही देश का भला होगा।
नर्मदा योजना के लिए अपनी जमीन देने में किसानों के उत्साह और सरकार को उनके समर्थन के लिए श्री मोदी ने उन्हें अभिनंदन दिया साथ ही टपक सिंचाई पद्घति अपनाकर खेती की जमीन को आबाद करने का अनुरोध भी किया।
इस मौके पर जिला प्रभारी एवं राजस्व मंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि 712 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली नहरों के निर्माण से पाटण-राधनपुर का कायाकल्प हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए गुजरात सरकार कटिबद्घ है।
स्वास्थ्य मंत्री जयनारायण व्यास ने कहा कि पाटण जिले की 11 लाख एकड़ जमीन नर्मदा के नीर से नवपल्लवित होगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ उत्तर गुजरात में फिलहाल 15 करोड़ रुपये का दुग्ध उत्पादन होता है, नर्मदा का पानी आने से पशुपालन विकास के साथ दुग्ध उत्पादन और भी बढ़ेगा।
सरदार सरोवर नर्मदा निगम के अध्यक्ष डी.राजगोपालन ने कहा कि इस सूखे इलाके में पानी की समस्या से निजात दिलाने के उद्देश्य से यह परियोजना कार्यान्वित की गई है।
इस मौके पर भूमि अधिग्रहण के पेटे मुआवजा प्राप्त करने वाले किसानों तथा अन्य संस्थाओं ने मुख्यमंत्री की कन्या शिक्षा निधि में 35 लाख रुपये से अधिक के चेक अर्पित किए। वहीं, मुख्यमंत्री ने किसान दुर्घटना बीमा योजना के तहत लाभार्थियों को चेक तथा कृषि-बागायत किट एवं किसान क्रेडिट कार्ड दिए।
इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री परबतभाई पटेल, विधायक शंकरभाई चौधरी, भावसिंहभाई राठोड़, रजनीभाई पटेल, गोविंदभाई प्रजापति, मफतभाई पुरोहित, अनिलभाई माली, जिला पंचायत अध्यक्ष मोहनभाई पटेल, पूर्व सांसद हरिभाई चौधरी, पूर्व मंत्री रणछोड़भाई रबारी, पूर्व मंत्री हरजीवनभाई पटेल, दूध सागर डेयरी के चेयरमैन विपुल चौधरी, नर्मदा निगम के निदेशक मुकेशभाई जवेरी, वसंतभाई रावल, नर्मदा निगम के प्रशासनिक संचालक एस.जगदीशन, संयुक्त प्रशासनिक संचालक के. श्रीनिवास, जिला कलक्टर जे.जी. हिंगराजिया, अधिकारी, पदाधिकारी, स्थानीय अग्रणी एवं बड़ी संख्या में जनसमुदाय मौजूद था।