ईरान के विदेश मंत्री डॉ. जव्वाद ज़रीफ ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ईरान के राष्ट्रपति रूहानी से हुई अपनी मुलाकात का स्मरण किया और यह बात दोहराई कि भारत ईरान के साथ अपने संबंधों को उच्च प्राथमिकता देता है।
प्रधानमंत्री ने पी5+1 (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य एवं जर्मनी) के साथ समझौता सम्पन्न हो जाने के लिए ईरान को बधाई दी और विश्वास व्यक्त किया कि इससे क्षेत्र में और ज्यादा शांति एवं स्थिरता स्थापित करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने चाबहार बंदरगाह के विकास में ईरान के साथ मिलकर काम करने को लेकर भारत की प्रतिबद्धता जताई, जिसके न केवल भारत और ईरान की जनता, बल्कि अफगानिस्तान और समूचे मध्य एशियाई क्षेत्र के लिहाज से भी दूरगामी फायदे होंगे। प्रधानमंत्री और ईरान के विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान, पश्चिम एशिया एवं दक्षिण एशिया समेत क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर अपने-अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।
विदेश मंत्री जरीफ ने इस मौके पर जानकारी दी कि ईरान भारत को अपना रणनीतिक भागीदार मानता है और ईरान के कठिन दिनों में भारत की ओर से उसे मिले समर्थन को वह भूल नहीं सकता। ईरान तेल व गैस, निवेश, उर्वरक, बुनियादी ढांचागत विकास एवं कनेक्टिविटी समेत सभी क्षेत्रों में मिलजुलकर काम करने को लेकर आशान्वित है।
उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति की ओर से प्रधानमंत्री को ईरान आने का न्यौता दिया। प्रधानमंत्री ने राजनयिक चैनलों के माध्यम से तय होने वाली पारस्परिक सहमति वाली तिथियों पर ईरान का दौरा करने पर अपनी रज़ामंदी जाहिर की।